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Haryana Bullet Train Project: चंडीगढ़। हरियाणा के किसानों और ग्रामीणों के लिए बड़ी खुशखबरी आई है। दिल्ली से अमृतसर तक बनने वाला हाई-स्पीड रेल कॉरिडोर, जिसकी कुल लंबाई 465 किलोमीटर होगी, जल्द ही हरियाणा के कई गांवों से होकर गुजरेगा। इस परियोजना का उद्देश्य दिल्ली, हरियाणा, पंजाब और चंडीगढ़ को एक तेज गति से जोड़ना है। बुलेट ट्रेन के रूप में यह रेल कॉरिडोर 350 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चलेगा, जिससे यात्रियों को अत्यधिक समय की बचत होगी।
तीन जिलों से गुजरेंगे रेल कॉरिडोर | Haryana Bullet Train Project
दिल्ली-अमृतसर हाई-स्पीड रेल कॉरिडोर हरियाणा के तीन प्रमुख जिलों – जींद, रोहतक और कैथल से होकर गुजरेगा। इन जिलों के सैकड़ों गांवों को इस प्रोजेक्ट से सीधे लाभ होगा, क्योंकि इस रेल लाइन के निर्माण से ग्रामीण इलाकों में नई रोजगार संभावनाएं और सुविधाएं उत्पन्न होंगी।
परियोजना की स्थिति और मुआवजे का मसला
उत्तर रेलवे इस हाई-स्पीड रेल कॉरिडोर को भारतीय रेलवे के सहयोग से विकसित कर रहा है। इस प्रोजेक्ट में बुलेट ट्रेन चलाने की संभावनाओं के लिए क्षेत्र की व्यवहार्यता की जांच की जा रही है। उत्तर रेलवे ने पंजाब शहरी योजना और विकास प्राधिकरण (पुडा) के साथ मिलकर इस परियोजना की विस्तृत रिपोर्ट (डीपीआर) पर काम शुरू कर दिया है।
इसके अलावा, इस परियोजना के तहत किसानों की भूमि का अधिग्रहण किया जाएगा। इसके लिए पंजाब सरकार से मुआवजे की राशि जल्द ही जारी की जाएगी। बताया जा रहा है कि किसानों को उनकी जमीन के अधिग्रहण के बदले पांच गुना अधिक मुआवजा मिलेगा। इस संबंध में अधिसूचना जारी करने की प्रक्रिया जल्द ही पूरी की जाएगी।
भूमि अधिग्रहण प्रक्रिया
उत्तर रेलवे और पुडा के सहयोग से पंजाब की भूमि पर इस हाई-स्पीड रेल कॉरिडोर के लिए भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया भी जल्द शुरू होगी। इसमें आने वाले गांवों के किसानों और जमीन मालिकों के अधिकारों का भी पूरा ध्यान रखा जाएगा, ताकि उनका सही तरीके से मुआवजा मिल सके।