Nasa News : नासा (एजेंसी)। नासा ने बुधवार को अंतरिक्ष की एक बड़ी अपडेट देते हुए बताया कि अंतरिक्ष में गए अंतरिक्ष यात्री सुनीता विलियम्स एवं बुच विल्मोर को आईएसएस पर विकिरण और स्वास्थ्य जोखिमों का सामना करना पड़ सकता है, क्योंकि नासा का स्टारलाइनर मिशन 2025 तक आगे बढ़ सकता है। नासा के अंतरिक्ष यात्री सुनीता विलियम्स और बुच विल्मोर अब अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (आईएसएस) पर शुरू में योजनाबद्ध अवधि की तुलना में अब काफी लंबी अवधि तक मिशन पर रह सकते हैं। Nasa News
विभिन्न मीडिया रिपोर्टों की मानें तो दोनों अंतरिक्ष यात्री, जिन्होंने 5 जून, 2024 को बोइंग के स्टारलाइनर अंतरिक्ष यान पर आईएसएस की यात्रा शुरू की थी, अब तकनीकी जटिलताओं के कारण 2025 तक अंतरिक्ष की कक्षा में रह सकते हैं। मूल रूप से लगभग एक सप्ताह तक चलने वाला मिशन, 8 महीने से अधिक समय तक बढ़ा दिया गया है।
अंतरिक्ष यात्रियों को सौर विकिरण के उच्च स्तर का सामना करना पड़ता है
नासा के अनुसार बढ़ाई गई इस अवधि ने बोइंग की पहली चालक दल की अंतरिक्ष उड़ान को संभावित बचाव अभियान में बदल दिया है, जिसमें नासा अंतरिक्ष यात्रियों की वापसी के लिए स्पेसएक्स के क्रू ड्रैगन का उपयोग करने पर विचार कर रहा, इससे अंतरिक्ष यात्रियों को सौर विकिरण के उच्च स्तर का सामना करना पड़ता है, यूरोपीय अंतरिक्ष एजेंसी ने स्टेशन की कक्षा के कुछ क्षेत्रों में पृथ्वी की तुलना में विकिरण के स्तर को 30 गुना से भी अधिक बताया है।
अंतरिक्ष विकिरण के लंबे समय तक संपर्क में रहने से विभिन्न स्वास्थ्य जोखिम हो सकते हैं, जिसमें कैंसर, ऊतक क्षति और तंत्रिका तंत्र की कमजोरी का जोखिम बढ़ सकता है। नासा की रिपोर्ट के अनुसार आईएसएस पर विकिरण का जोखिम 50 से 20,000 मिली-सीवर्ट तक बढ़ सकता है, जोकि 150 से 6,000 छाती के एक्स-रे के बराबर होता है। Nasa News
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