PPF New Rules:पीपीएफ सुकन्या समृद्धि योजना समेत एनएससी समेत कुछ स्मॉल सेविंग स्कीम के नियमों में बदलाव किया जाएगा, इसका असर कई अकाउंट होल्डर्स पर पड़ने वाला हैं, पीपीएफ के तहत 3 प्रमुख बदलाव होने वाले हैं, अगर आपका भी पब्लिक प्रोविडेंट फंड के तहत अकाउंट है, तो आइए जानते हैं किन-किन नियमों में बदलाव हो रहा और इस बदलाव का आप पर कितना असर होने वाला हैं। दरअसल, पिछले महीने वित्त मंत्रालय के आर्थिक मामलों के विभाग ने पोस्ट ऑफिस के जरिए खोले गए मौजूद सार्वजनिक भविष्य निधि खातों को सुव्यवस्थित करने के लिए नए दिशा-निर्देश जारी किए थे।
PPF खातों के लिए बदल जाएंगे ये 3 नियम | PPF New Rules
नाबालिगों के लिए पीपीएफ अकाउंट: संशोधित नियमों के अनुसार, नाबालिग के नाम पर खोले गए सार्वजनिक भविष्य निधि खातों पर डाकघर बचत खाता ब्याज तब तक मिलता रहेगा, जब तक नाबालिग 18 वर्ष का नहीं हो जाता, ऐसे में अकाउंट्स के लिए मैच्योरिटी का कैलकुलेशन उस डेट से की जाएगी, जिस दिन नाबालिग वयस्क हो जाएगा।
एक से ज्यादा पीपीएफ अकाउंट्स पर नियम: निवेशक द्वारा किसी भी डाकघर या एजेंसी बैंक में चयनित प्राथमिक पीपीएफ अकाउंट पर योजना दर के अनुसार ब्याज मिलेगा, बशर्ते कि जमा राशि वार्षिक अधिकतम सीमा से अधिक नहीं होनी चाहिए, अगर दूसरे अकाउंट में शेष राशि हैं तो उसे पहले अकाउंट के साथ कंसोलाइड कर दिया जाएगा, हालांकि इस अकाउंट के तहत जमा पैसे पर ब्याज नहीं दिया जाएगा, सिर्फ प्राथमिक अकाउंट पर योजना के तहत ब्याज मिलेगा, प्राथमिक और दूसरे खाते के अतिरिक्त किसी भी अतिरिक्त खाते पर खाता खोलने की तिथि से शून्य प्रतिशत ब्याज दर मिलेगी।
एनआरआई के लिए पीपीएफ अकाउंट्स: 1968 की सार्वजनिक भविष्य निधि योजना के तहत खोले गए सक्रिय पीपीएफ खातों वाले अनिवासी भारतीयों के लिए जब फॉर्म एच में खाताधारक की निवास स्थिति के बारे में पूछताछ नहीं की गई थी, लागू ब्याज दर 30 सितंबर, तक पीओएसए दिशानिर्देशों के अनुसार होगी, इसके बाद खातें पर शून्य प्रतिशत ब्याज दर से ब्याज मिलना शुरू हो जाएगा।
PPF योजना की कुछ खास बातें: गौरतलब है कि पब्लिक प्रोविडेंट फंड केंद्र सरकार की लोकप्रिय योजनाओं में से एक हैं, यह योजना लोगों को लॉन्ग टर्म में अच्छा मुनाफा देती हैं, इसकी मैच्योरिटी अवधि 15 सालक के लिए होती हैं, जिसके पूरा होने के बाद 5-5 साल और आगे बढ़ा सकते हैं, इस योजना की खास बात ये है कि इसमें टैक्स छूट का लाभ मिलता हैं, इससे प्राप्त ब्याज पर कोई टैक्न नहीं लगता है, साथ ही कोई भी भारतीय नागरिक इस योजना के तहत अकाउंट खुलवा सकता हैं, इसमें कम से कम 500 रुपये निवेश शुरू कर सकते हैं और अधिकतम 1.5 लाख रुपये तक सालाना निवेश कर सकते हैं।