Kaithal: रमा रानी इन्सां की आंखें, अब भरेंगी अंधेरी जिंदगी में उजाला!

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Body Donation: रमा रानी इन्सां की आंखें, अब भरेंगी अंधेरी जिंदगी में उजाला!

Body Donation: कैथल (सच कहूँ /कुलदीप नैन)। पूज्य गुरु संत डॉ. गुरमीत राम रहीम सिंह जी इन्सां के पावन वचनों पर चलते हुए डेरा सच्चा सौदा की साध-संगत 167 मानवता भलाई के कार्य कर रही है। इसी कड़ी में ब्लॉक कैथल से जोन न.10 महादेव कॉलोनी निवासी रमा रानी इन्सां (58 वर्ष ) के परिजनों ने माता की इच्छानुसार मरणोपरांत उनका शरीर भी मानवता की सेवा में लगा दिया। उनकी पार्थिव देह मेडिकल रिसर्च के लिए मुजफ्फरपुर मेडिकल कालेज बेगराजपुर को दान की गई। वहीं उनकी आँखें सेवा संघ कैथल को दान की गई। परिजनों से मिली जानकारी के अनुसार रमा रानी बुधवार प्रात: 4 बजे बिलकुल स्वस्थ उठी थी और देखते ही देखते बिना किसी दु:ख तकलीफ के 5 बजे अपनी श्वासों रूपी पूंजी पूरी करके कुल मालिक के चरणों में सचखंड जा विराजी। Kaithal News

पूज्य गुरु जी की पावन प्रेरणा से अपना शरीर दान करने का प्रण लिया था

उनकी इच्छा थी कि उनकी पार्थिव देह को जलाया या दफनाया ना जाए बल्कि मेडिकल रिसर्च के लिए दान कर दिया जाए। रमा रानी ने पूज्य गुरु संत डॉ. गुरमीत राम रहीम सिंह जी इन्सां की पावन प्रेरणा पर चलते हुए अपना शरीर दान करने का प्रण लिया था। ब्लॉक कैथल की सैकड़ों की संख्या में पहुंची साध संगत ने सचखंडवासी माता रमा रानी इन्सां की अंतिम यात्रा निकाल कर पार्थिव देह को मेडिकल रिसर्च के लिए विदा किया। उनकी अंतिम यात्रा में जब तक सूरज चाँद रहेगा माता रमा इन्सां तेरा नाम रहेगा , माता रमा रानी इन्सां अमर रहे के नारे गूंजते रहे। इस मौके पर सेवादार के परिवार सदस्य व शाह सतनाम जी ग्रीन एस वैल्फेयर संगठन के भाई व बहनें तथा साध संगत मौजूद रही।

मेरी माता रमा रानी इन्सां आज सतगुरु के चरणों में जा समाए। उन्होंने शरीर दान का फॉर्म भरा हुआ था। जिसको ध्यान में रखते हुए और पूज्य गुरुजी की मानवता भलाई की शिक्षाओं पर चलते हुए हमने उनके नेत्रदान और शरीरदान करने का फैसला किया।             – अमित, बेटा

पुत्रवधू ने भी दिया अर्थी को कंधा | Kaithal News

सचखंडवासी रमा रानी इन्सां करीब 30 सालों से डेरा सच्चा सौदा से जुडी हुई थी। उनकी अंतिम इच्छा को पूरा करते हुए परिजनों ने शरीर दान करने का फैसला लिया और अंतिम इच्छा पर फूल चढ़ाए। उनकी अर्थी को उनके पुत्रों के साथ साथ पुत्रवधुओं ने भी कंधा दिया। कंधा देने वालों में अमित, नितिन, प्रीती, ममता, गीतू शामिल रही। वहीं माता जी अपने पीछे भरा पूरा परिवार छोड़ गये, जिसमे रमेश इंन्सा पति , अमित, गौरव पुत्र, गीतू पुत्रवधू , सार्थक , खुश पौत्र है। Kaithal News

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