पंजाब विजिलेंस ब्यूरो ने राज्य में भ्रष्टाचार विरोधी अभियान के तहत की कार्रवाई
- पटवारी व बिजली कर्मचारी रिश्वत लेते गिरफ्तार
- नया मीटर लगाने के लिए मांगी थी रिश्वत
जालंधर (सच कहूँ न्यूज)। Jalandhar News: पंजाब सतर्कता ब्यूरो ने शुक्रवार को पंजाब स्टेट पावर कॉरपोरेशन लिमिटेड (पीएसपीसीएल) के कार्यालय, ग्राम बढ़िंग, जालंधर छावनी में तैनात शिकायत निवारण शाखा (सीएचबी) के सहायक चरनजीत सिंह को दो हजार रुपये की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ गिरफ्तार किया। Amritsar News
सतर्कता ब्यूरो के प्रवक्ता ने बताया कि उक्त आरोपी को राकेश कुमार, निवासी सैनिक विहार, ग्राम ढिल्लवां, जिला जालंधर द्वारा दर्ज कराई गई शिकायत के आधार पर गिरफ्तार किया गया है। उन्होंने बताया कि शिकायतकर्ता ने सतर्कता ब्यूरो से संपर्क कर आरोप लगाया कि उक्त आरोपी ने जालंधर की रोज कॉलोनी, ग्राम बढ़िंग स्थित उसके रिश्तेदार के घर की घरेलू बिजली आपूर्ति के लिए नया मीटर लगाने के बदले संबंधित जूनियर इंजीनियर (जेई) सुरजीत सिंह के लिए 5000 रुपये और अपने लिए 500 रुपये की रिश्वत मांगी थी। शिकायतकर्ता ने यह भी बताया कि आरोपी सीएचबी ने 31 जनवरी 2025 को घर में बिजली मीटर लगाने के दौरान पहले ही 3500 रुपये ले लिए और बाकी राशि बाद में देने के लिए कहा। अब उक्त आरोपी शिकायतकर्ता और उपभोक्ता से बाकी 2000 रुपये की मांग कर रहा था और धमकी दे रहा था कि यदि राशि नहीं दी गई तो मीटर हटा दिया जाएगा। Amritsar News
प्रवक्ता ने बताया कि प्रारंभिक जांच के बाद सतर्कता ब्यूरो जालंधर रेंज की टीम ने जाल बिछाया, जिसके तहत आरोपी सीएचबी सहायक को दो सरकारी गवाहों की मौजूदगी में शिकायतकर्ता से 2000 रुपये रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया। इस संबंध में सतर्कता ब्यूरो के जालंधर रेंज थाने में आरोपी के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण कानून के तहत मामला दर्ज किया गया है। उन्होंने कहा कि इस मामले की आगे जांच के दौरान संबंधित जेई की भूमिका की भी जांच की जाएगी।
कर्ज की राशि को सही करने के बदले मांगें थे 20 हजार | Amritsar News
अमृतसर। पंजाब विजिलेंस ब्यूरो ने राज्य में भ्रष्टाचार विरोधी अभियान के तहत अमृतसर शहर के माल विभाग के कोट खालसा में तैनात पटवारी रवि प्रकाश को 10 हजार रुपए की रिश्वत लेते हुए रंगेहाथ गिरफ्तार किया है। विजिलेंस ब्यूरो के प्रवक्ता ने बताया कि आरोपी के खिलाफ यह कार्रवाई अमृतसर के न्यू मोहनी पार्क निवासी परमजीत सिंह की शिकायत के आधार पर की गई है। शिकायतकर्ता ने आरोप लगाया था कि पटवारी रवि प्रकाश ने उसके कर्ज की राशि को सही करने के बदले 20 हजार रुपए रिश्वत की मांग की थी।
शिकायत के अनुसार, माल रिकॉर्ड में उसके असली कर्ज 9 लाख रुपए के बजाय गलती से 90 लाख रुपए दर्ज कर दिया गया था। प्रवक्ता ने बताया कि शिकायत की प्रारंभिक जांच के बाद अमृतसर रेंज की विजिलेंस टीम ने जाल बिछाया। इस दौरान आरोपी पटवारी को दो सरकारी गवाहों की मौजूदगी में शिकायतकर्ता से 10 हजार रुपए की रिश्वत लेते हुए पकड़ लिया गया। इस संबंध में आरोपी के खिलाफ विजिलेंस ब्यूरो के अमृतसर रेंज थाने में भ्रष्टाचार निवारण कानून के तहत मामला दर्ज किया गया है। आरोपी को कल कोर्ट में पेश किया जाएगा और विजिलेंस ब्यूरो द्वारा मामले की आगे जांच जारी है। Amritsar News
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