इसमें से 25 मृतकों की हुई पहचान, 5 लोगों की शिनाख्त बाकी
- अब तक करीब 20 करोड़ लोग लगा चुके हैं डुबकी
महाकुंभनगर/प्रयागराज (सच कहूँ/विकास पालीवाल)। Maha Kumbh Stampede Case: मौनी अमावस्या के दिन आज बुधवार को संगम पर स्नान के दौरान तड़के भगदड़ मच गई। हादसा रात करीब 2 बजे हुआ, जब लाखों श्रद्धालु संगम पर डुबकी लगाने पहुंचे थे। अचानक बढ़ी भीड़ के चलते बैरिकेड्स टूट गए, जिससे लोग गिर गए और कुचलने से कई लोग घायल हो गए। मौनी अमावस्या के मौके पर संगम तट पर भगदड़ मच गई। हादसे में कई श्रद्धालुओं की मौत हो गई है। सुबह के समय तक कॉल्विन अस्पताल स्थित मोर्चरी में 17 लाशें पहुंचाई जा चुकी थीं। सुबह साढ़े सात बजे तक 31 कॉल्विन अस्पताल स्थित मर्चरी में 25 लाशें पहुंचाई जा चुकी थीं, लेकिन प्रशासन की ओर से मृतकों की संख्या की आधिकारिक पुष्टि नहीं की गई थी। Mahakumbh Mela
मेले प्रशासन के अनुसार बुधवार दोपहर 2 बजे तक 5 करोड़ से ज्यादा श्रद्धालु गंगा और संगम में स्नान कर चुके थे, जिनमें 10 लाख कल्पवासी शामिल हैं। अब तक कुल 19.94 करोड़ लोग गंगा में स्नान कर चुके हैं। प्रशासन का अनुमान है कि इस बार कुल 40 करोड़ श्रद्धालु मेले में शामिल होंगे।
मौनी अमावस्या पर साधुओं का हुआ शाही स्नान | Mahakumbh Mela
- भगदड़ के कारण तय समय से दस घंटे बाद पहुंचे संगम
महाकुम्भनगर। महाकुंभ में मौनी अमावस्या पर नागा साधुओं का शाही स्नान हुआ है। देर रात हुई भगदड़ के कारण तय समय से करीब दस घंटे बाद नागा साधुओं का जत्था संगम पर पहुंचा है। सबसे पहले महानिर्वाणी अखाड़ा के साधु संतों और नागा साथुओं का दल स्नान करने संगम पहुंचा।
स्नान के दौरान हेलीकाफ्टर से फूलो की बारिश भी कराई गई। भगदड़ के कारण सुबह शाही स्नान को रद्द करने की घोषणा अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष रविंद्र गिरि ने की थी। लेकिन सीएम योगी से बातचीत और व्यवस्थाओं के ठीक होने पर शाही स्नान करने का फैसला हुआ। इसके बाद प्रशासन से मिले शेड्यूल के अनुसार अखाड़ों का जत्था स्नान के लिए पहुंच गए। Mahakumbh Mela
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