Property Market Trends: सिडनी (एजेंसी)। भारतवासियों के लिए एक बड़ी खबर सामने आई हैं, जिसमें बताया गया हैं, कि भारत में प्रॉपटीर्यों की कीमतों में जबरदस्त वृद्वि देखने को मिली है, वहीं पिछले 3-4 सालों में प्रॉपर्टी के दामों में काफी बढ़ोत्तरी हुई हैं। जिसमें निवेशक अनुमान लगा रहे हैं कि शायद अब प्रॉपर्टी के दामों में बढ़ोंत्तरी नहीं होगी या फिर कुछ गिरावट भी आ सकती हैं। लेकिन, रियल एस्टेट संगठन इनमें सहमति जुटा रहा हैं। क्योंकि, उनका कहना हैं, कि भारतीय बाजार में आवासों की मांगों में काफी मजबूती नजर आ रही है। जिस कारण इसके कम होने के आसार भी नजर नहीं आते हैं। वहीं इसकी मांग को बढ़ाने के लिए ज्यादा नए हाउसिंग प्रोजेक्ट्स आॅफर प्रदान करने की आवश्यकता है। वहीं रियल एस्टेट संगठन क्रेडाई के मुताबिक,तीन महिनों में मकानों की कम बिक्री की वजह से गिरावट आ सकती है, परंतु कोरोना काल में महामारी के पश्चात भी उपभोक्ताऔंं की मांग जारी है। Property Market
भारत में बढ़ती दिखी प्रॉपर्टी की मांग| Property Market
आपको बता दें कि क्रेडाई संगठन द्वारा 23-26 सितंबर को सिडनी में ह्यक्रेडाई नैटकॉनह्ण समिट का आयोजन किया जाऐगा। जिसमें 1,100 से ज्यादा प्रतिनिधि भाग लेने के लिए शामिल होंगे। वहीं जब तिमाही में बिक्री में अनुमानित गिरावट के बारे में पूछा गया, तो क्रेडाई के राष्ट्रीय अध्यक्ष मनोज गौड़ ने बताया, कि सितंबर तिमाही में इस नई पेशकश काफी कम देखने को मिली हैं। वहीं गौड़ ने पत्रकारों से कहा, कि फिलहाल कोई खास पेशकश नहीं है। लेकिन अच्छे डेवलपरों की वजह से सही स्थानों तथा आकर्षक कीमतों पर आवासीय प्रॉपर्टी की अधिक मांग है। वहीं प्रॉपइक्विटी के निम्न आंकड़ों के बारे में पूछे गए कई सवालों पर उन्होंने इसी बात को दोहराया।
डिमांड तो हैं लेकिन आॅफर नहीं | Property Market
बता दें कि प्रॉपइक्विटी ने मुताबिक भारत में जुलाई-सितंबर के दौरान प्रमुख नौ शहरों में बिक्री 18 प्रतिशत से घटकर मात्र 1,04,393 इकाई पर आ पहुंची हैं। वहीं प्रेस्टीज ग्रुप के चेयरमैन, प्रबंध निदेशक और क्रेडाई के पूर्वाध्यक्ष इरफान रजाक का कहना हैं, कि इसकी डिमांड मांग तो है, परंतु पेशकश काफी कम हैं। जिस दौरान उन्होंने कहा कि भारतीय आवास बाजार में मांग हमेशा ही रहती है। उसी बीच रजाक ने अपनी कंपनी की मिसाल देते हुए कहा, कि पेशकश कम होने के कारण ही अप्रैल-जून तिमाही की बुकिंग में गिरावट देखने को मिली। लेकिन क्रेडाई के राष्ट्रीय अध्यक्ष बोमन ईरानी ने रियल एस्टेट क्षेत्र में वस्तुओं और सेवा की जरूरतों पर काफी बल दिया हैं।
14 हजार से ज्यादा है रियल एस्टेट डेवलपरस :- Property Market
जानकारी के अनुसाार राजक ने किफायती आवासस्थानों की परिभाषा में बदलाव करने के लिए कई प्रयास किये हैं, परंतु जिनकी कीमत 2017 में 45 लाख रुपये निर्धारित हुई थी। तो वहीं ईरानी ने बताया कि रियल एस्टेट की कीमतों में काफी वृद्धि देखने को मिली है और इसलिए सीमा संशोधित करने की जरूरत है। आपको बता दें कि कन्फेडरेशन आॅफ रियल एस्टेट डेवलपर्स एसोसिएशन आॅफ इंडिया में क्रेडाई के पूरे देशभर में करीब 14,000 रियल एस्टेट डेवलपर सदस्य वर्तमान समय में मौजूद हैं।