Chandrayaan-4: चंद्रयान-3 के बाद अब चंद्रयान-4 की तैयारी, इसरो ने दी बड़ी खुशखबरी

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Chandrayaan-4: चंद्रयान-3 के बाद अब चंद्रयान-4 की तैयारी, इसरो ने दी बड़ी खुशखबरी

मुज्जफरनगर (सच कहूं/अनु सैनी)। Chandrayaan-4: 2023 में चंद्रयान-3 ने इतिहास रचते हुए चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर सफलतापूर्वक लैड किया था, इसके बाद 14 दिनों तक वह चंद्रमा पर एक्टिव रहा और उसके भेजे गए इनपुट्स के आधार पर कई जांच हुई, जो अब भी कभी-कभी हमारे सामने आ जाती हैं। वहीं अब चंद्रयान-4 मिशन पर सबकी नजरें गढ़ी हुई हैं। इसे 2029 में लॉन्च किया जाएगा और इसकी संभावित लागत 2104 करोड़ रुपये हैं, पिछले दिनों इसरो ने खुशखबरी दी थी कि चंद्रयान-4 (Chandrayaan-4) चांद से 2 से 3 किलो मिट्टी का सैंपल लेकर आएगा।

बता दें कि चंद्रयान-4 में 5 तरह के मॉडयूल काम करेंगे, एसेंडर मॉडयूल, डिसेंडर मॉडयूल, री एंट्री मॉडयूल, ट्रांसफर मॉडयूल और प्रपल्शन मॉड्यूल। इन्हें दो अलग-अलग एमवीएम 3 लॉन्च व्हीकल्स में लॉन्च किया जाएगा। इसरो ने बताया है कि चंद्रमा पर लैंड करने के बाद रोबोटिक आर्म जिसे सरफेस सैंपलिंग रोबोट भी कहा जाता हैं, वह लैंडिंग साइट के आसपास से दो से तीन किलो की मिट्टी को निकालेगा और फिर एएम पर लगे हुए कंटेनर में भरेगी।

वहीं सैंपल्स वाले कंटेनरों को पृथ्वी की यात्रा के दौरान रिसाव को रोकने के लिए सील कर दिया जाएगा, इसरो ने एक बयान में बताया कि मिट्टी को इकट्ठा करने के लिए विभिन्न चरणों की निगरानी वीडियों कैमरों के माध्यम से की जाएगी, इससे पहले इसरो चीफ एस सोमनाथ ने कहा था कि चंद्रयान-3 ने यह करके दिखाया हैं कि हमारे लिए चंद्रमा के किसी भी स्थान पर लैंड करना संभव है और फिर वैज्ञानिक प्रयोग बहुत अच्छे रहे हैं।

दूसरा कदम है जाना और सुरक्षित वापस आना | Chandrayaan-4

बता दें कि चंद्रयान-4 का दूसरा कदम वहां जाना और सुरक्षित वापस आना हैं, और ऐसा करने के लिए हमें कई तकनीके विकसित करने की जरूरत हैं। यह सब चंद्रयान-4 का ही हिस्सा हैं। नमूना संग्रह जैसे वैज्ञानिक मिशन भी होंगे, उन्होंने कहा कि अगर भारत चांद पर जाता हैं, तो वे कुछ नया लेकर आएगे। चांद से कुछ वापस लाने मे कई दिक्कतें हैं आपको अलग-अलग जगहों से ड्रिल करके उसे इकट्ठा करना होगा, फिर नमूना लेने और उसे कंटेनर में इकट्ठा करने की रोबोटिक गतिविधि होती हैं, फिर कंटेनर को उस स्थान से लैंडर पर शिफ्ट करने की भी जरूरत होती हैं,जो चंद्रमा से उड़ान भरेगा।

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