डेरा सच्चा सौदा की पावन शिक्षाओं का कमाल
- पावन सत्संग भंडारे में भारी तादाद में पहुंचे युवाओं की मौजूदगी ने दिया एकता का सबूत | MSG Bhandara
सरसा (सच कहूँ/जसवीर सिंह गहल)। MSG Bhandara: शाह सतनाम शाह मस्तान जी धाम व मानवता भलाई केन्द्र, डेरा सच्चा सौदा सरसा में रविवार को पावन महापरोपकार दिवस पावन सत्संग भंडारे के रूप में धूमधाम से मनाया गया। इस पावन सत्संग भंडारे दौरान नौजवानों (यूथ) की भारी तादाद में मौजूदगी ने डेरा सच्चा सौदा की पावन शिक्षाओं का प्रत्यक्ष प्रमाण पेश किया। जबकि समाज में यूथ नशों व सामाजिक बुराईयों में लिप्त नजर आ रहा है। MSG Bhandara
पावन सत्संग भंडारे दौरान विभिन्न सेवा कार्यों के अलावा सत्संग पंडाल में भी यूथ ही यूथ नजर आ रहा था। जिससे स्पष्ट होता है कि सच्चे रूहानी रहबर पूज्य गुरू संत डॉ. गुरमीत राम रहीम सिंह जी इन्सां की पावन शिक्षाएं सिर्फ समाज के लिए ही नहीं, बल्कि खासकर यूथ के लिए भी कल्याणकारी साबित हो रही हैं। वहीं अगर दुनियादारी की बात की जाए तो बहु संख्या में यूथ नशों, सामाजिक बुराईयों, में फंसकर खुद को व अपने परिवार को नर्क में धकेलने के लिए मजबूर कर रहा है। ज्यादातर यूथ का झुकाव नशों व बुराईयों की तरफ अधिक रहा है। इसी कारण ही परिवारों में जहां आपसी दूरियां बढ़ रही हैं, वहीं सामाजिक तानाबाना भी दिन-प्रतिदिन उलझता नजर आ रहा है और अनेकों ही परिवार बिखर रहे हैं। MSG Bhandara
वहीं दूसरी तरफ डेरा सच्चा सौदा के पूज्य गुरु संत डॉ. गुरमीत राम रहीम सिंह जी इन्सां की महान शिक्षाओं पर चलते हुए करोड़ों परिवार खुद ही नहीं, बल्कि अन्यों के लिए प्रेरणास्रोत बन रहे हैं। पवित्र सत्संग भंडारे के मौके पर रविवार को विशेष तौर पर देखने को मिला कि लंगर-पानी खिलाने, पंडाल तैयार करने व टैÑफिक प्रबंध से लेकर साध-संगत की सुविधा के लिए हर जरूरी प्रबंध करने में यूथ की भूमिका बेमिसाल थी। ‘धूप की, गर्मी की, कोई परवाह नहीं, सेवा तो करनी ही करनी है’ के इस बेमिसाल जज्बे का श्रेय हर कोई अपने मुर्शिद-ए-कामिल पूज्य गुरु जी को ही दे रहा था। जिससे साफ व स्पष्ट होता है कि पूज्य गुरु जी की पावन शिक्षाएं समाज व खासकर यूथ के लिए कल्याणकारी साबित हो रही हैं।
‘सेवा में कट जाते हैं पहाड़ जैसे भयानक कर्म’ | MSG Bhandara
गगनदीप कुमार, निवासी बरीवाला (जिला श्रीमुक्तसर साहिब) के अनुसार वह एसी में बैठकर बिजनेस करने वाला व्यक्ति है, लेकिन डेरा सच्चा सौदा में सेवा में आकर उसे कभी भी धूप-छाया में फर्क महसूस नहीं हुआ। सेवा करते समय लाख मुश्किलें भी क्यों न आएं, तो भी कोई परवाह नहीं, क्योंकि हमें सतगुुरु पर पूरा दृढ़ विश्वास है कि वह हमारा कभी भी बुरा नहीं होने देंगे, वहीं दूसरी तरफ उन्होंने बताया कि अनेकों पहाड़ जैसे भयानक कर्म सेवा कार्यों दौरान ही सहज ही कट जाते हैं। यह कमाल नहीं तो और क्या है। उन्होंने कहा कि यह उस सच्चे मुर्शिद-ए-कामिल की रहमत का ही कमाल है।
लुधियाना (पंजाब) से आर्कीटैक्ट सतनाम सिंह इन्सां ने कहा कि दुनिया में शिक्षा तो मिलती है लेकिन जो पावन व महान शिक्षा डेरा सच्चा सौदा में मिलती है, उसकी कहीं भी कोई मिसाल नहीं मिलती। उन्होंने कहा कि दुनिया में जहां नशों व अन्य बुराईयों का बोलबाला है, डेरा सच्चा सौदा में सिर्फ प्रभु की सच्ची भक्ति व मानवता का भला करना सिखाया जाता है। इस कारण वह बचपन से ही डेरा सच्चा सौदा के साथ जुडे हुए हैं। MSG Bhandara
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