Kuttu Ka Atta: मिलावटी कुट्टू का आटा बन सकता है फ़ूड प्वॉयजनिंग का कारण

Kuttu Ka Atta
Kuttu Ka Atta: मिलावटी कुट्टू का आटा बन सकता है फ़ूड प्वॉयजनिंग का कारण

हेल्थ एक्सपर्ट की सलाह, घर में आटा ही सबसे लाभदायक

हेल्थ डेस्क, डॉ. संदीप सिंहमार।

Kuttu Ka Atta: नवरात्रों के दौरान अगले दो दिनों तक उत्तर भारत में अधिकतर घरों में कुट्टू के आटे का प्रयोग किया जाएगा, क्योंकि उपवास रखने वाले महिला व पुरुष इन दिनों में कुट्टू के आटे से बनी रोटियां पूरी का सेवन करते हैं। आयुर्वेद के अनुसार कुट्टू का आता इंसानी शरीर के लिए लाभदायक तो है, लेकिन जरा सी भी लापरवाही फूड प्वाइजनिंग का कारण भी बन सकती है।

कुट्टू का आटा, जिसे अक्सर व्रत में खाया जाता है, कभी-कभी कुछ स्थितियों में जहरीला हो सकता है। हाल ही में ऐसा वाक्या उत्तरप्रदेश के मेरठ में सामने भी आ चुका है। यहाँ कुट्टू का आटा से बने पकवान खाने वाले 160 लोग बीमार हो गए। इन सभी को अलग-अलग अस्पतालों में उपचार चल रहा है। कुट्टू ऐसा आटा है जो सही तरीके से स्टोर या प्रोसेस नहीं किया गया हो तो स्वास्थ्य के लिए हानिकारक हो सकता है। जिसे पेट संबंधी रोग हो सकते हैं।

क्यों जहरीला बन सकता है कुट्टू का आटा?

कुट्टू के आटे को सही तरीके से न स्टोर करने के कारण उसमें फंगस या बैक्टेरिया विकसित हो सकते हैं। अगर आटे में नमी पहुँचे तो उसमें फफूंद लग सकती है, जो जहरीली होती है। कुट्टू का आटा महंगा होने के कारण कभी-कभी कुट्टू के आटे में अन्य चीजें मिला दी जाती हैं, जो विषैली हो सकती हैं।

इन बातों का रखे ध्यान | Kuttu Ka Atta

हमेशा ताजा और पैक्ड आटा खरीदें। ताकि उसमें किसी भी प्रकार की नमी न हो। इसे सूखे और ठंडे स्थान पर स्टोर करें। पैकिंग की जांच करें, एक्सपायरी डेट चेक करें। आटे को सील्ड कंटेनर में रखें ताकि नमी न पहुँचे। सावधान रहकर और सही तरीके से आटे का प्रयोग करने से आप बीमार पड़ने की संभावना को कम कर सकते हैं।

क्या होता है कुट्टू?

कुट्टू चावल की एक प्रजाति है। इसकी पैदावार ठंडे और पहाड़ी इलाकों में होती है। इसका बॉटनिकल नाम फैगोपाएरम-एफक्यूलैंटम है। इसमें प्रोटीन हाई मात्रा में होती है। यह कुट्टू से बना ग्लूटेन-मुक्त आटा है, जो फाइबर और कॉम्प्लेक्स कार्ब्स से भरपूर होता है। नवरात्रि या किसी व्रत में इसका इस्तेमाल ज्यादा होता है। पर आजकल मिलावटी आटा मिलने के कारण सबसे अधिक परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।इसे स्टोर करके रखना या इसमें मिलावट करना खतरनाक होता है।

कट्टू का आटा (Kuttu Ka Atta) 6 दिनों तक ही कर सकते है स्टोर

हेल्थ एक्सपर्ट्स के डॉ. शालिनी के अनुसार कुट्टू के आटे को करीब 6 महीने तक ही स्‍टोर करके रखा जा सकता है। इससे ज्यादा समय से रखा आटा खाना नुकसानदायक हो सकता है। इसलिए कभी भी पुराना कट्टू का आटा नहीं खाना चाहिए। कु़ट्टू को घर में पीसकर ही आटा बनाना चाहिए। बाजार में मिलने वाले कुट्टू के आटे में मिलावट हो सकती है।

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