भिवानी (सच कहूँ/इन्द्रवेश)। Bhiwani News: म्हारी छोरी-छोरों से कम हैं। फिल्म दंगल का यह डायलोग हल्का भिवानी जिला के गांव पुर में एक पिता ने अपनी बेटियों की शादी में घुड़चढ़ी निकालकर सार्थक किया है। परिवार ने समाज को लड़का लड़की का भेद मिटाकर समानता का संदेश दिया है। प्रदेश में पूर्वकालीन सभ्यता से जहां शादी-विवाह की अलग-अलग तरीके से रस्मे निभाई जाती थी, ऐसे में पुर गांव में बेटियों के विवाह से पूर्व गाँव में घुड़चढ़ी निकाल, लड़कियों के पिता पवन कुमार ने क्षेत्र में अनोखी पहल की शुरूआत की है और परिजनों ने नाच-गान पर कर खुशी मनाई। Haryana
बेटियों के सम्मान को लेकर गाँव पुर में दो लड़कियों की घुड़चढ़ी निकाली गई। जिसमें महिलाओें और पुरुषों ने नाच-गाकर अपनी खुशी मनाई। जिसके चलते समाज मेें लड़का लड़की का भेदभाव दूर होगा व समाज को एक अच्छा संदेश व बेटियों को बढ़ावा मिलेगा। परिजनों का कहना है कि पूर्व सभ्यता में केवल लड़को की शादी विवाह में ही घुड़चढ़ी निकाली जाती थी परन्तु आज के दौर में सामाजिक बदलाव होने से लड़कियां भी किसी दौर में लड़कों से कम नहीं है। उनके सम्मान में हर वर्ग से सामाजिक बढ़ावे के प्रयास किये जा रहे हैं। Haryana
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