एडीसी की देखरेख में पूरी होगी जाँच, डीसी ने दिए निर्देश | Faridabad News
फरीदाबाद। (सच कहूँ/सागर दहिया)। Faridabad News: बीके अस्पताल में डिलीवरी के दौरान एक शिशु की मौत के मामले में तीन स्टाफ नर्स को जांच के आधार पर टर्मिनेट किया गया है। वहीं अन्य स्टाफ की संलिप्त होने की आशंका के चलते एडीसी आनंद शर्मा को डीसी विक्रम सिंह यादव ने जांच सौंपी है। ये लापरवाह स्टाफ नर्स मंजू, पूनम और बलजीत एनआरएचएम के तहत कार्यरत हैं। बता दें कि पल्ला निवासी संदीप 21 अगस्त को सुबह करीब नौ बजे पत्नी वर्षा को डिलीवरी के लिए बीके अस्पताल लेकर पहुंचे थे। Faridabad News
यहां पर जांच के दौरान चिकित्सकों ने जच्चा एवं बच्चा दोनों को स्वस्थ बताया था। रात 12 बजे तक डिलीवरी होने की बात कही गई थी। उस वक्त वहां नर्स मंजू, पूनम और बलजीत ड्यूटी पर थी। संदीप का आरोप था कि डिलीवरी करने के दौरान स्टाफ नर्स ने लापरवाही बरती है। इसे लेकर परिजनों ने काफी हंगामा भी किया था और मामले को शांत करने के लिए डिप्टी सीएमओ डॉ. रामभगत, डॉ. रचना शर्मा, बाल रोग विशेषज्ञ डॉ. विकास गोयल और डॉ. पूनम शर्मा को मिलाकर एक कमेटी गठित की गई थी। Faridabad News
उन्होंने मामले की जांच कर रिपोर्ट सीएमओ डॉ. अशोक कुमार को सौंप दी। सीएमओ ने बताया कि जांच रिपोर्ट में स्टाफ नर्स ने जबरन डिलीवरी कराने का प्रयास किया है। केस बिगड़ने पर स्टाफ ने महिला डॉक्टरों को सूचना नहीं दी। उन्होंने कहा कि रिपोर्ट डीसी को भेजी गई जिस पर कार्रवाई करते हुए तीनों नर्सों को टर्मिनेट कर दिया गया है। डीसी विक्रम सिंह यादव ने कहा कि इलाज में लापरवाही बर्तने वाले स्टाफ को किसी भी सूरत में बक्सा नहीं जाएगा।
स्टाफ की लापरवाही के कारण गई जान: परिजन
आरोप है कि 12 बजे के बाद संदीप ने अपनी पत्नी वर्षा और उसके गर्भ में पल रहे शिशु की हालत के बारे में बार-बार पूछता रहा, लेकिन किसी ने संतोषजनक उत्तर नहीं दिया। इस बीच तबियत खराब होने पर ड्यूटी पर कार्यरत स्टाफ नर्स ने संदीप से दो यूनिट ब्लड का प्रबंधन करने के लिए कहा। संदीप रक्त लेने के लिए चला गया। वह जब अस्पताल पहुंचा तो स्टाफ नर्स ने संदीप को बताया कि उसके नवजात बच्ची को नहीं बचा सके। Faridabad News
यह भी पढ़ें:– विद्युत करंट की चपेट में आकर मासूम झुलसा, गम्भीर