कैराना। जनपद संभल में हुई हिंसक घटना के विरोध में कांग्रेस पार्टी के अल्पसंख्यक विभाग के पदाधिकारियों एवं कार्यकर्ताओं ने उच्चतम न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश को संबोधित ज्ञापन-पत्र एसडीएम को सौंपकर जिला अदालत के न्यायिक अधिकारी के विरुद्ध कार्यवाही करने की मांग की है।
बुधवार को कांग्रेस पार्टी के अल्पसंख्यक विभाग के कार्यकर्ता संगठन के जिलाध्यक्ष नदीम अहमद एडवोकेट के नेतृत्व में तहसील मुख्यालय पर पहुंचे। जहां पर उन्होंने उच्चतम न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश को संबोधित एक ज्ञापन-पत्र एसडीएम कैराना स्वप्निल कुमार यादव को सौंपा। बताया कि पूजा स्थल अधिनियम-1991 में 15 अगस्त 1947 तक देश में स्थित धार्मिक स्थलों का चरित्र यथावत रहने की बात स्पष्ट तौर पर कही गई है। कानून के अनुसार, धार्मिक स्थल के चरित्र को चुनौती देने वाले प्रतिवेदन अथवा अपील को किसी भी न्यायालय, न्यायाधिकरण या प्राधिकार द्वारा स्वीकार नही किया जा सकता है। ऐसे में संभल जिले की अदालत द्वारा मस्जिद के स्थान पर पूर्व में मंदिर होने से सम्बन्धी याचिका स्वीकार करके कानून विरोधी कार्य किया गया है। ज्ञापन-पत्र में मामले की निष्पक्ष जांच कराकर दोषी न्यायिक अधिकारी के विरुद्ध कार्यवाही किये जाने की मांग की गई है। इस दौरान सालिम, शहजाद, अली हसन, असलम, सादिक, आसिफ, तस्लीम, शमशाद, इसराइल, समून, शाहरुख, साद, फैसल, फरमान, अनिरुद्ध, फाजिल, तसव्वर आदि कांग्रेस कार्यकर्ता मौजूद रहे।