Shimla Sanjauli Mosque Row: शिमला (एजेंसी)। संजौली मस्जिद समिति ने खुद ही नगर निगम शिमला के न्यायालय के आदेश के बाद मस्जिद में बनें ‘अवैध’ हिस्से गिराने शुरू कर दिए हैं। अध्यक्ष लकी मोहम्मद लतीफ नेगी ने पुष्टि की कि 5 मंजिलों वाली संजौली मस्जिद को गिराने की प्रक्रिया छत से शुरू होगी, क्योंकि हिमाचल प्रदेश वक्फ बोर्ड ने आंशिक रूप से गिराने की अनुमति दे दी है। Shimla News
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एक मीडिया रिपोर्ट में नेगी ने कहा, ‘‘सर्दियों की स्थिति और धन की कमी के कारण मस्जिद को गिराने में कम से कम 5 महीने लगेंगे।’ रिपोर्ट में उन्होंने मस्जिद निर्माण के लिए समुदाय के समर्थन पर जोर दिया, लेकिन गिराने के प्रयासों के लिए वित्तीय सहायता की कमी पर भी ध्यान दिलाया। हिमाचल प्रदेश के मंत्री विक्रमादित्य सिंह ने कहा, ‘‘सबसे पहले, मैं आज से अवैध इमारत और उसके अवैध हिस्से, जो कि 3 मंजिल है, को स्वेच्छा से गिराने की पहल का स्वागत करता हूं। चूंकि मामला नगर निगम आयुक्त की अदालत में है, इसलिए उन्हें वहां अर्जी दाखिल करनी चाहिए कि उन्हें समय विस्तार चाहिए, वहां फैसला लिया जाएगा, मुझे लगता है कि इस मामले में मेरे लिए कुछ भी कहना उचित नहीं होगा।
ये थे अदालत के निर्देश | Shimla News
नगर निगम अदालत ने 5 अक्तूबर को तीन अनधिकृत मंजिलों को हटाने का आदेश दिया था, जिससे संजौली मस्जिद समिति को अनुपालन के लिए दो महीने का समय मिल गया। नेगी ने अदालत से विस्तार का अनुरोध करने की मंशा जताई है, जिससे विध्वंस प्रक्रिया में शामिल जटिलताओं का संकेत मिलता है। नेगी ने मौजूदा स्थिति के बारे में शिमला के पुलिस अधीक्षक और नगर निगम आयुक्त से भी संवाद किया।
नेगी ने कहा कि विध्वंस में कम से कम 5 महीने लगेंगे क्योंकि यह सर्दियों का समय है और मस्जिद को ध्वस्त करने के लिए धन की कमी है। उन्होंने कहा कि लोग मस्जिद बनाने के लिए पैसे देते हैं लेकिन कोई भी इसे ध्वस्त करने के लिए आगे नहीं आ रहा है। Shimla News
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