कैथल में 334 तो जींद में 400 के करीब पहुंचा वायु प्रदुषण का स्तर | Kaithal News
कैथल (सच कहूँ/कुलदीप नैन)। Air Pollution Level: धुंध और धुंए के चलते हवा में प्रदूषण खतरनाक स्तर पर पहुंचा हुआ है। नवंबर माह का कोई भी दिन ऐसा नहीं गया जब कैथल में एयर क्वालिटी इंडेक्स 100 से नीचे पहुंचा हो। वहीँ अन्य दिनों की भांति सोमवार को फिर कैथल में एक्युआई 334 दर्ज किया गया। जबकि रविवार को 302, 16 नवंबर को 317 एयर क्वालिटी इंडेक्स दर्ज किया गया। Kaithal News
इससे साफ है कि प्रतिदिन हवा में प्रदूषण बढ़ ही रहा है, जिससे सांस से संबंधित बीमारी वाले लोगों को अधिक परेशानी हो रही है। डॉक्टर बता रहे हैं कि इस प्रकार का मौसम बुजुर्गों और बच्चों के लिए ज्यादा परेशानी वाला है। युवाओं को भी घर से निकलते समय मास्क का प्रयोग करना चाहिए।
असरः एक्यूआई 300 पार, आंखों में जलन हो रही | Kaithal News
जिले में प्रदूषण का स्तर काफी बढ़ा हुआ है। जिसका असर भी साफ देखा व महसूस किया जा सकता है, क्योंकि दिन के समय में भी वातावरण में धुंआ सा छाया रहता है। साथ ही बाहर तो दूर की बात घरों के अंदर बैठे हुए भी आंखों में जलन महसूस होती रहती है, जिससे आंखों में पानी भी आ जाता है। इससे आंखें भी संक्रमित हो रही हैं। सोमवार को जिले में एयर क्वालिटी इंडेक्स 334 रहा। जो स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है।
प्रदूषण का स्तर ज्यादा, बाहर निकलते समय मास्क लगाए
सिविल अस्पताल के प्रधान चिकित्सा अधिकारी डॉ. सचिन मांडले ने बताया कि प्रदूषित वातावरण में लंबे समय तक रहने के कारण श्वसन और फेफड़ों से संबंधित बीमारियों, मस्तिष्क और तंत्रिका से संबंधित रोग हो सकता है। बाइकों व साइकिलों व पैदल चलने वाले लोगों को सबसे ज्यादा परेशानी हो रही है। उनको सांस लेने से लेकर आंखों में भी दिक्कत हो रही है। प्रदूषित वातावरण का बच्चों और बुजुर्गों की सेहत पर सबसे ज्यादा असर देखा जाता रहा है। हालांकि ये वयस्कों के लिए भी बहुत खतरनाक हो सकता है। Kaithal News
जींद में 387 पर पहुंचा एक्युआई
जींद जिले में में तो हालात कैथल से भी बदतर है। यहाँ की आबोहवा बेहद खराब हो चुकी है। पिछले तीन दिन से यहाँ वायु प्रदुषण का स्तर 300 से उपर चल रहा है जोकि कभी कभी तो 400 के आंकड़े को भी छूने के करीब होता है। सोमवार को यहाँ प्रदुषण का स्तर 387 दर्ज किया गया। लगातार बड़ते प्रदूषण को देखते हुए केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने छीप-4 लागू किया है।
जिले में निर्माण कार्य और तोड़ने पर रोक लगाई गई है। आरएमसी बंचिंग प्लांट, ईट भट्टे, बड़े वेल्डिंग वर्क और गैस कटिंग काम भी नहीं हो सकेंगे। पिछले पांच दिनों से आसमान में धुंध छाई हुई है। धुंध के चलते विजिबिलिटी काफी कम हो गई है। अगर जल्द ही बारिश या तेज हवाएं नहीं चली तो प्रदूषण का स्तर इससे भी अधिक हो सकता है।
जानिए किस दिन कितना रहा वायु प्रदुषण का स्तर
दिनांक जींद कैथल
- 18 नवम्बर 387 334
- 17 नवम्बर 312 302
- 16 नवम्बर 394 317
- 15 नवम्बर 228 327
- 14 नवम्बर 225 260
- 13 नवम्बर 323 216
- 12 नवम्बर 250 298
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