हनुमानगढ़ (सच कहूँ न्यूज)। श्रीगंगानगर रेलवे फाटक पर बनाए गए डबल बॉक्स आरयूबी से बरसाती पानी की निकासी के लिए तैयार किए गए वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम (Rainwater Harvesting System) के तहत निर्मित कुआं करीब एक साल बाद ही एक तरफ से धंसने लगा है। रेल लाइनों से कुछ ही दूरी पर बने कुएं के धंसने से इसमें भरने वाला पानी रेल लाइनों की तरफ जाने का खतरा बना हुआ है। हनुमानगढ़ इंडस्ट्रीज एसोसिएशन ने प्रशासन से समय रहते इस समस्या की तरफ ध्यान देकर कुएं को दुरुस्त करने की मांग की है। Hanumangarh News
इस संबंध में एसोसिएशन की ओर से जिला कलक्टर को पत्र भी लिखा गया है। हनुमानगढ़ इंडस्ट्रीज एसोसिएशन सचिव जयपाल जैन ने बताया कि एक तरफ हनुमानगढ़ विकास के क्षेत्र में आगे बढ़ रहा है। दूसरी तरफ सरकारी विभागों की ओर से निर्माण कार्यों में गुणवत्ता का ध्यान नहीं रखा जा रहा। इसका जीता-जागता उदाहरण सार्वजनिक निर्माण विभाग की ओर से श्रीगंगानगर रेलवे फाटक पर बनाया गया अण्डरपास है। इस डबल बॉक्स आरयूबी को बने एक साल ही नहीं हुआ कि पूर्व में इसके अन्दर लगे रिफ्लेक्टर चोरी हो गए थे।
एसोसिएशन की ओर से जिला कलक्टर को लिखा गया पत्र | Hanumangarh News
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अण्डरग्राउंड से बरसाती पानी की निकासी के लिए बनाए गए वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम के तहत रेल लाइनों के नजदीक बनाया गया कुआं भी एक साइड से धंस गया है। पानी इस कुएं के निर्माण को ध्वस्त कर रहा है। यह कुआं रेलवे लाइनों से करीब दस मीटर की दूरी पर बना हुआ है। जबकि कम से कम सौ मीटर की दूरी पर इसका निर्माण किया जाना चाहिए था। नजदीक ही रेल लाइन होने के कारण यहां से ट्रेनें गुजरने के दौरान होने वाले वाइब्रेशन के कारण कुआं नीचे धंस रहा है। कुएं से पानी रेल लाइनों के नीचे जमीन में भी घुसने का खतरा बना हुआ है।
भविष्य में इससे कोई बड़ा रेल हादसा हो सकता है। इसके अलावा बारिश में आरयूबी के ऊपर लगे शैड से आने वाले पानी की निकासी आसपास के नाले-नालियों में की गई है जबकि वह पानी भी परनाले लगाकर वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम में जाना चाहिए। जैन ने बताया कि इस संबंध में जिला कलक्टर को भी शुक्रवार को पत्र लिखकर अवगत करवाया गया है। इसलिए समय रहते कुएं को दुरुस्त किया जाना चाहिए। Hanumangarh News