NEET Paper Leak 2024: देश की सबसे भरोसमंद नेशनल टेस्टिंग एजेंसी द्वारा आयोजित करवाई गई एलिजिबिलिटी कम एंट्रेंस टेस्ट (यूजी की आखिर पोल खुल ही गई। पहली बात तो नेशनल टेस्टिंग एजेंसी सहित केंद्र सरकार यह बात ही मानने को तैयार नहीं थी कि इस टेस्ट में कोई गड़बड़ी हुई है। जब मामला देश की सर्वोच्च अदालत में गया तो सर्वोच्च अदालत के आदेश पर ग्रेस मार्क मिलने वाले 1563 कैंडिडेट्स के द्वारा अंजाम करवाने के आदेश देने पर विशेष परीक्षा का आयोजन किया गया। यह परीक्षा कुल 720 अंकों की थी। शक की सुई तब ज्यादा घूमी, जब कुछ कैंडिडेट के अंक 720 में से 720 आए थे। कोई भी प्रवेश परीक्षा जब होती है तो ऐसा संभव ही नहीं होता कि किसी के पूरे मार्क्स आएं।
इस नेशनल टेस्टिंग एजेंसी ने तब तर्क देते हुए कहा था कि शॉर्टेज आफ टाइम के कारण 1563 कैंडिडेट्स को ग्रेस मार्क्स दिए गए हैं, जिसकी वजह से ऐसा हुआ। लेकिन इस परीक्षा परिणाम से न तो कैंडिडेट खुश थे और नहीं अभिभावक। आखिर देश भर में धरने-प्रदर्शन हुए। इतना ही नहीं देश की सर्वोच्च अदालत का दरवाजा खटखटाया गया। सुप्रीम कोर्ट ने नीट की काउंसलिंग कर तो रोक नहीं लगाई, लेकिन नेशनल टेस्टिंग एजेंसी को 1563 कैंडीडेट्स की दोबारा प्रवेश परीक्षा लेने के आदेश दिए। इस आदेश के बाद दोबारा परीक्षा करवाई गई। यहां सबसे संदिग्ध बात यह है कि इस परीक्षा में सिर्फ 1563 में से 813 कैंडिडेट से दोबारा परीक्षा देने के लिए पहुंचे यानी महज 52.01 फीसदी। नेशनल टेस्टिंग अब 1563 कैंडिडेट्स के लिए दोबारा हुई नीट यूजी परीक्षा यूजी का रिजल्ट जारी किया है।
खास बात यह है कि अब किसी भी कैंडिडेट को पूरे मार्क्स नहीं मिल पाए।इससे यह स्पष्ट हो गया है कि परीक्षा में गड़बड़झाला हुआ था। तभी पहले पूरे मार्क्स आए थे। इस बात की पुष्टि इस बात से भी हो रही है कि केंद्र सरकार की सिफारिश पर जब जांच सीबीआई को सौंपी गई तो पेपर लीक के मामले में एफआईआर भी फ़र्ज़ हो चुकी है। परीक्षा में शामिल हुए स्टूडेंट्स अपने नतीजे ऑफिशियल वेबसाइट exams.nta.ac.in/ NEET/ पर जाकर चेक किया जा सकते हैं। इससे पहले नीट यूजी रि-एग्जाम की फाइनल आंसर-की 30 जून को दोपहर 1:30 बजे जारी हुई थी। एनटीए ने पहले नीट यूजी परीक्षा में 1563 कैंडिडेट्स को ग्रेस मार्क्स दिए थे,बहाना था शॉर्टेज ऑफ टाईम। लेकिन विवाद होने पर इस ग्रेस मार्क्स को रद्द करके दोबारा परीक्षा आयोजित करने का फैसला किया गया। दोबारा हुई नीट परीक्षा में 1,563 में से 813 स्टूडेंट्स शामिल हुए थे। NEET Paper Leak 2024
शेष कैंडिडेट्स परीक्षा देने ही नहीं पहुँचे। इसी बात से कई सवाल खड़े होते है। इसका साफ से मतलब है कि ऐसे कैंडिडेट्स जो अब परीक्षा देने नहीं आए वे किसी न किसी गड़बड़ में शामिल थे या फिर उन्हें अपने आप पर भरोसा नहीं था। पर मेडिकल यूजी में वे भी दाखिल लेना चाहते थे,तभी उन्होंने पहले प्रवेश परीक्षा दी थी। जिन्होंने परीक्षा नहीं दी,उनको जाँच में शामिल किया जाए तो इस पेपर लीक मामले के खुलासे हो सकते हैं।नेशनल टेस्टिंग एजेंसी ने परीक्षा का आयोजन देश के उन्हीं 6 केंद्रों पर दोबारा किया गया था, जहां पर ग्रेस मार्क्स दिए गए थे। पर इस बार नेशनल टेस्टिंग एजेंसी ने गड़बड़ नहीं होने दी। इसका मतलब पहले भी ऐसा किया जा सकता था।
