पुलिस बलिदान दिवस के अवसर पर 25 पुलिस कर्मियों को किया सम्मानित
गुरूग्राम (सच कहूँ न्यूज़)। Gurugram News: देश की आंतरिक सुरक्षा में पुलिस की अहम भूमिका है। आज के परिवेश में पुलिस के बिना एक सभ्य ओर सुरक्षित समाज की कल्पना नही की जा सकती। यह बात गुरुग्राम के पुलिस कमिश्नर विकास अरोड़ा ने सोमवार को जिला पुलिस लाइन में पुलिस बलिदान दिवस के अवसर पर पुलिस शहीद फाउंडेशन, हरियाणा द्वारा पुलिस कर्मचारियों व उनके परिवारों के लिए आयोजित मेगा मेडिकल कैम्प के शुभारंभ अवसर पर कही। Gurugram News
पुलिस लाइन के मीटिंग हाल में आयोजित मेडिकल कैम्प में गुरुग्राम पुलिस के सभी आला अधिकारियों और शहर के गणमान्य व्यक्तियों को संबोधित करते हुए पुलिस कमिश्नर विकास अरोड़ा ने कहा कि आज देश और समाज को सुरक्षित रखने में पुलिस की भागीदारी काफी बढ़ गई है। नागरिकों की सुरक्षा के दौरान काफी चुनोतियो का सामना करना पड़ता है। उन्होंने कहा कि पुलिस की समाज के प्रति सेवाओ ओर बलिदान को किसी भी मायने में कम नही आंका जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि पुलिस समाज मे कानून व्यवस्था और देश की आंतरिक सुरक्षा के लिए वचनबद्ध है। कार्यक्रम में पुलिस कर्मचारियों और शहर के गणमान्य व्यक्तियों की भारी संख्या का आह्वान करते हुए पुलिस कमिश्नर विकास अरोड़ा ने कहा कि वे हर अपराध की जानकारी पुलिस तक पहुंचाए जिससे अपराधियो पर नकेल कसी जा सके। उन्होंने पुलिस के वीर बलिदानियों के परिवारों के प्रति कृतज्ञता प्रगट करते हुए कहा कि बलिदानियों का सम्मान ही राष्ट्र का सम्मान है।
पुलिस शहीद फाउंडेशन, हरियाणा के अध्यक्ष एडवोकेट आरएल शर्मा ने मंच संचालन करते हुए कहा कि आज के परिवेश में हम पुलिस के बिना सुरक्षित नही रह सकते। शर्मा ने कहा कि जहां समाज मे पुलिस की आलोचना होती है वही पुलिस के अच्छे कार्यो की सराहना भी होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि बलिदानी चाहे सेना का हो या पुलिस का हो वह देश के लिए सम्मानीय है। पुलिस शहीद फाउंडेशन के अध्यक्ष आरएल शर्मा ने बताया कि 21 अक्टूबर 1959 को लद्दाख के हॉट स्प्रिंग में देश की सुरक्षा की प्रथम पंक्ति में तैनात सीआरपीएफ की 20 सदस्यीय छोटी सी टुकड़ी सीमा पर तैनात थी। जिसकी अगुवाई सीआरपीएफ के डीएसपी कर्मसिंह द्वारा की जा रही थी। Gurugram News
तभी चीनी सेना द्वारा भारी संख्या में घात लगाकर भारतीय सीआरपीएफ की 20 सदस्यीय टुकड़ी पर हमला किया गया। भारतीय सीआरपीएफ की 20 सदस्यीय टुकड़ी ने चीनी सेना का डटकर मुकाबला किया और उसे भारी नुकसान पहुंचाया। इस भीषण लड़ाई में भारतीय सीआरपीएफ के डीएसपी कर्मसिंह सहित 10 जवान वीरगति को प्राप्त हुए और उन्होंने अपने जीवन का सर्वोच्च बलिदान दिया। उसी दिन से शुरू हुई थी ये गौरवपूर्ण बलिदान की गाथा। इसी कड़ी में देश के प्रत्येक जिला मुख्यालयों पर पुलिस स्मृति दिवस का आयोजन देश के सभी शहीद पुलिस कर्मियों को याद किया जाता है और पुलिस वैलफेयर के कार्यों की घोषणा भी की जाती है। Gurugram News
पुलिस शहीद फाउंडेशन के महासचिव दीपक मैनी ने कहा कि फाउंडेशन 2004 से ही पुलिस शहीद के परिवारों ओर सभी पुलिस कर्मचारियों के वेलफेयर के लिए कार्य कर रही है। इस अवसर पर जॉइंट पुलिस कमिश्नर नाजनीन भसीन रिटायर्ड डीजीपी यशपाल सिंघल ने भी उपस्थित सभी पुलिस अधिकारियों और गणमान्य व्यक्तियों को संबोधित किया। कार्यक्रम के दौरान पुलिस शहीद फाउंडेशन की ओर से ड्यूटी के दौरान बेहतरीन कार्य करने वाले 25 पुलिस कर्मियों को पुलिस कमिश्नर विकास अरोड़ा के हाथों से सम्मानित भी करवाया गया।
कार्यक्रम को सफल बनाने में प्रोग्रेसिव फेडरेशन ऑफ ट्रेड एंड इंडस्ट्री के सदस्यों ने अहम भूमिका निभाई। मेडिकल कैम्प आर्टेमिस हस्पताल के सहयोग किया गया। मेडिकल कैम्प में क्लोव के तरफ से डेंटल ओर सेन्टर फ़ॉर साइट की तरफ से आंखों की जांच की गई। मेडिकल कैम्प में लगभग 117 पुलिस परिवारों ने आंखों, दांतो, हड्डियों, हार्ट ओर पैन रिलीफ विशेषज्ञों द्वारा सलाह ले कर ओर बीपी, शुगर, ईसीजी, कॅल्शियम ओर हड्डियों में कैल्शियम जांच का लाभ उठाया। मेडिकल कैम्प को सफल बनाने में आर्टेमिस अस्पताल के जीएम मार्किटिंग फरीद खान व उनकी टीम के साथ साथ पुलिस विभाग के फर्मासिस्ट जय प्रकाश ने अहम भूमिका निभाई। Gurugram News
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