गेहूं की फसल के लिए वरदान साबित होगा कोहरा
हनुमानगढ़। फरवरी माह के पहले दिन और लगातार दूसरे दिन शनिवार को जिले में घना कोहरा छाया रहा। सुबह के समय घना कोहरा छाने से विजिबिलिटी 50 मीटर से भी कम रह गई। शहर की तुलना में आसपास के गांवों में कोहरे का असर अधिक व देर तक रहा। कृषि विशेषज्ञों की मानें तो कोहरा गेहूं की फसल के लिए वरदान साबित होगा। कई दिनों के ब्रेक के बाद दो दिन से कोहरा छा रहा है। उससे पहले मौसम पूरी तरह खुला था। रात्रि को सर्दी थी लेकिन दिन में तेज धूप खिल रही थी। लेकिन दो दिन से कोहरा छाने से फिर से सर्दी का असर दिखना शुरू हो गया है। Rajasthan Weather News
हल्की धूप भी सर्दी से राहत नहीं पहुंचा रही। इस कारण सर्दी का असर थोड़ा बढ़ गया है। दिन के तापमान में गिरावट दर्ज की गई है। जिले में शनिवार सुबह कहीं घना को कहीं हल्का कोहरा छाया रहा। कोहरे के कारण वाहन चालकों को परेशानी हुई। कोहरे के कारण दिन में सर्दी का असर बढ़ गया है। घना कोहरा छाने से जनजीवन भी प्रभावित हुआ। हालांकि शीतलहर का असर कम होने से थोड़ी राहत महसूस की जा रही है, लेकिन घने कोहरे ने जनजीवन प्रभावित कर दिया है। कोहरे की वजह से विजिबिलिटी बेहद कम रही। इससे लोगों को आवाजाही में काफी परेशानी झेलनी पड़ी। सुबह लोग जब घर से बाहर निकले तो घने कोहरे के कारण उनके पैर ठिठक गए। कोहरे के कारण शहर की सडक़ों पर सुबह कम लोग ही नजर आए। वहीं घने कोहरे का असर हाइवे पर भी देखने को मिला।
कोहरे ने हाइवे पर तेज दौडऩे वाले वाहनों की रफ्तार को थाम दिया
कोहरे ने हाइवे पर तेज दौडऩे वाले वाहनों की रफ्तार को थाम दिया और वाहन रेंगते नजर आए। वाहन चालकों को हेडलाइट जलाकर धीमी गति से वाहन चलाने के लिए मजबूर होना पड़ा। कोहरा होने के कारण हादसों के डर से वाहन चालक धीमी गति से वाहन चलाते हुए नजर आए। बादल रहे तो सर्दी बढ़ जाएगी। हालांकि जनवरी के महीने में कई बार घना कोहरा छाया। दो-तीन बार मावठ भी रही। जनवरी के आखिरी दिनों में दो-तीन दिन तक रात को बर्फ भी जमी। लेकिन दिन में बराबर धूप निकलने से सर्दी से राहत मिलती रही। अब जनवरी महीना बीतने के बाद वापस मौसम बदला है। मौसम विभाग के अनुसार तीन फरवरी से प्रदेश के मौसम में बदलाव आएगा। तीन और चार फरवरी को वेस्टर्न डिस्टर्बेंस के असर से प्रदेश के कई इलाकों में बादल छाए रहने के हल्की से मध्यम बारिश भी हो सकती है।
वहीं मौसम विशेषज्ञों का अनुमान है कि फरवरी महीने में लोगों को तेज सर्दी का एहसास नहीं करना पड़ेगा। क्योंकि फरवरी महीने में न्यूनतम और अधिकतम तापमान दोनों ही औसत से ज्यादा रहने की संभावना जताई गई है। हालांकि इसमें बदलाव भी हो सकता है। इस महीने बारिश (पश्चिमी विक्षोभ) भी कम होने का अनुमान है। 3 फरवरी से एक पश्चिमी विक्षोभ (वेस्टर्न डिस्टर्बेंस) एक्टिव होने की संभावना है। इसके प्रभाव से राजस्थान के उत्तर-पूर्वी (भरतपुर, जयपुर और बीकानेर) संभाग के जिलों में कहीं-कहीं बादल छाने के साथ हल्की बारिश हो सकती है। Rajasthan Weather News
Rajasthan Budget 2025: फरवरी में पेश होगा राजस्थान का बजट