Canada News: मुज्जफरनगर, (सच कहूं/अनु सैनी)। कनाडा में अंतरराष्ट्रीय छात्रों का मुद्दा अब जोर पकड़ता जा रहा हैं, दरअसल कनाडा प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडों ने देश में स्थानीय निवास और नागरिकता के लिए प्रणाली के दुरुपयोग पर चिंता जताई हैं, उन्होंने नागरिकता के लिए शरण मांगने की प्रक्रिया का इस्तेमाल करने वाले छात्रों का विरोध की बात कहीं हैं, संयुक्त राष्ट्र की बैठक में हिस्सा लेने न्यूयॉर्क पहुंचने ट्रूडो ने मंगलवार को कहा कि हिंसा और उत्पीड़न से भाग रहे लोगों को शरण देना कनाड़ा का नैतिक दायित्व हैं, लेकिन यह भी सुनिश्चित करने की जरूरत है कि इस प्रणाली का दुरुपयोग न हों।
ट्रूडो ने कहा कि ऐसा करने की हमारी क्षमता का अर्थ हैं कि हमें यह सही ढंग से पहचानने में सक्षम होना चाहिए कि किसे सबसे अधिक मदद की आवश्यकता हैं, कौन वास्तव में शरणार्थी हैं और अन्य लोग कनाडा में स्थायी निवास या नागरिकता प्राप्त करने के लिए शरण मार्ग का उपोयग शरणार्थी हैं और अन्य लोग कनाडा में स्थायी निवास या नागरिकता प्राप्त करने के लिए शरण मार्ग का उपयोग शॉर्टकट के रूप में कर रहें हैं, जिसके खिलाफ हमें लगातार दबाव बनाए रखने की आवश्यकता हैं।
कनाडा में बढ़ते शरण के आवेदन | Canada News
कनाडा के इमिग्रेशन, रिफ्यूजी और सिटिजेनशिप विभाग का डेटा बताता हैं कि साल 2024 में पहले 8 महीने के दौरान 13,000 अंतरराष्ट्रीय छात्रों ने कनाडा में शरण के लिए आवेदन किया हैं, 1 जनवरी से 31 अगस्त के बीच कनाडा में 119,835 शरण के लिए आवेदन किए गए, इनमें से 12,915 दावेदार वे थे जो या तो स्टूंडेंट परमिट (11,605) पर हैं या स्टडी परमिट के विस्तार (1310) के तहत कनाडा मे रह रहें है।
आवेदन में 600 फीसदी की है वृद्धि | Canada News
वहीं कनाडाई मीडिया आउटलेट ग्लोब एंड मेल के अनुसार, साल 2018 में शरण के लिए आवेदन करने वाले विदेशी छात्रों की संख्या 1515 थी, इसका मतलब हैं कि छह शालों में आवेदन में 600 प्रतिशत की वृद्धि हुई हैं। इस साल विदेशी छात्रों की तरफ से शरण के लिए सबसे अधिक दावे अगस्त महीने में आए, स्टूडेंट वीजा या स्टडी परमिट एक्सटेंशन पर रहने वाले 1785 छात्रों ने शरणार्थी का दर्जा पाने के लिए आवेदन किया। बता दें कि कनाडा में अप्रवासियों की बढ़ती संख्या को लेकर विरोध शुरू हो गया हैं, देश में बढ़ती महंगाई और आवास के संकट के लिए अप्रवासन को जिम्मेदार ठहराया जा रहा हैं, देश में बड़ी संख्या में लोग जस्टिन ट्रूडो की अप्रवासियों को लेकर उदार नीतियों का विरोध कर रहे हैं।