मेरठ (सच कहूं/रविंद्र सिंह)। भारतीय किसान यूनियन (भाकियू) का क्षेत्रीय किसानों की समस्याओं को लेकर सैकड़ों किसानों के साथ मवाना तहसील परिसर में लगातार तीन दिन से चल रहे अनिश्चितकालीन धरने को अधिकारियों के जरिए मुख्य समस्याओं का निस्तारण कराने और अन्य कुछ समस्याओं का 15दिन में निस्तारण कराने के आश्वासन के बाद भाकियू ने अनिश्चितकालीन धरना समाप्त कर दिया। देर रात अपर पुलिस अधीक्षक क्राइम अवनीश सिंह ,एसडीएम मवाना अंकित सिंह और सीओ मवाना सौरभ सिंह, जिला गन्ना अधिकारी, विद्युत विभाग के अधिकारी , मवाना थाना प्रभारी सुभाष सिंह एवम अन्य अधिकारीयों के साथ भाकियू पदाधिकारियों रात्रि लगभग दस बजे धरना स्थल पर कई घंटे तक वार्ता हुई। अधिकारियों भाकियू जिलाध्यक्ष अनुराग चौधरी एवं धरनारत किसानों से धरना स्थगित करने की अपील की गई। जिस पर भाकियू जिला अध्यक्ष अनुराग चौधरी एवं भाकियू कमेटी के जरिए किसानों की 11समस्याओं का समाधान कराने की मांग रखी गई। किसानों की सभी समस्याओं पर अधिकारियों ने क्रमवार वार्ता करते हुए, सबंधित विभागों के अधिकारियों के जरिए किसानों की समस्याओं का मौके पर ही निस्तारण कराया गया । और बाकी समस्याओं के निस्तारण के लिए अधिकारियों ने 15 दिन का समय मांगा ।
अधिकारियों ने हर हालत में 15 दिन के अंदर निस्तारण करने का ठोस आश्वाशन दिया । यह वार्ता रात्रि 10 बजे से सुबह 2 बजे तक चली । और गंभीरता से चर्चा हुई। वार्ता में किसानों की मुख्य समस्याओं का समाधान होने के बाद,भाकियू कार्यकारणी की आपसी बैठक हुई, जिसमे बाबा विजयपाल (घोपला) के प्रस्ताव पर सभी किसानों की सहमति से धरने के अध्यक्ष सुरेंद्र (ढढरा) ने सभी अधिकारियों से समय से किसानों की समस्याओं का निस्तारण करते रहने की मांग करते हुए धरना स्थगित कर दिया गया। और बाबा विजयपाल घोपला ने किसानों से भविष्य में भी यूं ही एकजुट रहने की अपील गई। जिलाध्यक्ष अनुराग चौधरी ने सभी कार्यकर्ताओं किसानों से कहा की हम और भाकियू संगठन किसानों की समस्याओं को लेकर संघर्ष करते रहेंगे । किसानों के साथ किसी भी कीमत पर अन्याय नहीं होने दिया जाएगा।उन्होंने सभी भाकियू पदाधिकारियों और किसानों से समस्याओं को लेकर आगे भी एकजुट होकर संघर्ष करने का आव्हान किया गया।
ये थी मवाना तहसील में धरनारत किसानों की 11 मांगे
1- आवारा पशुओं के कारण रोज दुर्घटना हो रही हैं,और किसानों की खड़ी फसल बर्बाद हो रही है, परंतु उनका कोई समाधान नहीं हो रहा, न पकड़े जा रहे।
2- क्षेत्र में आई बाढ़ के कारण गन्ने की फसल बर्बाद हो गई थी, और उनका इस वर्ष बेसिक कोटा भी कम कर दिया है।मुआवजा भी नहीं मिला।
3- पिलोना ग्राम में शुगर मिल मवाना ने गलत तरीके से दीवार खड़ी कर दी, जिससे किसान को गन्ना ले जाने में परेशानी होगी दस बार से आश्वाशन मिल रहा है की हट जाएगी, परंतु हटी नही ।
4- प्रशासन के जरिए मवाना तहसील क्षेत्र के ग्राम मुबारकपुर, पिलोना , धनपुर, मटौरा और नारंगपुर के तालाब साफ कराने का वायदा करने बावजूद साफ नही हो पा रहे।
5- ग्राम सदरपुर में एक किसान की मृत्यु हो गई सरकारी रास्ते में पेड़ काटने की परमिशन मांगते मांगते उसका रास्ता अवरुद्ध होने के कारण वो खेती नही कर पा रहा है परंतु आजतक परमिशन नही मिली।
6- गांव नारंगपुर में एक पुलिया का निर्माण हो रहा है चौपले पर उसकी हाइट 5-6 फिट कर दी है किसान परेशान हैं की भैंसा बुग्गी कैसे चढ़ेगी।
7- एनएच 34 पर सभी साइन बोर्ड गलत लगे हुए है बार कहने पर भी साइन बोर्ड सही करने को तैयार नहीं है।
8 – ग्राम कोल में शमशान के लिए उसके सामने दो फिट का कट एनएच 34 पर चाहिए जिससे शवयात्रा एक किलोमीटर घूम कर न आए।
9 – खादर छेत्र में रुपडा मंदिर पर लाइट नहीं लगाई गई रथौड़ा कला।
10- भाकियू के जरिए, 9 अगस्त में कमिश्नरी घेराव में दी गई समस्याओं का निस्तारण नही हुआ।
11- असीलपुर माइनर में पानी नहीं पहुंचा, बार बार गुहार करने के बावजूद पतरोल की मनमानी को लेकर भाकियू और किसान धरने पर थे। जिनमें मुख्य समस्याओं का अधिकारियों ने तत्काल निस्तारण कराकर और अन्य समस्याओं का 15 दिन में निस्तारण कराने का ठोस आश्वाशन देते हुए भाकियू का धरना समाप्त कराया।
इस मौके पर यह भाकियू पदाधिकारी रहे मौजूद
भाकियू के एनसीआर महासचिव नरेश (मवाना),जिला अध्यक्ष अनुराग चौधरी, बाबा विजयपाल सिंह (घोपला), युवा जिला अध्यक्ष अनूप यादव, हर्ष चहल, रामबोस, तहसील अध्यक्ष बबलू, सुनील, पुष्पेंद्र , ब्लॉक अध्यक्ष प्रिंस चौधरी(बुलेट), वीरेंद्र, मनोज,सत्येंद्र मलिक, इंद्रपाल मलिक, सरदार जज , बंटी, मोहित , अंकित आदि भाकियू पदाधिकारी और सैकड़ों किसान मौजूद रहे।