कारोबार और परोपकार को अमिट आकार देने वाले ‘रतन’ हमेशा याद किए जाएंगे: उद्योग

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New Delhi: कारोबार और परोपकार को अमिट आकार देने वाले ‘रतन’ हमेशा याद किए जाएंगे: उद्योग

नई दिल्ली (सच कहूँ न्यूज)। Ratan Tata: उद्योग जगत ने कारोबार और परोपकार को अमिट आकार देने वाले प्रख्यात उद्योगपति पद्मविभूषण टाटा संस के मानद अध्यक्ष रतन एन. टाटा के निधन पर गहरा शोक व्यक्त करते हुए आज कहा कि टाटा के भारतीय उद्योग में योगदान को हमेशा याद किया जाएगा। वाणिज्य एवं उद्योग संगठन फिक्की ने गुरुवार को अपने शोक संदेश में कहा कि टाटा अपने पीछे ऐसी विरासत छोड़ गए हैं, जिसने भारतीय व्यापार और परोपकार को अमिट आकार दिया है। कई प्रतिष्ठित पुरस्कारों से सम्मानित टाटा का भारतीय उद्योग, स्टार्ट-अप और कॉपोर्रेट सामाजिक उत्तरदायित्व (सीएसआर) में विशेष और सर्वव्यापी योगदान रहा है। वर्ष 2014 में ब्रिटेन से मानद नाइटहुड की उपाधि ने उनके वैश्विक कद को रेखांकित किया। उनकी रणनीतिक सूझबूझ नैतिक कारोबारी चलन के प्रति उनके समर्पण से मेल खाती थी। New Delhi

फिक्की के अध्यक्ष डॉ. अनीश शाह ने कहा, “फिक्की टाटा को न केवल एक सफल व्यवसायी के रूप में बल्कि एक आदर्श व्यक्ति के रूप में भी याद करता है, जिन्होंने ईमानदारी, विनम्रता और सामाजिक जिम्मेदारी के मूल्यों को अपनाया। नैतिक पूंजीवाद के बारे में उनका दृष्टिकोण और व्यवसाय को समाज की भलाई के लिए एक शक्ति के रूप में उपयोग करने के उनके प्रयासों ने उद्यमियों और कॉपोर्रेट लीडरों की कई पीढ़ियों को प्रेरित किया है। टाटा के जाने से भारतीय कारोबारी समुदाय में एक ऐसा शून्य पैदा हो गया है जिसे भरना मुश्किल होगा। फिक्की उनके शोक संतप्त परिवार और दोस्तों के प्रति अपनी गहरी संवेदना व्यक्त करता है। New Delhi

दूरसंचार समेत कई क्षेत्रों में कारोबार करने वाली कंपनी भारती एंटरप्राइजेज के संस्थापक एवं अध्यक्ष सुनील भारती मित्तल ने कहा, ‘रतन टाटा के निधन की खबर सुनकर मुझे बहुत दुख हुआ है। उन्होंने भारतीय उद्योग, परोपकार और जिस दुनिया में हम रहते हैं उसे बेहतर बनाने के लिए हमेशा सर्वश्रेष्ठ प्रयास किया है। एक सच्चे राष्ट्र निमार्ता, देश के विकास में उनकी विरासत हमेशा उद्यमियों और सभी भारतीयों को प्रेरित करेगी। भारती एंटरप्राइजेज की ओर से मैं टाटा परिवार के साथ अपनी गहरी संवेदना व्यक्त करता हूं। New Delhi

वाणिज्य संगठन एसोचैम के महासचिव दीपक सूद ने कहा, ‘टाटा ने न केवल एक अच्छी तरह से विविधीकृत टाटा समूह को दुनिया के कई देशों में पहुंचाया बल्कि सूचना प्रौद्योगिकी, आॅटोमोबाइल, स्टील और आतिथ्य सहित विभिन्न क्षेत्रों में वैश्विक परिदृश्य पर भारत की ब्रांड इक्विटी में भी बहुत योगदान दिया। उनका जीवन भारत के उद्यमियों के लिए वैश्विक स्तर पर सोचने और आगे बढ़ने, एक बेदाग प्रतिष्ठा और कॉपोर्रेट प्रशासन के बहुत उच्च मानक को बनाए रखने के लिए एक प्रेरणा होगा। टाटा के व्यक्तित्व की विशेषताओं में से एक विभिन्न व्यवसायों और कंपनियों में नेतृत्व का निर्माण करने के लिए उनकी प्रतिबद्धता थी, जो शेयरधारकों के मूल्य और सबसे बढ़कर बड़े पैमाने पर समाज सहित हितधारकों के हित में योगदान करना था। उन्होंने कई स्टार्टअप को प्रेरित किया और उन्हें आगे बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।

