Haryana-Punjab Weather News: हिसार (संदीप सिंहमार)। इन दिनों उमस भरी गर्मी से उत्तर भारत के लोग जूझ रहे हैं। इस बीच मौसम विभाग ने हरियाणा-पंजाब के लोगों को अच्छी खबर दी है। मौसम विभाग ने कहा,‘ हरियाणा में 5 दिन तक मानसून सक्रिय रहेगा व 21 और 22 जुलाई को पूरे हरियाणा में भारी बारिश होने की संभावना है। फिलहाल हरियाणा में मानसून का कोटा अभी पूरा नहीं हुआ है। जुलाई तक प्रदेश में 138 मिमि बारिश हुई है जो कि 35 फीसदी कम है। हरियाणा के 17 शहरों में कम बारिश हुई है। इनमे से 11 शहरों में सामान्य से कम व 6 शहरों में सबसे कम बारिश हुई है। तीन शहरों में सामान्य से अधिक और दो शहरों में सामान्य बारिश हुई है।
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5 दिन तक बारिश का हरियाणा में येलो अलर्ट
मौसम विभाग के अनुसार हरियाणा में अगले पांच दिन तक प्रदेश के अलग-अलग जिलों में बारिश का येलो अलर्ट जारी किया है। अगले पांच दिन में उत्तर हरियाणा के हर जिले में बारिश हो सकती है। वहीं 21 और 22 जुलाई को पूरे प्रदेश में बारिश हो सकती है।
पंजाब में 22 जुलाई से हो सकती है बारिश
पंजाब में मानसून के बावजूद बारिश न होने से उसम भरी गर्मी बढ़ रही है।। पंजाब के बठिंडा में तापमान एक बार फिर 40 डिग्री पर पहुंच गया है। वहीं, 24 घंटे के भीतर पंजाब के तापमान में 0.6 डिग्री की बढ़ोतरी हुई और औसत तापमान सामान्य से 3.5 डिग्री अधिक रहने की संभावना है। हालांकि 21 जुलाई के पूवार्नुमान के अनुसार यदि बंगाल की खाड़ी का प्रभाव कम हुआ तो 22 जुलाई से पंजाब में बारिश देखने को मिल सकती है। इसके बाद पंजाब में लोगों को गर्मी से राहत मिलेगी और धान की खेती के लिए भी अच्छा रहेगा।
लोपार तूफान के कारण ओडिशा में और अधिक बारिश के आसार
उत्तर-पश्चिम और उससे सटे पश्चिम-मध्य बंगाल की खाड़ी के ऊपर बना कम दबाव का क्षेत्र शुक्रवार को दक्षिण ओडिशा और उत्तरी आंध्र प्रदेश तट के क्षेत्र में एक दबाव क्षेत्र में बदल गया। एसओए के पर्यावरण और जलवायु केंद्र ने (सीईसी) यह जानकारी दी। सीईसी ने एक बुलेटिन में कहा कि दबाव, गोपालपुर से लगभग 130 किमी पूर्व में केंद्रित है, और इसके उत्तर-पश्चिम की ओर बढ़ने और शनिवार की दोपहर में पुरी के पास ओडिशा तट को पार करने का अनुमान है।
दबाव के उत्तर-पश्चिम की ओर बढ़ने और शनिवार की सुबह एक दबाव के रूप में पुरी के पास ओडिशा तट को पार करने का अनुमान है और उसके बाद यह ओडिशा और छत्तीसगढ़ में पश्चिम-उत्तर-पश्चिम की ओर बढ़ेगा और अगले 24 घंटों के दौरान धीरे-धीरे कमजोर होगा। सीईसी बुलेटिन में आगे कहा गया कि उत्तरी और पश्चिमी ओडिशा में मंगलवार से फिर से मध्यम से भारी बारिश होने की उम्मीद है, जिसमें उत्तरी ओडिशा पर एक चक्रवाती परिसंचरण की उपस्थिति के कारण ऊपरी महानदी, बैतरणी, ब्राह्मणी, बुधबलंगा और सुवर्णरेखा जैसी प्रमुख नदियों का जलग्रहण क्षेत्र और झारखंड शामिल है, जो कि अगले शुक्रवार तक जारी रहेगा। इसने कहा कि 19 और 20 जुलाई के दौरान उत्तर-पश्चिम और आसपास के पश्चिम-मध्य बंगाल की खाड़ी और ओडिशा के तटों पर समुद्र की स्थिति खराब रहने का अनुमान है और इसके बाद धीरे-धीरे स्थिति में सुधार होगा।