जिले में स्वास्थ्य विभाग द्वारा चलाया जा रहा एनीमिया जागरूकता अभियान, 100 दिन चलेगा अभियान

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Civil Hospital Kaithal : नागरिक अस्पतालों में बदला ओपीडी का समय

विभाग का 6 ग्रुपो के 4 टी पर फोकस | Kaithal News

कैथल (सच कहूं/कुलदीप नैन)। Anaemia Awareness Campaign: जिला स्वास्थ्य विभाग द्वारा एनीमिया जागरूकता अभियान शुरू किया गया है। सौ दिन तक चलने वाले इस एनीमिया मुक्त अभियान में 3.5 लाख लोग जिसमें बच्चे, किशोरी और महिलाए शामिल है, उनके स्वास्थ्य की जांच की जाएगी। स्वास्थ्य विभाग द्वारा एनीमिया अभियान के लिए टीमें बना दी गयी है। कैथल जिले में 13 जून से ये अभियान शुरू हो चूका है। इसको लेकर स्वास्थ्य विभाग द्वारा शिविर लगाये जा रहे है। अभी तक 17 हजार का सर्वे किया जा चूका है। Kaithal News

इस अभियान को सार्थक बनाने के लिए स्वास्थ्य विभाग के साथ-साथ शिक्षा विभाग और महिला एवं बाल विकास विभाग, पंचायत विभाग, शहरी विकास विभाग तथा खाद्य एवं पूर्ति विभाग आदि विभाग आपसी तालमेल बनाकर कार्य करेगे, ताकि जिला में चिन्हित किए गए शत-प्रतिशत लोगों के एनीमिया से संबंधित स्वास्थ्य की जांच की जा सके।

4 टी पर काम करेगा विभाग | Kaithal News

अभियान के दौरान स्वास्थ्य विभाग की टीम का 4 टी यानि टेस्ट, ट्रीट, टॉक और ट्रैक पर ध्यान केंद्रित रहता है । अभियान के तहत पीएचसी, सीएचसी, नागरिक अस्पताल और आंगनवाड़ी केंद्रों पर शिविर आयोजित किए जा रहे है। इसके अलावा फील्ड स्टाफ गांव स्तर पर स्क्रीनिंग टेस्ट भी किये जा रहे है । टीम द्वारा आयोजित शिविरो में आमजन से इस अभियान में अपना सहयोग देंने की अपील की जा रही है। टीम द्वारा जागरूक किया जा रहा है कि सही खानपान एवं जागरूकता के माध्यम से एनीमिया से मुक्ति पाई जा सकती है।

6 ग्रुप बनाये गये | Kaithal News

स्वास्थ्य विभाग से मिली जानकारी के अनुसार इसके लिए 6 टारगेटिड ग्रुप बनाये गये है जिसमें 0-5 वर्ष, 6-9 वर्ष, 10-19 वर्ष, 19-45 वर्ष , 45 से ऊपर आयु के लोगों के खून की जांच की जा रही है । इसके अलावा विशेष रूप से स्तनपान कराने वाली व गर्भवती महिलाएं के खून की जांच की जा रही है। जिन बच्चों में खून की कमी पाई जाती है, उन बच्चों को दवाईयां देने के साथ-साथ पोषाहार खानपान के लिए जागरूक किया जा रहा है।

जिले में एनीमिया को लेकर अभियान चला हुआ है। अभी तक 17 हजार का सर्वे हो चूका है। 6 अलग अलग ग्रुप बनाये गये है। आने वाले दिनो में भी जिले में निरंतर ये अभियान चलता रहेगा।                                                                                                                                              डॉ रेनू चावला, सिविल सर्जन कैथल 

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