Weather Alert: हिसार (संदीप सिंहमार)। भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने कोहरे को लेकर येलो अलर्ट जारी किया है। आईएमडी के मुताबिक, उत्तर-पश्चिम भारत के प्रमुख स्थानों में अगले 5-7 दिनों तक शीत लहर की स्थिति बने रहने की आशंका है। भारत मौसम विज्ञान विभाग के अनुसार अगले छह दिनों तक जम्मू-कश्मीर और हिमाचल प्रदेश में शीत लहर की स्थिति बनी रहेगी। राजस्थान और पंजाब में भी दो दिनों तक सर्दी का सितम जारी रहेगा, यहां भी शीत लहर को लेकर चेतावनी दी गई है।
भारत मौसम विज्ञान विभाग के अनुसार, शीत लहर के मद्देनजर जम्मू-कश्मीर, हिमाचल प्रदेश में अगले छह दिनों के लिए येलो अलर्ट जारी किया गया है, जबकि पंजाब, हरियाणा और राजस्थान में दिन काफी ठंडा रहा। आईएमडी के मुताबिक बाद में उत्तर-पश्चिम भारत में शीत लहर का प्रभाव कम होगा, लेकिन 23 दिसंबर से पंजाब और हरियाणा में भीषण कोहरे का असर देखने को मिल सकता है। इन दोनों ही राज्यों के लिए येलो अलर्ट जारी किया गया है। आईएमडी ने राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में भी घने कोहरे का अलर्ट जारी किया है। भारत मौसम विज्ञान विभाग के मुताबिक पंजाब, हरियाणा, असम, मेघालय, पश्चिम बंगाल, सिक्किम, बिहार, पूर्वी राजस्थान और झारखंड में 22 दिसंबर तक घना कोहरा रहेगा। हिमाचल प्रदेश, अरुणाचल प्रदेश, उत्तराखंड और मेघालय में भी कड़ाके की ठंड पड़ेगी। इस दौरान पंजाब, हरियाणा और उत्तरी राजस्थान के कुछ हिस्सों का तामपान गिरेगा।
राजस्थान के चूरू में सर्दी का सितम | Weather Alert
अलाव बने लोगों का सहारा: राजस्थान के चूरू जिले में भी सर्दी का सितम जारी है, जिससे जन जीवन प्रभावित हो रहा है। सर्दी ने कहर बरपाना शुरू कर दिया है। रेतीले धोरों पर और वाहनों पर बर्फ की परत जमने लगी है। इसके अलावा, खेतों में भी बर्फ की चादर देखने को मिल रही है, जिससे किसानों की परेशानी बढ़ गई है, फसलों को नुकसान हो रहा है। चूरू जिले का तापमान अब जमाव बिंदु के निकट पहुंच चुका है। रात का न्यूनतम तापमान काफी नीचे गिर गया है, जिससे बर्फ की परतें सड़क पर और खेतों में जमने लगी हैं। ओस के कारण विजिबिलिटी कम हो रही है, वाहनों की रफ्तार थम गई है। सर्दी से बचने के लिए लोग अलाव का सहारा ले रहे हैं।
खेतों में सरसों और अन्य फसलों की पत्तियों पर बर्फ की परत जमने से किसानों को भारी नुकसान हो रहा है। किसानों की फसलें नष्ट हो सकती हैं, जो किसानों के लिए चिंता का कारण बन गया है। खेतों में जमे बर्फ से फसलों प्रभावित हो रही है, आगामी दिनों में फसल की गुणवत्ता पर भी असर पड़ने की संभावना है। लोग ठंड से बचने के लिए अपने-अपने तरीके से उपाय कर रहे हैं, जैसे कि घरों में अलाव जलाना या फिर गर्म कपड़े पहनकर सर्दी से राहत पाना। ग्रामीण और शहरी क्षेत्र में सार्वजनिक स्थानों पर अलाव सेंकते हुए लोग नजर आ रहे हैं, ताकि सर्दी से राहत मिल सके।
हिमाचल के कई भागों में तीन दिन बारिश-हिमपात के आसार
हिमाचल प्रदेश में पश्चिमी विक्षोभ की सक्रिय से मौसम करवट बदल सकता है। मौसम विज्ञान केंद्र शिमला के अनुसार 22 व 27 दिसंबर को पश्चिमी विक्षोभ पश्चिमी हिमालयी क्षेत्र और आसपास के मैदानी इलाकों को प्रभावित करेगा। इसके प्रभाव से राज्य के मैदानी, मध्य व उच्च पर्वतीय कई भागों में 23-24 व 27 दिसंबर को बारिश-हिमपात का पूर्वानुमान है। वहीं 25 व 26 दिसंबर को पूरे प्रदेश में मौसम साफ बना रहेगा। प्रदेश के निचले पहाड़ी व मैदानी क्षेत्रों के कुछ स्थानों पर आगामी चार दिनों तक शीतलहर जारी रहने की संभावना है। उधर, 24 और 25 दिसंबर को सुबह और शाम के समय भाखड़ा बांध (बिलासपुर) के जलाशय क्षेत्र और बल्ह घाटी (मंडी) के कुछ हिस्सों में घना कोहरा छाया रहेगा। शनिवार को भी इन क्षेत्रों में कोहरा के चलते लोगों को परेशानी हुई।
बिलासपुर, हमीरपुर, चंबा, कांगड़ा, कुल्लू व मंडी जिले के कुछ भागों में 25 दिसंबर तक शीतलहर जारी रहने का ‘ऑरेंज-येलो अलर्ट’ जारी किया गया है। वहीं बीते 24 घंटों के दौरान राज्य सुंदरनगर, ऊना , मंडी, चंबा और हमीरपुर में शीतलहर दर्ज की गई। राज्य में 10 स्थानों पर न्यूनतम तापमान माइनस में दर्ज किया गया है। लगातार ठिठुरन से लोगों की मुश्किलें बढ़ गई हैं। अगले दो दिनों तक राज्य के तापमान में कोई बड़ा बदलाव नहीं होने की संभावना है। इसके बाद अगले दो-तीन दिनों तक राज्य के कुछ हिस्सों में तापमान में 2-3 डिग्री सेल्सियस की गिरावट आने की संभावना है।
शिमला में न्यूनतम तापमान 5.0, सुंदरनगर -0.1, भुंतर -2.0, कल्पा -3.0, ऊना 0.0, नाहन 7.1, पालमपुर 2.0, मनाली -1.0, कांगड़ा 3.0, मंडी 1.0, बिलासपुर 2.2, हमीरपुर 1.3, चंबा 1.1, जुब्बड़हट्टी 5.1, कुफरी 4.4, कुकुमसेरी -7.8, नारकंडा 1.9, भरमौर 2.5, रिकांगपिओ -0.8, सेऊबाग -1.5, धौलाकुआं 3.9, बरठीं 0.1, समदो -6.8, पांवटा साहिब 7.0, सराहन 4.0, देहरा गोपीपुर 7.0, ताबो -14.0 व बजौरा में -1.9 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया है।