दोनों को एक साथ खाना जहर समान
Avoid eating Honey with Ghee: नई दिल्ली (एजेंसी)। आपने अपने बड़े बुजुर्गों से तो सुना ही होगा कि शहद और घी दोनों को एक साथ खाना जहर के समान माना जाता है। हमारी प्राचीन चिकित्सा पद्धति में भी यही व्याख्यान है। दोनों को एक साथ खाना जहर समान क्यों है? क्योंकि इन दोनों के मिलने से शरीर में टॉक्सिन्स पैदा होते हैं, जोकि सेहत पर नकारात्मक प्रभाव डालते हैं। वैसे देखा जाए तो शहद और घी दोनों ही गुणकारी माने जाते हैं, दोनों के गुण जब उचित मात्रा और सही परिस्थितियों में प्रयोग में लाए जाएं, तो ये शरीर के लिए अमृत का काम करते हैं। यदि इन्हें एक साथ एक समान मात्रा में सेवन किया जाए, तो यह जहर के मानिद साबित हो सकते हैं। चरक संहिता और सुश्रुत संहिता में इसका वर्णन है। प्राचीन ग्रंथों के अनुसार, समान मात्रा में या अनुचित समय पर इन्हें लिया जाए, तो शरीर में अपचित तत्वों का निर्माण करते हैं, जोकि बहुत सी बीमारियों का न्यौता देते हैं। Avoid eating Honey with Ghee
चरक संहिता की मानें तो शहद और घी दोनों ही अत्यधिक पोषक तत्वों से भरपूर होते हैं, लेकिन जब इन्हें समान मात्रा में मिलाया जाता है, तो वे एक-दूसरे के गुणों को संतुलित करने के बजाय विपरीत प्रभाव पैदा कर सकते हैं। इस दोनों का मिश्रण यदि खाली पेट या अत्यधिक मात्रा में सेवन किया जाए तो पाचन तंत्र में गड़बड़ी, सुस्ती, वजन बढ़ना और अन्य स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं हो सकती हैं।
मिश्रण किसी तीसरे पदार्थ के साथ इस्तेमाल की सलाह
इसलिए चरक संहिता में साफ कहा गया है कि शहद और घी दोनों को किसी तीसरे पदार्थ के साथ मिलाकर इस्तेमाल करने की सलाह दी गई है। सुश्रुत संहिता में भी साफ चेतावनी दी गई है कि शहद और घी का मिश्रण नहीं खाना चाहिए। आयुर्वेद में इन दोनों के मेल को अमृत की तरह प्रशंसित भी किया जाता है, जब इसे उचित मात्रा में और सही समय पर लिया जाए। उदाहरण के तौर पर, यदि शहद और घी का मिश्रण गर्म या उबलते दूध, चाय, मूली के साथ मिलाकर लिया जाए तो यह शरीर के लिए जहर सिद्ध हो सकता है। यदि शहद को नींबू, दालचीनी, अदरक, लहसुन या गुनगुने पानी के साथ मिलाकर सेवन किया जाए, तो यह शरीर के लिए कई रोगों से सुरक्षा प्रदान करने वाला, पाचन को सुधारने वाला और शरीर की डिटॉक्सिफिकेशन में सहायक बन सकता है।
अगर घी को हल्दी, तुलसी, कपूर या दालचीनी जैसे औषधीय गुणों से भरपूर जड़ी-बूटियों के साथ किया जाए, तो गुण कई गुणा बढ़ जाते हैं। आयुर्वेद में यह भी कहा गया है कि हल्दी के साथ घी का संयोजन वजन कम करने, नई रक्त वाहिकाओं के निर्माण, हृदय स्वास्थ्य में सुधार तथा गुर्दों की कार्यप्रणाली को बेहतर बनाने में मददगार होता है।
तुलसी के साथ घी का सेवन शरीर को आवश्यक विटामिन और खनिज प्रदान करता है, जिससे मानसिक तनाव कम होता है और पाचन क्रिया में भी सुधार होता है। कपूर और दालचीनी के साथ घी मिलाने से भी शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली मजबूत होती है और पाचन संबंधी बीमारियों से बचाव संभव हो पाता है। आयुर्वेद के शास्त्रों में इन संयोजनों का विशेष महत्व है, क्योंकि इन्हें ह्यअमृतह्ण माना गया है, जो शरीर में संतुलन बनाए रखने के साथ-साथ विभिन्न रोगों से सुरक्षा प्रदान करते हैं। Avoid eating Honey with Ghee
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