Virat Kohli: खेल डेस्क। भारत के स्टार बल्लेबाज विराट कोहली आधुनिक क्रिकेट के इतिहास में सर्वश्रेष्ठ बल्लेबाज के रूप में गिना जाता है और सभी क्रिकेट खेलने वाले देश उनका लोहा मानते हैं। वनडे में ही नहीं बल्कि टेस्ट क्रिकेट में भी। आलोचक, पूर्व क्रिकेटर और मौजूदा खिलाड़ी भी उनकी क्रिकेट की उग्र शैली को सलाम ठोकते हैं।
कोहली के दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ 2022 की टेस्ट सीरीज खेलने के बाद भारतीय टीम के टेस्ट कप्तान बनने के बाद, भारत के पूर्व कोच संजय बांगर (former Indian coach Sanjay Bangar) ने दावा ठोक दिया कि स्टार बल्लेबाज को टेस्ट कप्तान के रूप में लंबे समय तक बने रहना चाहिए था।
ये हैं उनके आंकड़े? Virat Kohli
2014/15 के ऑस्ट्रेलिया दौरे के दौरान भारत के टेस्ट कप्तान चुने जाने के बाद से ही कोहली ने निराश नहीं किया। कोहली ने भारत को 40 टेस्ट मैचों में जीत दिलाई और उन्होंने ग्रीम स्मिथ (53), रिकी पोंटिंग (48) और स्टीव वॉ (41) के बाद सबसे सफल कप्तानों की सूची में अपना नाम शामिल कराया। वे 2019 में दिग्गज एमएस धोनी (27 जीत) को भी पीछे छोड़ते हुए भारत के सबसे सफल टेस्ट कप्तान बन गए। टेस्ट कप्तान के तौर पर कोहली ने 54.80 की औसत से 5,864 रन बनाए।
बांगर ने की कोहली की तारीफ | Virat Kohli
संजय बांगर कहते हैं कि कोहली ने बहुत जल्दी कप्तानी छोड़ दी। एक मीडिया रिपोर्ट के अनुसार राव पॉडकास्ट पर बात करते हुए, बांगर ने कहा, ‘‘मुझे व्यक्तिगत रूप से लगता है कि उन्हें टेस्ट कप्तान के तौर पर लंबे समय तक बने रहना चाहिए था क्योंकि उन्होंने शायद 65 टेस्ट मैचों में भारत की कप्तानी की है, और मुझे लगता है कि उन्हें शायद लंबे समय तक टेस्ट कप्तान के तौर पर बने रहना चाहिए था।’’
जब कोहली भारतीय टीम का नेतृत्व कर रहे थे, तब बांगर भारतीय टीम के कोच से थे। उन्होंने कहा कि कोहली ने विदेशी परिस्थितियों में टीम के साथ सकारात्मक परिणाम देने पर ध्यान केंद्रित किया क्योंकि वे पहले से ही घरेलू मैदान पर एक प्रभावशाली व्यक्तित्व के धनी रहे थे। विराट इस बात से प्रेरित थे कि भारत को विदेशों में भी अपने प्रदर्शन में सुधार करना होगा। क्योंकि भारत में हम जानते थे कि चाहे कोई भी हो या न हो, विपक्ष के प्रति पूरे सम्मान के साथ, अगर आप भारत आते हैं, तो भारत 75 प्रतिशत समय जीतता है। भारत में हारने के लिए आपको वास्तव में खराब खेलना होगा।’’
कोहली ने भारतीय क्रिकेट में फिटनेस क्रांति कैसे लाई, इस पर बात करते हुए बांगर ने कहा, ‘‘उन्होंने खुद फिटनेस के उच्च स्तर हासिल किए और अपनी शारीरिक सीमाओं को चुनौती दी। उन्होंने सबसे कठिन परिश्रम किया। मुझे लगता है कि उन्होंने कप्तान के रूप में अधिकतम रन बनाए और उनमें वह जज्बा था, जो किसी में नहीं था।’’ Virat Kohli
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