Ratan Tata: नई दिल्ली (सच कहूँ न्यूज)। प्रसिद्ध उद्योगपति रतन एन टाटा अब हमारे बीच नहीं रहे। बुधवार को 86 वर्ष की उम्र में मुंबई के ब्रीच कैंडी अस्पताल में उनका उनका निधन हो गया। रतन टाटा को तबीयत बिगड़ने पर उपचार के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया था, जहां उन्होंने आंखिरी सांस लीं। टाटा ने अपनी मृत्यु से दो दिन पहले यानी सात अक्टूबर को अपने स्वास्थ्य को लेकर सोशल मीडिया मंच एक्स पर पोस्ट किया था। उन्होंने लिखा, “मैं अपने स्वास्थ्य के बारे में हाल ही में फैली अफवाहों से अवगत हूँ और सभी को आश्वस्त करना चाहता हूँ कि ये दावे निराधार हैं। मैं वर्तमान में अपनी उम्र संबंधित स्थितियों के कारण चिकित्सकीय जाँच करवा रहा हूँ। चिंता का कोई कारण नहीं है। मैं अच्छे मूड में हूँ और अनुरोध करता हूँ कि जनता और मीडिया गलत सूचना फैलाने से बचें।”
गोयल ने रतन टाटा को सच्चा राष्ट्रवादी बताया, अपने सरकारी कार्यक्रम स्थगित किए | Ratan Tata
केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने वायोवृद्ध उद्योगपति रतन टाटा को सच्चा राष्ट्रवादी बताते हुए उनके निधन पर शोक व्यक्त किया है। गोयल ने राजधानी में आज के लिए निर्धारित अपने सभी आधिकारिक कार्यक्रमों को स्थगित कर दिया है। टाटा का कल रात मुंबई के अस्पताल में निधन हो गया। गोयल में गुरुवार को सोशल मीडिया पर अपने संवेदना संदेश में कहा,”परोपकारी एक सच्चे राष्ट्रवादी और दूरदर्शी उद्योगपति, रतन टाटा जी के निधन से मुझे गहरा दुख हुआ है, टाटा ने टाटा समूह के अध्यक्ष के रूप में लंबे समय तक कार्य किया था और अपनी असाधारण उपलब्धियों के माध्यम से भारत को बहुत गौरव दिलाया।”
गोयल ने कहा कि टाटा के मजबूत और मानवतापूर्ण नेतृत्व ने टाटा समूह को उल्लेखनीय सफलता दिलाई, जिससे टाटा समूह के वैश्विक विस्तार में मदद मिली और विश्व मंच पर हमारे देश की उपस्थिति काफी मजबूत हुई। गोयल ने टाटा के प्रति अपने श्रद्धांजलि में कहा,”भारत माता’ के प्रति उनके अद्वितीय समर्पण और उनकी परोपकारी पहलों के माध्यम से अंतिम सांस तक हमारे समाज में योगदान किया। उनके योगदान को प्रतिष्ठित पद्म भूषण और पद्म विभूषण पुरस्कारों से मान्यता दी गई थी। उनकी विरासत उनकी उल्लेखनीय जीवन यात्रा की तरह ही चमकती रहेगी और न केवल भारत बल्कि दुनिया भर की पीढ़ियों को प्रेरित करेगी।” ‘भारत माता’ के प्रति उनके अद्वितीय समर्पण और उनकी परोपकारी पहलों के माध्यम से अंतिम सांस तक हमारे समाज में उनके योगदान को प्रतिष्ठित पद्म भूषण और पद्म विभूषण पुरस्कारों से मान्यता दी गई थी। गोयल ने कहा,”रतन टाटा से परिचित होना मेरे लिए सौभाग्य की बात है। दुख की इस घड़ी में उनके परिवार, दोस्तों और प्रशंसकों के प्रति मेरी हार्दिक संवेदना। उसकी आत्मा को शांति मिलें। ॐ शांति.”