एनटीए के सूत्रों ने बताया है कि दोबारा नीट यूजी परीक्षा देने वाले 813 उम्मीदवारों में से किसी ने भी 720 अंक नहीं हासिल किए। साथ ही टॉपर्स की संख्या 67 से घटकर 61 रह गई। नीट के रिकार्डिंग के अनुसार 720/720 का परफेक्ट स्कोर हासिल करने वाले छह में से पांच कैंडेट्स ने दोबारा परीक्षा दी थी। अब उन्होंने उन्होंने 680 से ऊपर अंक हासिल तो कर लिए पर 720 के आंकड़े से दूर रहे। आंकड़ों के अनुसार चंडीगढ़ के दो उम्मीदवारों में से कोई भी परीक्षा में शामिल नहीं हुआ। वहीं छत्तीसगढ़ से कुल 602 में से 291 कैंडिडेट्स ने ही दोबारा परीक्षा दी। गुजरात से महज 1 कैंडिडेट परीक्षा देने आया। इसी प्रकार हरियाणा से 494 में से 287 और मेघालय के तुरा से 234 छात्र परीक्षा में शामिल हुए थे।
अब पुराने ढर्रे पर ही होगी नेट परीक्षा | NEET Paper Leak 2024
कुछ भी हो नेशनल टेस्टिंग एजेंसी ने देशभर की नजरों में अपना भरोसा खोया है। थोड़ा भरोसा बन भी जाता तो 18 जून को देशभर में आयोजित हुई नेशनल एलिजिबिलिटी टेस्ट का पेपर भी लीक हो गया। तब केंद्रीय गृह मंत्रालय को खुफिया इनपुट मिलते ही इस परीक्षा को पूरे देश मे रद्द कर दिया था। इससे पक्की मुहर लग गई कि नेशनल टेस्टिंग एजेंसी अब पाक-साफ नहीं रही। अब यह परीक्षा सभी कैंडिडेट्स के लिए दोबारा होनी है। जिसके दिन भी निश्चित कर दिए गए हैं। इतना ही नहीं नेट की परीक्षा इस बार बदले हुए परीक्षा पैटर्न पर ली गई थी। अब नेशनल टेस्टिंग एजेंसी ने एक बार फिर परीक्षा पैटर्न में बदलाव किया है। इस पैटर्न के अनुसार अब उसी पुराने ढर्रे के अनुसार परीक्षा ली जाएगी, जो पहले लागू थी यानी अब ओएमआर सीट पर परीक्षा नहीं होगी बल्कि फिर से कंप्यूटर बेस्ड परीक्षा ही आयोजित करवाई जाएगी।
याद रहे कंप्यूटर बेस्ट एग्जाम जब से होने लगा है, तब से ही नेट परीक्षा पर सवाल उठते रहे हैं। इसका मुख्य कारण है, साइबर क्राइम के कारण कम्प्यूटर बेस्ट की परीक्षा हैक होना। ऐसे- ऐसे हैकर्स पकड़े जा चुके हैं ,जो कैंडिडेट्स की आइडी को ही हैक करते हुए नेट की परीक्षा के लिए कहीं न कहीं परीक्षा केंद्रों पर टेस्ट के घपले को बड़े स्तर पर अंजाम देते थे। इस तरह पेपर लीक करनवाने वाले उसी जगह पर सेंटर की सेटिंग करवा लेते थे, जहां उन्हें मदद मिलती थी। अंत मे इतना कहा जा सकता है कि परीक्षा चाहे कोई भी हो उसकी पवित्रता बनाना हम सबका कर्तव्य बनता है। यदि ऐसी सोच हर किसी की हो तो एक बार फिर परीक्षा लीक के मामलों को रोका जा सकता है। अन्यथा बच्चों के भविष्य के साथ इसी प्रकार खिलवाड़ होता रहेगा। डॉ. संदीप सिंहमार।
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