Bharat Bandh 2024: हनुमानगढ़। उच्चतम न्यायालय की ओर से अनुसूचित जाति/जनजाति आरक्षण में क्रीमीलेयर पर दिए गए फैसले के विरोध में बुधवार को अनुसूचित जाति/जनजाति वर्ग की ओर से सम्पूर्ण देश में किए गए भारत बंद के आह्वान का हनुमानगढ़ जिला मुख्यालय पर मिला-जुला असर रहा। भारत बंद के आह्वान के चलते आधा दिन दुकानों के शटर बंद रहे। इसके चलते दोपहर तक बाजारों में सन्नाटा पसरा रहा। बंद से मेडिकल स्टोर सहित अन्य आपातकालीन सेवाओं को मुक्त रखा गया। Bharat Bandh
बाजार बंद की सूचना से अनजान आसपास के गांवों-शहरों के लोग जरूरत के सामान की खरीदारी के लिए इधर-उधर भटकते नजर आए। दोपहर एक बजे तक रोडवेज बसों के पहिए भी थमे रहे। इस कारण लोक परिवहन सहित अन्य निजी बसों व वाहनों में अन्य दिनों की अपेक्षा अधिक भीड़ रही। जिला कलक्टर कानाराम और पुलिस अधीक्षक विकास सांगवान ने जंक्शन के शहीद भगतसिंह चौक पर पहुंचकर शहर में कानून व्यवस्था का जायजा लिया। मौके पर मौजूद पुलिस अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। दोपहर बाद बाजार खुल गया।
जिला कलक्ट्रेट पहुंचकर राष्ट्रपति के नाम सौंपा ज्ञापन, तैनात रहा पुलिस जाप्ता
बहुजन समाज पार्टी, भीम आर्मी, आजाद समाज पार्टी (कांशीराम), डॉ. अम्बेडकर युवा मोर्चा, डॉ. अम्बेडकर नवयुवक संघ, राजस्थान शिक्षक संघ (अम्बेडकर) सहित अन्य संगठनों की ओर से जंक्शन में शहीद भगतसिंह चौक के नजदीक धरना लगाकर सभा की गई। धरने में कांग्रेस पार्टी के पदाधिकारी व कार्यकर्ता भी शामिल हुए। सभा के बाद रैली के रूप में संगठनों के सदस्यों ने बाजार में घूमकर खुली दुकानें बंद करवाईं। इसके बाद जिला कलक्ट्रेट पहुंचकर राष्ट्रपति के नाम उपखण्ड अधिकारी को ज्ञापन सौंपा। Bharat Bandh
ज्ञापन के जरिए उच्चतम न्यायालय की ओर से सिविल अपील पंजाब राज्य बनाम दविन्द्र सिंह में पारित निर्णय को लागू नहीं करने की मांग की गई। कानून एवं सुरक्षा व्यवस्था बनाए रखने के लिए मजिस्ट्रेट नियुक्त किए गए। सीओ सिटी राहुल यादव के नेतृत्व में जंक्शन बाजार में पुलिस जाप्ता मुस्तैद रहा। धरनास्थल पर हुई सभा में बसपा जिलाध्यक्ष महावीर सहजीपुरा ने कहा कि बहुजन संगठन के लोगों के टुकड़े करने एवं उन्हें आपस में लड़ाने के लिए एक सोची-समझी साजिश के तहत सुप्रीम कोर्ट का निर्णय आया है। इसका सभी बहुजन संगठन विरोध कर रहे हैं। इसी के तहत भारत बंद का आह्वान किया गया था।
उन्होंने मांग की एससीएसटी आरक्षण के अलावा भारतीय संविधान के साथ किसी तरह की छेडख़ानी न हो। अगर छेडख़ानी की तो बहुजन समाज चुप नहीं बैठने वाला। वह सडक़ों पर आकर आंदोलन करेगा। संसद-विधानसभा में लड़ेगा। किसी भी कीमत पर बहुजन समाज के लोग सुप्रीम कोर्ट के इस फैसले को स्वीकार नहीं करेंगे। कांग्रेस नेता गुरमीत सिंह चन्दड़ा ने कहा कि जब से भाजपा की सरकार सत्ता में आई है तब से हर वर्ग के अधिकारों के साथ कहीं न कहीं छेड़छाड़ कर संविधान को खत्म करने की कोशिश की जा रही है। लेकिन आज एससीएसटी समाज जाग चुका है और वह संविधान के साथ छेड़छाड़ नहीं करने देगा।
