जाट संस्था में नई वोट काटने पर विवाद, संस्था ने 3200 वोट अवैध बताई

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Kaithal News: एडीसी दीपक बाबू लाल करवा, जाट संस्था की सदस्यता वोट रद्द होने की सूची देखने पहुंचे लोग

आज शाम तक खामियां दूर करके वोट दोबारा जुड़वा सकते है सदस्य: एडीसी

कैथल (सच कहूं/कुलदीप नैन)। Kaithal News: शहर के जाट शिक्षण संस्थान सोसायटी में करीब तीन साल पहले बनी नई वोट काटने पर सोमवार को विवाद हो गया। दरअसल, प्रबंधन की ओर से सोमवार सुबह के समय एडहॉक कमेटी के कार्यालय के बाहर काटी गई वोट की सूची चस्पाई गई थी। इस सूची के चस्पाने की जैसे ही सदस्यों को जानकारी मिली तो वे कार्यालय में पहुंच गए। इस पर उन्होंने वोट काटने पर आपत्ति जताई। मौके पर पहुंचें लोगों ने कहा कि उनकी वोट को बेवजह ही काटा गया है। वहीं, सूची चस्पाने के बाद कार्यालय के कर्मियों का कहना था कि रजिस्टार कार्यालय के आदेशों पर ऐसी वोट काटी गई हैं, जिन्होंने एक ही बैंक के माध्यम से पेंमेंट काटकर कई-कई वोट बनाई गई हैं। यह वोट वैध नहीं है। Kaithal News

मौके पर मौजूद सदस्यों ने बताया कि 3200 से अधिक लोगो की वोट को अवैध बताया गया है। उनकी वोट पर ऑब्जेक्शन चैक बुक जारी न होने के चलते लगाया गया है। जाट शिक्षण संस्थान सोसाइटी का नियम है कि जाट संस्था की सदस्यता के लिए चेक बुक और डीडी होना जरूरी है। सदस्यों ने कहा कि आरबीआई अनपढ़ ग्राहक को चेक बुक जारी नही करता तो इस हालत में कोई महिला है तो उसके पति की चेक बुक का इस्तेमाल किया जा सकता है । बावजूद इसके संस्था द्वारा वोट काटने की सूची जारी की गई है। लोगो ने कहा कि तीन से चार साल पुराना बैंक रिकॉर्ड लाने के लिए कहा जा रहा है। Kaithal News

मौके पर मौजूद एक व्यक्ति ने कहा कि ये न तो डीडी वाली गाइड लाइन पर खरे उतर रहे है और न ही चेक बुक वाली पर मेरी आठ वोट काट रखी है जिनकी सभी की पेमेंट चेक बुक से की गयी थी। इसके पीछे क्या मंशा है समझ नहीं आ रहा। काटी गई वोट की सूची चस्पाने से पहले कोई नोटिस भी नही दिया गया। सिर्फ दो दिन का समय दिया गया है इसको चेलेंज करने के लिए।

खाप प्रधान जयभगवान गुहणा ने कहा कि पिछले अकड़ी समय से यह संस्था अच्छे से चली हुई थी लेकिन कुछ शरारती तत्व इसमें घुस गये है जिनके द्वारा संस्था को बिगाड़ने का काम किया जा रहा है। गुहणा वासी अमित ने बताया कि 2021 में उसका कार्ड बना था अब कह रहे है ये रद्द कर दिया गया है। हमने डीडी भी दे दे दिया है फिर भी वोट रद्द कर रहे है। Kaithal News

जाट संस्था के एडमिनिस्ट्रेटर एडीसी दीपक बाबू लाल करवाने बताया कि जब वोट का रिकॉर्ड चेक किया गया तो 3200 ऐसे वोट मिले जो नियमों पर खरे नहीं उतर रहे थे। उन पर ऑब्जेक्शन लगाया गया है। इन लोगों की सदस्यता में खामियां पाई गई हैं। ऐसे लोगों को मंगलवार शाम तक का समय नए डीडी जमा करने,चेक बुक देने व दूसरी खामियां दूर करने के लिए दिया गया है। इसके बाद वोटर लिस्ट को दोबारा जांच जाएगा। इसके बाद संस्था के नियमों के अनुसार आपत्तियां दूर करने वाले लोगों की सदस्यता बहाल कर दी जाएगी।

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