हर मौसम में यह आफत बना रहता है अंडर ब्रिज
जाखल (सच कहूँ/तरसेम सिंह)। Jakhal News: जाखल के खंड के गांव साधनवास से पंजाब सीमा को जोड़ने वाले रेलवे अंडर ब्रिज में हर समय बरसात का पानी जमा रहता है। यहा पर पानी निकासी के लिए कोई भी इंतजाम नहीं है। पुल निर्माण के समय से ही इस अंडर ब्रिज के पानी निकासी के रिचार्ज बोर नहीं लगाए गए थे। जिससे बरसात के कारण यहां पर दो से तीन फीट तक पानी खड़ा रहता है। ऐसे में यहां से गुजरने वाले वाहन चालक पानी में फंस जाते हैं।
हालांकि रेलवे की और से लोगों की सुविधा के लिए यह अंडर ब्रिज बना था लेकिन अधिकारियों की लापरवाही के कारण यह लोगों के लिए आफत बना रहता है। अंडर ब्रिज से एक दर्जन गांवों के लोगों का पंजाब के लहरा, सुनाम, संगरूर हेतु आवागमन होता है। जिसमें खंड जाखल के गांव साधनवास, सिधानी, चांदपुरा, तलवाड़ा, तलवाड़ी, मुंदलियां आदि के लोग इसके नीचे से गुजरते हैं। गांव साधनवास के सरपंच गुरप्रीत सिंह, पूर्व सरपंच नरेन्द्र बढ़ीयाल, चांदपुरा के सरपंच अमरीक ग्रेवाल, ब्लॉक समिति सदस्य रामचंद्र, जरनैल भंगु, मुंदलिया के सरपंच कुलदीप सिंह, नंबरदार नसीब, तरसेम यादव इत्यादि लोगों ने बताया कि अंडर ब्रिज का लाभ कम बल्कि परेशानी ज्यादा बनी है। Jakhal News
लोगों का यह भी आरोप है कि लाखों रुपए की लागत से बने इस अंडर ब्रिज में बरसाती पानी की निकासी का प्रबंध नहीं किया गया। और ना ही पुल से कोई सड़क बनाकर सीमा तक बनी सड़क से जोड़ा गया। जिससे आवागमन करने में भारी परेशानी का सामना करना पड़ता है। मांग की कि इस अंडर ब्रिज में पानी की निकासी के लिए या तो कुई खुदवाई जाए या फिर इसके पास रिचार्जे बोर लगवाया जाए। जिससे अंडर ब्रिज में पानी जमा न हो वही इसके अंदर बनी सड़क को दुरुस्त करवाया जाए।
रेलवे के अधीन है अंडर ब्रिज…
इस बारे में सड़क निर्माण विभाग के कनिष्ठ अभियंता अंकुर गर्ग से बात की गई तो उन्होंने बताया कि अंडर ब्रिज रेलवे के अधीन है उनके विभाग की तरफ से सिर्फ सड़क का निर्माण अंडर ब्रिज की रेलवे सीमा तक किया हुआ है।
क्या कहते हैं रेलवे के अधिकारी | Jakhal News
रेलवे के अगर किसी अंडरब्रिज में पानी भरा है इस बारे जानकारी नहीं है। अगर इस तरह की रिपोर्ट आई है तो पता लगाया जाएगा और अंडर ब्रिज से पानी निकलवा दिया जायेगा। इस बारे में ध्यान दिया जाएगा।
नवीन वर्मा, रेलवे निर्माण विभाग निरीक्षक जाखल।