सूद ने कहा कि दुनिया टाटा को स्वास्थ्य और शिक्षा जैसे महत्वपूर्ण क्षेत्रों में उनके परोपकारी योगदान के लिए भी याद रखेगी, जिन्होंने दूसरों के लिए मानक स्थापित किए। टाटा समूह को विज्ञान और प्रौद्योगिकी तथा मौलिक अनुसंधान में विश्व स्तरीय संस्थानों के निर्माण का श्रेय दिया जाता है। उन्होंने टाटा परिवार के प्रति संवेदना व्यक्त करते हुए शीर्ष चैंबर के साथ श्री टाटा के जुड़ाव को याद किया।

आॅटोमोबाइल क्षेत्र के शीर्ष संगठन सियाम के अध्यक्ष शैलेश चंद्र ने अपने शोक संदेश में कहा, ‘भारतीय आॅटोमोबाइल उद्योग श्री रतन टाटा के निधन से बहुत दुखी है। वे एक महान हस्ती थे, जिन्होंने भारतीय आॅटो उद्योग को वैश्विक मंच पर लाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। वे एक महान मानवतावादी, दूरदर्शी और लीडर थे। उन्होंने ऐसे नवाचारों का समर्थन किया जो बेहतर कल के निर्माण में मदद कर रहे हैं। New Delhi

आॅटोमोबाइल क्षेत्र के कल-पुर्जे बनाने वाली कंपनियों के संगठन एकमा की अध्यक्ष श्रद्धा सुरी मारवाह ने कहा कि भारतीय आॅटोमोटिव क्षेत्र विशेष रूप से आॅटो कंपोनेंट उद्योग को टाटा की गुणवत्ता, नवाचार और आत्मनिर्भरता के प्रति प्रतिबद्धता से बहुत लाभ हुआ है। वे एक ऐसे दिग्गज थे, जो भारत के विनिर्माण क्षेत्र की क्षमता में विश्वास करते थे और आॅटोमोटिव आपूर्ति श्रृंखलाओं के स्थानीयकरण को प्रोत्साहित करते थे, जो आज हमारे उद्योग की आधारशिला बन गई है।

श्रीमती मारवाह ने कहा, ‘इलेक्ट्रिक मोबिलिटी और पर्यावरणीय स्थिरता के लिए उनकी वकालत उद्योग के वर्तमान परिवर्तन के साथ गहराई से प्रतिध्वनित होती है। एकमा और संपूर्ण आॅटोमोटिव बिरादरी की ओर से हम टाटा परिवार और उनके नेतृत्व से प्रभावित सभी लोगों के प्रति अपनी गहरी संवेदना व्यक्त करते हैं। उनकी विरासत भारत और उसके बाहर के लीडरों की भावी पीढ़ियों को प्रेरित करती रहेगी। टाटा को हमेशा एक अग्रणी, दूरदर्शी और भारतीय आॅटोमोटिव क्षेत्र की प्रगति में एक अद्वितीय योगदानकर्ता के रूप में याद किया जाएगा।

टेक्सटाइल समेत विभिन्न क्षेत्रों में कारोबार करने वाले लोहिया समूह के मुख्य कार्यकारी अधिकारी आयुष लोहिया ने कहा, ‘हमने एक महान हस्ती को खो दिया है, जिनका नाम ही उनके महत्व को दशार्ता है, न केवल एक असाधारण व्यवसायी के रूप में बल्कि एक असाधारण इंसान के रूप में भी। वह वास्तव में एक ‘रत्न’ थे, एक ऐसा रत्न जिसका योगदान बोर्डरूम से कहीं आगे बढ़कर अनगिनत लोगों के जीवन में फैला। हम लंबे समय से उनके दूरदर्शी नेतृत्व और उत्कृष्टता के प्रति प्रतिबद्धता से प्रेरित हैं।

रतन टाटा की ईमानदारी, विनम्रता और करुणा के मूल्यों ने उद्योगों का मार्गदर्शन किया है और हमारे जैसे व्यवसायों को एक बेहतर दुनिया के लिए प्रयास करने के लिए प्रेरित किया है। ईमामी समूह के निदेशक आदित्य अग्रवाल ने कहा, ‘हमने अपने ‘अनमोल रतन’ को खो दिया है। यह भारत के लिए एक अपूरणीय और गहरा नुकसान है। टाटा ईमानदारी, सहानुभूति और विनम्रता के प्रतीक थे। उनकी प्रतिबद्धता, नवाचार और व्यावसायिक कौशल के लिए बहुत सम्मान किया जाता था और वे सभी के लिए प्रेरणा स्रोत थे। भारतीय उद्योग में उनका योगदान अद्वितीय है। New Delhi

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