अगर कोई छेड़छाड़ करेगा तो उसे मुंह की खानी पड़ेगी | Bharat Bandh
अगर कोई छेड़छाड़ करेगा तो उसे मुंह की खानी पड़ेगी। उन्होंने मांग की कि भीमराव अम्बेडकर की ओर से बनाया गया संविधान लागू हो, उसमें किसी तरह का बदलाव न हो। प्रदेश कांग्रेस कमेटी सदस्य प्रेमराज नायक ने बताया कि सुप्रीम कोर्ट की ओर से एससीएसटी के वर्गीकरण और क्रीमीलेयर को लेकर दिए गए फैसले के विरोध में हनुमानगढ़ शांतिपूर्ण तरीके से बंद है। उन्होंने कहा कि यह भाजपा और आरएसएस का एजेण्डा है।
इनके इशारे पर सुप्रीम कोर्ट ने फूट डालो राज करो की नीति अपनाई है। एससीएसटी के लोगों को वर्गीकरण के नाम पर आपस में लड़ाने के लिए सिर्फ इस तरह का माहौल पैदा किया गया है ताकि सत्ता में बैठी पार्टी आगामी लम्बे समय तक देश पर राज कर सके। इस मौके पर रोहित जावा, नारायण नायक, रेवंतराम, विक्रम ढाल, शैलेन्द्र मेघवाल, जसविन्द्र धालीवाल, बहादुर सिंह, पीसीसी सचिव मनीष गोदारा, सुमेर सिंह आदि मौजूद थे।
गांव मक्कासर में दो घंटे चक्काजाम | Bharat Bandh
आरक्षण के मुद्दे को लेकर किए गए भारत बंद के आह्वान के बीच सूरतगढ़ फोरलेन पर स्थित गांव मक्कासर में ग्रामीणों की ओर से बुधवार सुबह आठ बजे से दस बजे तक चक्काजाम किया गया। ग्रामीणों ने सडक़ के बीच धरना देकर रास्ता जाम कर दिया। दो घंटे तक जाम में फंसे वाहन चालक व यात्री परेशान होते रहे। चक्काजाम की सूचना मिलने पर जंक्शन पुलिस थाना से पहुंचे एसआई गजेन्द्र शर्मा जाप्ते के साथ मौके पर पहुंचे और ग्रामीणों से समझाइश के प्रयास किए। समझाइश के बाद ग्रामीण धरने से उठ गए।
इसके बाद फोरलेन मार्ग पर आवागमन सुचारू हुआ। बसपा के पूर्व जिलाध्यक्ष शैलेन्द्र मेघवाल व पूर्व सरपंच गणपत राम बारूपाल ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट ने राज्य सरकार को एससी/एसटी आरक्षण में क्रीमीलेयर बनाने की अनुमति दी है। इस तरह के फैसले के जरिए देश के हुक्मरान अनुसूचित जाति व जनजातियों को अलग-अलग कर आपस में भाईचारा खत्म कर देश में अराजकता व दंगे फैलाना चाहते हैं। उन्होंने मांग की कि इस फैसले को वापस लेकर भारतीय संविधान में एससीएसटी को प्राप्त आरक्षण को संविधान की नौवीं सूची में शामिल किया जाना चाहिए। आइंदा इससे छेड़छाड़ न हो। इस मौके पर सुरेन्द्र, कालासिंह, नन्दराम, वेदप्रकाश, संतपाल पोटलिया, जगदीश सोलंकी, श्रवण बारूपाल, रामनारायण, सुखविन्द्र सिंह, इन्द्र, प्रेमपाल, विनोद कल्याणा, मोहन आदि मौजूद रहे। Bharat Bandh
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