Municipal Election: कलायत नपा चुनाव में भाजपा ने मैनपाल राणा को बनाया है उम्मीदवार

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Municipal Election: कलायत नपा चुनाव में भाजपा ने मैनपाल राणा को बनाया है उम्मीदवार

Municipal Election: पूरी ताकत झोंकने की तयारी में भाजपा

कलायत /कैथल (सच कहूं /कुलदीप नैन)। आगामी दो मार्च को अन्य नपा की तरह ही कलायत नगर पालिका के लिए चुनाव होने जा रहा है। कलायत नपा में प्रधान पद के लिए 7 उम्मीदवार है जिनमें जसविंद्र राणा, मैनपाल, अंकित राणा, दीपक, प्रवीण कुमार, मनप्रीत, राजू राम कौशिक शामिल हैं तथा पार्षद पद के लिए 37 उम्मीदवार मैदान में है। नगर पालिका में वर्ष 2014 से भाजपा का दबदबा रहा है।

10 वर्ष से चले आ रहे अपने दबदबे को कायम रखने के लिए अब फिर भाजपा अपना पूरा जोर चुनाव के लिए लगाये हुए है। 27 फरवरी को मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी स्वयं कलायत का दौरा कर सकते है। इस दौरान उनके साथ जिला कार्यकारिणी, सांसद नवीन जिंदल और पूर्व राज्य मंत्री कमलेश ढांडा के उपस्थित रहने की सम्भावना जताई जा रही है। वहीं भाजपा के लिए अपना किला बचाना किसी अग्नि परीक्षा से कम नहीं होगा। kalayat municipal election

पेयजल , खस्ता हाल गलिया वार्ड वासियों की समस्याए

देश की आजादी के बाद कलायत को पूर्ण पंचायत का दर्जा मिला। ग्राम पंचायत में सामान्य वर्ग से शुरू में सरपंच गुलाब राणा, दूसरे व तीसरे चुनाव में प्रीतम जैलदार और चौथे मुखिया रत्ती राम निर्मल प्रधान रहे। वर्ष 1977 में निर्मल के कार्यकाल में ही ग्राम पंचायत को अपग्रेड करते हुए नपा का दर्जा मिला। जबकि पालिका के पहले आम चुनाव वर्ष 1987-1988 में हुए। अब तक नगर पालिका कलायत की जनता ने सात चुनावो को देखा है। सात चुनावो में जहाँ पांच बार सामान्य वर्ग से प्रधान बना है तो वहीं दो बार पिछड़ा वर्ग को भी प्रधान बनने का मौका मिला है।

बलबीर राणा चुने गये थे पहले नपा प्रधान

वर्ष 1987 के पहले आम चुनाव में बलबीर राणा प्रधान निर्वाचित हुए। पहले उप प्रधान डा. श्याम लाल शर्मा बने। कार्यकाल पूरा होने से पहले ही प्रधान राणा ने स्वेच्छा से पद त्याग दिया था। इसके बाद श्री कपिल मुनि मंदिर पुजारी वेद प्रकाश गौतम को प्रधान की जिम्मेवारी मिली। दूसरे आम चुनाव में 1992 में डीडी मित्तल पूरा समय प्रधान की कुर्सी पर विराजमान रहे। वर्ष 1994 तीसरे चुनाव में बीवी सावित्री भट्ट पहली महिला प्रधान चुनी गई। वर्ष 1996 में सावित्री भट्ट के निधन बाद इस पद एमपी सिंगला और चंद्रभान धीमान को काम करने का मौका मिला। वर्ष 2003 में चौथे आम चुनाव में सुशीला राणा को प्रधान की कमान मिली। उनके खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव आया। इस कार्यकाल में रमेश सिंगला को कार्यवाहक व डीडी मित्तल और जंग बहादुर राणा को प्रधान बनने का अवसर मिला।

ये है जनता की समस्याए | kalayat municipal election

कलायत नपा के कई वार्ड में पानी की किल्लत है, घरो में पूरी मात्रा में पानी नहीं पहुंच पाता। वहीं पेयजल की सप्लाई आने कर कोई निश्चित समय नहीं है। कई बार सप्लाई दोपहर को तो कई बार आधी रात को दी जाती है। सारा दिन काम धंधा करने के बाद लोगो को पानी सप्लाई के लिए रातो को जागना पड़ता है। जनता की मांग है कि उनकी पेयजल समस्या का स्थाई हल किया जाये।

इसके अलावा ज्यादातर वार्ड में स्ट्रीट लाइट का न होना भी लोगो के लिए परेशानी का सबब बना हुआ हैे शाम होते ही गलियों में सन्नाटा पसर जाता है। अंधेरे का फायदा उठा कर नशेडी चोरियों को अंजाम देते है। वहीं बंद सीवरेज को ठीक करने के लिए अनेक बार गलियों को उखाड़ा तो जाता है लेकिन दोबारा उनकी मरम्मत की तरफ कोई ध्यान नहीं देता जिस कारण सभी वार्डो में गलियों की हालत खस्ता है। उखाड़ी गयी गलियों मे पानी जमा हो जाता है और कई बार गड्डो के चलते लोग चोटिल हो जाते है और न ही निकलने के लिए रास्ता बचता। kalayat municipal election

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