Leprosy: जिले में कुष्ट रोग के सात मरीज, हर माह हो रही 10 हजार की स्क्रीनिंग

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Kaithal News: स्वास्थ्य विभाग की टीम सर्वे के दौरान जाँच करती हुई

जिला नागरिक अस्पताल में होता है मुफ्त इलाज

कैथल (सच कहूँ/कुलदीप नैन)। Kaithal News: जिला स्वास्थ्य विभाग द्वारा कुष्ट रोगियों के लिए समय समय पर फ्री कैंप लगाकर जागरूकता अभियान चलाया जाता है। पिछले महीने भी ये ये कैंप 15 दिनो तक चला था। जिले में इस समय 7 नये मरीज है। पैरा मेडिकल कर्मचारी अनिल ने बताया कि समय समय पर कुष्ठ रोगियों की पहचान को लेकर सर्वे होता रहता है। स्लम बस्तियों, ईट भट्ठे व झोपड़ियों में टीमें जाकर जाँच करती है। शहरो और गाँवों में 5-5 स्कूलो में जाकर भी जानकारी दी जाती है। उन्होंने बताया कि कैंप के जरिए लोगों तक चर्म व कुष्ट रोग के बारे में जानकारी दी जाती है। साथ ही रोगियों की जांच के बाद दवाई भी दी जाती है। Kaithal News

वहीं कैथल में सिरटा रोड पर कुष्ट आश्रम भी है जिसमे 50 कुष्ट रोगी रहते है जिनकी समय समय पर जाँच की जाती है और उनको वहां सभी प्रकार की सुविधाए दी जाती है। ज्यादातर मरीज बाहर के राज्य से ही होते है जिनमे यूपी बिहार शामिल है , हरियाणा के मरीज कम ही पाए जाते है। जिला स्वास्थ्य विभाग की तरफ से कुष्ठ रोगियों की पहचान को लेकर टीमे डोर टू डोर जाकर सर्वे करती है। एक टीम में हेल्थ वर्कर व आशा वर्कर शामिल होती। हर महीने करीब 10 हजार लोगो की स्क्रीनिंग की जाती है | शहरी क्षेत्र के साथ साथ ग्रामीण क्षेत्रों का टीमें दौरा करती है। कैंप में लोगों को इन रोगों से होने वाले नुकसान व इनसे बचाव से संबंधित जानकारी भी दी जाती है। Kaithal News

बीमारी से संबंधित लक्षण मिलने पर मरीज के सैंपल लेकर जिला नागरिक अस्पताल में भेजे दिए जाते है। रिपोर्ट आने के बाद बीमारी की पुष्टि होने पर डॉ मीनाक्षी द्वारा मरीज का इलाज किया जाता है। जिला नागरिक अस्पताल में यह इलाज फ्री है। महिला को दवाइयों की किट फ्री दी जाती है। जहाँ भी कोई रोगी मिलता है उसके आस पास के 300 घरो में जाँच की जाती है। उन्होंने बताया कि कुष्ठ रोग की पहचान व उपचार शीघ्र न हो तो यह स्थाई विकलांगता का कारण बन जाता है। Kaithal News

बीमारी के लक्ष्ण

  • अंगुलियों में कमजोरी
  • आँख बंद करने में परेशानी
  • पंजो में कमजोरी
  • गर्दन के पास तंत्रिका में मोटापन
  • दर्द रहित अल्सर
  • नाक का दब जाना

कुष्ठ रोगियों की पहचान को लेकर एमपीएचडब्ल्यू आशा वर्करो की टीमे लगातार सर्वे करती रहती है। हर महीने करीब 10 हजार लोगो की स्क्रीनिंग की जाती है। सर्वे के दौरान रोग के लक्ष्ण व् इससे बचाव के बारे में जानकारी भी दी जाती है। रोगियों की जांच के बाद दवाइयां भी दी जाती है। कुष्ठ रोग एक सामान्य त्वचा रोग है। कुष्ठ रोग छूत की बीमारी नहीं है। मरीज से भेदभाव न करें।                                                      -डॉ. रेनू चावला सिविल सर्जन कैथल

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