Ladakh, a Dream Destination : चेन्नई (एजेंसी)। चेन्नई निवासी किरुबाकरण राजेंद्रन जिसकी हाल ही में की गई एक्स पर एक पोस्ट वायरल हो गई है, जिसे 6 मिलियन से अधिक लोगों ने देखा है। इस पोस्ट में एक लोकप्रिय पर्यटन स्थल लद्दाख यात्रा के अप्रत्याशित खतरों पर प्रकाश डाला गया है। अपने व्यक्तिगत अनुभव शेयर करते हुए राजेंद्रन इस लुभावने क्षेत्र में अप्रत्याशित यात्रियों की प्रतीक्षा कर रहे संभावित दुखदायी सफर को उजागर करते हैं। Ladakh Travel Guide
राजेंद्रन अपनी फैमिली के साथ एक आरामदायक छुट्टी पर गया था, लेकिन वह आरामदायक छुट्टी उसके लिए दुखदायी बन जाएगी, वह नहीं जानता था। उसकी छुट्टी ऑक्सीजन के स्तर के कम होने के कारण स्वास्थ्य के लिए खतरा बन गई। राजेंद्रन ने शेयर किया कि लेह हवाई अड्डे पर उतरते ही उनके परिवार को सांस की दिक्कत होने लगी, जो समुद्र तल से 10,000 फीट से अधिक ऊपर स्थित है। यहां तक कि साधारण गतिविधियाँ भी परिवार के लिए थका देने वाली साबित हुईं। Ladakh Travel Guide
राजेंद्रन ने लद्दाख जाने वाले लोगों के लिए मार्गदर्शिका पोस्ट की।
I went on a ten days family trip to Ladakh, what was suppose to be an adventure trip turned into a nightmare. If you are planning a Ladakh travel, this thread might help you in what you should expect once you land in Leh. 🧵 pic.twitter.com/2sIjXab90G
— Kirubakaran Rajendran (@kirubaakaran) July 30, 2024
राजेंद्रन ने एक्स पर पोस्ट शेयर की, ‘‘कृपया ध्यान दें कि अधिक ऊंचाई वाले क्षेत्रों में जाने पर आॅक्सीजन की उपलब्धता कम हो जाती है। जैसे-जैसे ऊंचाई बढ़ती है, वायुमंडलीय दबाव कम होता जाता है और प्रति सांस आॅक्सीजन के अणुओं की संख्या कम होती जाती है। समुद्र तल की तुलना में लेह/लद्दाख जैसी जगहों पर हवा में आॅक्सीजन कम होती है। विशेष रूप से नुब्रा घाटी और हनले जैसी जगहों पर, जहाँ ऑक्सीजन बहुत कम है। 18,000 फीट की ऊंचाई पर स्थित खारदुंग ला दर्रे की भी यही स्थिति है। इन जगहों पर आॅक्सीजन बहुत कम है, जिससे सांस लेना बहुत मुश्किल हो जाता है, यहां तक कि कैब ड्राइवर भी आपको इन चोटियों पर 10 मिनट से ज्यादा बाहर खड़े न रहने के लिए कहते हैं।’’ Ladakh Travel Guide
अनुकूल होने में लगे दो दिन
हालांकि राजेंद्रन ने कहा कि उन्हें और उनके परिवार को कठोर परिस्थितियों के अनुकूल होने में दो दिन लगे, लेकिन उन्हें सांस लेना और लद्दाख में ऊंचाई पर रहना मुश्किल लगा। इसलिए, उन्होंने अपनी बुकिंग रद्द कर दी और घर वापस जाने के लिए फ्लाइट पकड़ी।
राजेंद्रन ने निष्कर्ष निकाला, ‘‘छुट्टियाँ आरामदेह और मजेदार होनी चाहिए थीं, लेकिन इतनी रोमांचकारी नहीं, जिससे स्वास्थ्य को खतरा हो। लद्दाख बहुत खूबसूरत है, इसमें कोई दो राय नहीं, लेकिन यह हर किसी को पसंद नहीं आ सकता है।’’ कई एक्स यूजर्स ने राजेंद्रन को उनकी इस जानकारी को साझा करने के लिए धन्यवाद दिया, जबकि अन्य ने कहा कि आपने अपनी सलाह पोस्ट करने या अपनी यात्रा के अनुभव साझा करने के लिए एक्स का सहारा लिया है। Ladakh Travel Guide