Punjab News: चंडीगढ़। पंजाब के सामाजिक सुरक्षा, स्त्री और बाल विकास मंत्री डा. बलजीत कौर ने कहा कि विभाग द्वारा महिलाओं को तुरंत सहायता प्रदान करने के लिए शुरू की गई महिला हेल्पलाइन नंबर 181 पर हर महीने लगभग पांच हजार महिलाओं को अपेक्षित सहायता उपलव्ध करवाई जा रही है।
कैबिनेट मंत्री ने बताया कि पंजाब सरकार द्वारा राज्य की जरूरतमंद महिलाओं को तुरंत और एमरजैंसी सहायता प्रदान करने के लिए महिला हेल्पलाइन नंबर 181 योजना एक बढिया प्रयास है जिसका उदेश्य हिंसा से प्रभावित महिलाओं को 24 घंटे तुरंत और एमरजैंसी सहायता प्रदान करना है। उन्होंने बताया कि कोई भी ज़रूरतमंद महिला जिसके साथ किसी भी तरह की कोई हिंसा जा अन्याय हो रहा है तो वह महिला हेल्पलाइन नंबर 181 पर फ़ोन करके मदद माँग सकती है।
मंत्री ने बताया कि महिला हेल्पलाइन पर लगभग 150 फ़ोन ज़रूरतमंद महिलाओं द्वारा हर रोज़ किए जाते है। उन्होंने बताया कि प्रत्येक महीने लगभग 4 से 5 हज़ार जरूरतमंद महिलाओं को महिला हेल्पलाइन नंबर 181 से अपेक्षित सहायता मुहैया करवाई जा रही है। उन्होंने बताया कि इस योजना का मुख्य उद्देश्य महिला वर्ग की प्रत्येक तरह से सुरक्षा करना है। उन्होंने बताया कि जरूरतमंद महिलाओं या लड़कियाँ तत्काल तौर पर’ सहायता लेने के लिए महिला हेल्पलाइन नंबर 181 पर संपर्क कर सकती है।
पंजाब में द्वितीयक स्वास्थ्य सेवा क्षेत्र को मजबूत करने पर ध्यान केंद्रित: डॉ. बलबीर सिंह | Punjab News
आम आदमी क्लीनिक (एएसी) को पंजाब के लोगों को प्राथमिक स्वास्थ्य सुविधाएं प्रदान करने में एक महत्वपूर्ण बदलाव बताते हुए, पंजाब के स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण, चिकित्सा शिक्षा और अनुसंधान मंत्री डॉ. बलबीर सिंह ने कहा कि इन क्लीनिकों की सफलता के बाद, पंजाब सरकार अब तृतीयक और द्वितीयक स्तर की स्वास्थ्य सुविधाओं को और मजबूत करने पर ध्यान केंद्रित कर रही है। गुरुग्राम में भारतीय उद्योग परिसंघ (सीआईआई) उत्तरी क्षेत्र स्वास्थ्य सेवा शिखर सम्मेलन के छठे संस्करण को संबोधित करते हुए, पंजाब के स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि अब तक पंजाब सरकार द्वारा स्थापित 842 आम आदमी क्लीनिकों में 1.79 करोड़ नागरिकों ने उपचार या ओपीडी सेवाओं का लाभ उठाया है। “हमने पंजाब में प्राथमिक स्वास्थ्य सेवा क्षेत्र को डिजिटल कर दिया है। उन्होंने कहा कि आईटी कार्यान्वयन में प्रगति के कारण हमें दूर-दराज के ग्रामीण क्षेत्रों से भी जल जनित और संक्रामक रोगों से संबंधित डेटा बिना किसी देरी के प्राप्त होता है, जिससे हमें नियमित निगरानी और उचित कदम उठाने में मदद मिलती है। अब हम तृतीयक और द्वितीयक स्वास्थ्य सेवाओं को और मजबूत करने की योजना बना रहे हैं।
स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि पंजाब सरकार द्वारा हाल ही में शुरू की गई फरिश्ते योजना और सड़क सुरक्षा बल (एसएसएफ) सड़क दुर्घटनाओं में घायल लोगों के बहुमूल्य जीवन को बचाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है। उन्होंने कहा कि पंजाब राज्य में सड़क दुर्घटना में होने वाली मौतों में कम से कम 26 प्रतिशत की कमी आई है। उन्होंने निजी और कॉर्पोरेट स्वास्थ्य पेशेवरों से अपने व्यस्त कार्यक्रम से कुछ समय निकालकर स्वास्थ्य सेवाओं की सख्त जरूरत वाले लोगों को मुफ्त चिकित्सा सेवाएं प्रदान करने का आह्वान किया। उन्होंने पर्यावरण को बचाने के लिए सभी के योगदान पर भी जोर दिया क्योंकि स्वस्थ पर्यावरण के अभाव में हम स्वस्थ समाज की कल्पना नहीं कर सकते।
इस अवसर पर डॉ. धर्मिंदर नागर, सुश्री श्रीमयी चक्रवर्ती, निदेशक एबीडीएम विक्रम पगारिया, डॉ. आर.के. मिश्रा एमडी एनआईसीएस, डॉ. भूपिंदरपाल कौर, डॉ. रूपिंदरजीत सैनी भी मौजूद थे।