Rojgar Mela: नई दिल्ली (सच कहूँ न्यूज)। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सोमवार को वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से रोजगार मेले में 71 हजार से अधिक युवाओं को नियुक्ति पत्र वितरित किये और कहा कि सरकार की नीतियों तथा निर्णयों के कारण ग्रामीण भारत में भी रोजगार और स्वरोजगार के नए अवसर पैदा हो रहे हैं। मोदी ने युवाओं को संबोधित करते हुए कहा कि आज देश के हजारों युवाओं के लिए एक नई शुरूआत है। उन्होंने कहा, ‘आपके वर्षों के सपने पूरे हुए हैं, वर्षों की मेहनत रंग लाई है। 2024 का यह जाने वाला वर्ष आपके लिए नई खुशियां लेकर आए। मैं आप सभी को और आपके परिवारों को हार्दिक बधाई देता हूं।
प्रधानमंत्री ने जोर देकर कहा कि सरकार रोजगार मेलों जैसी पहलों के माध्यम से भारत की युवा प्रतिभाओं के पूर्ण उपयोग को प्राथमिकता दे रही है। पिछले 10 वर्षों में, विभिन्न मंत्रालयों और विभागों में सरकारी नौकरियों के लिए एक ठोस प्रयास किया गया है। उन्होंने कहा कि पिछले डेढ़ वर्ष में लगभग 10 लाख स्थायी सरकारी नौकरियां दी गई हैं और यह एक रिकॉर्ड है। ये नौकरियां पूरी पारदर्शिता के साथ दी जा रही हैं और नए भर्ती लोग समर्पण और ईमानदारी के साथ देश की सेवा कर रहे हैं। मोदी ने कहा कि किसी देश का विकास उसके युवाओं की कड़ी मेहनत, क्षमता और नेतृत्व पर निर्भर करता है। भारत 2047 तक एक विकसित राष्ट्र बनने के लिए प्रतिबद्ध है क्योंकि देश की नीतियां और निर्णय अपने प्रतिभाशाली युवाओं को सशक्त बनाने पर केंद्रित हैं। उन्होंने कहा कि पिछले एक दशक में मेक इन इंडिया, आत्मनिर्भर भारत, स्टार्टअप इंडिया, स्टैंड-अप इंडिया और डिजिटल इंडिया जैसी पहलों ने युवाओं को सबसे आगे रखा है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत अब दुनिया की पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था और तीसरा सबसे बड़ा स्टार्टअप इकोसिस्टम है। उन्होंने कहा, ‘आज, भारतीय युवा नए आत्मविश्वास से भरे हुए हैं। वे हर क्षेत्र में उत्कृष्ट प्रदर्शन कर रहे हैं। आज स्टार्टअप प्रारंभ करने वाले युवा उद्यमियों को एक मजबूत समर्थन प्रणाली का लाभ मिलता है। इसी तरह, खेलों में करियर बनाने वाले युवाओं को विश्वास है कि वे असफल नहीं होंगे क्योंकि अब उन्हें आधुनिक प्रशिक्षण सुविधाओं और टूनार्मेंटों का समर्थन मिल रहा है। उन्होंने कहा कि देश विभिन्न क्षेत्रों में बदलाव के दौर से गुजर रहा है, मोबाइल विनिर्माण के क्षेत्र में भारत दूसरा सबसे बड़ा देश बन चुका है। भारत अक्षय ऊर्जा, जैविक खेती, अंतरिक्ष, रक्षा, पर्यटन और स्वास्थ्य के क्षेत्र में भी प्रगति कर रहा है, नए अवसरों का सृजन कर रहा है और प्रत्येक क्षेत्र में नई ऊंचाइयों को छू रहा है।
प्रधानमंत्री ने इस बात पर बल दिया कि देश की प्रगति को गति देने और एक नए भारत के निर्माण के लिए युवा प्रतिभाओं को पोषित करना बहुत जरूरी है और यह जिम्मेदारी शिक्षा प्रणाली पर है। राष्ट्रीय शिक्षा नीति (एनईपी) भारत को एक आधुनिक शिक्षा प्रणाली की ओर ले जा रही है जो छात्रों को नए अवसर प्रदान करती है।
मोदी ने कहा कि पहले यह प्रणाली प्रतिबंधात्मक थी, लेकिन अब यह अटल टिंकरिंग लैब्स और प्रधानमंत्री- स्कूलों जैसी पहलों के माध्यम से नवाचार को बढ़ावा देती है। उन्होने कहा कि सरकार ने ग्रामीण युवाओं और वंचित समुदायों के लिए मातृभाषा में शिक्षण और परीक्षा देने एवं 13 भाषाओं में भर्ती परीक्षाएं प्रदान करके भाषा संबंधी बाधाओं को भी दूर किया है। इसके अतिरिक्त, स्थायी सरकारी नौकरियों के लिए विशेष भर्ती रैलियों के साथ सीमावर्ती क्षेत्रों के युवाओं के लिए कोटा बढ़ाया गया है। आज, 50,000 से अधिक युवाओं को केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बलों के लिए नियुक्ति पत्र मिले, जो एक महत्वपूर्ण उपलब्धि है।
प्रधानमंत्री ने किसान नेता और भारत रत्न चौधरी चरण सिंह को याद करते हुए कहा कि आज उनकी जयंती है। इस दिन को किसान दिवस के रूप में भी मनाया जाता है यह हमें अन्नदाता किसानों को श्रद्धांजलि देने का अवसर प्रदान करता है। चौधरी चरण सिंह का मानना था कि भारत की प्रगति ग्रामीण भारत की प्रगति पर निर्भर करती है। उन्होंने कहा, ‘हमारी सरकार की नीतियों ने ग्रामीण क्षेत्रों में, विशेषकर कृषि क्षेत्र में युवाओं के लिए रोजगार और स्वरोजगार के नए अवसरों का सृजन किया है।
मोदी ने कहा कि आज नियुक्ति पत्र पाने वाले युवा एक नई बदली हुई सरकारी व्यवस्था में शामिल हो रहे हैं। पिछले दशक में सरकारी कर्मचारियों की लगन और कड़ी मेहनत की वजह से सरकारी कार्यालयों में कार्यकुशलता और उत्पादकता में उल्लेखनीय सुधार हुआ है। प्रधानमंत्री ने कहा कि नए नियुक्त कर्मचारी सीखने और आगे बढ़ने की अपनी उत्सुकता के कारण इस लक्ष्य तक पहुँचे हैं, और इस भावना को जीवन भर बनाए रखना महत्वपूर्ण है। उन्होंने कर्मयोगी प्लेटफॉर्म पर सरकारी कर्मचारियों के लिए विभिन्न पाठ्यक्रमों की उपलब्धता का उल्लेख किया और उन्हें अपनी सुविधानुसार इस डिजिटल प्रशिक्षण मॉड्यूल का उपयोग करने के लिए प्रोत्साहित किया।