घरेलू जरूरत का सारा सामान व शगुन देकर बेटी को दिया आशीर्वाद
सरसा (सच कहूँ/सुनील वर्मा)। शाह सतनाम जी नगर (Shah Satnam Ji Nagar) की साध-संगत पूज्य गुरु संत डॉ. गुरमीत राम रहीम सिंह जी इन्सां की पवित्र शिक्षाओं पर चलते हुए 163 मानवता भलाई के कार्यों में जुटी हुई है। इन्हीं कार्यों में शामिल 25वें कार्य आशीर्वाद (Ashirwad Campaign) यानी गरीब की शादी में आर्थिक मदद करना की मुहिम में भी शाह सतनाम जी नगर की साध-संगत अग्रिम पक्ति में खड़ी नजर आती है। शनिवार को शाह सतनाम जी नगर की साध-संगत ने एक और गरीब कन्या के हाथ पीले करने में सहायता की। Sirsa News
कल्याण नगर व नाथूसरी चौपटा के शाह सतनाम जी ग्रीन एस वेलफेयर विंग के सेवादार नहर में उतरे और…
जानकारी मुताबिक शाह सतनाम जी मार्ग पर वीटा मिल्क प्लांट के पीछे स्थित पीरा वाली ढाणी निवासी विधवा महिला हरपाल कौर ने अपनी बेटी वीरपाल कौर की शादी 16 जून का रख दी। पति की मौत होने और परिवार की आर्थिक हालात कमजोर होने के कारण उन्होंने शाह सतनाम जी नगर की साध-संगत से बेटी की शादी में मदद करने की अपील की। जिसके पश्चात शाह सतनाम जी नगर की साध-संगत ने बेटी की शादी में मदद करने की निर्णय लिया।
इस सेवा कार्य में 15 मैंबर बहन आशा इन्सां, प्रभा इन्सां, सिमरन इन्सां, वीना इन्सां, अनिता इन्सां, दलजीत इन्सां, प्रदीप इन्सां, राज इन्सां, लक्ष्मी इन्सां, सोनिया इन्सां, पामी इन्सां, मीना इन्सां, किरण इन्सां, सुमन इन्सां, जितेंद्र इन्सां, कांता इन्सां सहित शाह सतनाम जी नगर की साध-संगत ने इस नेक कार्य में सहयोग किया। बता दें कि हरपाल कौर के चार बेटियां व एक लड़का है। उसके पति लाभ सिंह की मृत्यु हो चुकी है। दो बेटियों की शादी पहले हो चुकी है तथा एक लड़की की शादी 16 जून को है। Sirsa News
सच में रब दे बंदे हैं डेरा श्रद्धालु
लड़की की माता हरपाल कौर ने बेटी की शादी में मदद करने के लिए शाह सतनाम जी नगर की साध-संगत का आभार जताते हुए कहा कि सेवादारों का शुक्रिया करने के लिए उसके पास शब्द नहीं है। सच में डेरा श्रद्धालु रब्ब दे बंदे हैं, जो एकमात्र अपील पर बेटी की शादी में मदद के लिए पहुंच गए है। उन्होंने पूज्य गुरु जी का भी आभार जताया और सेवादारों तथा पूज्य गुरु जी को सैल्यूट किया।
बेटी को दिया ये घरेलू जरूरत का सामान | Sirsa News
शाह सतनाम जी नगर की साध-संगत ने बेटी की शादी में एक डबल बैड, एक मेज, दो कुर्सियां, दो गद्दे, दो सिराने, दो दरिया, दो खेस, दो दीवान की चादर, दो डबल बैड की चादर,फराटा पंखा, पै्रस, 31 स्टील के बर्तन, दीवार घड़ी, 7 सूट लड़की के, दो सूट लड़के के, मैकअप किट व अटैची सहित अन्य घरेलू जरूरत का सारा सामान दिया। इसके अलावा 1600 रूपए का शगुन और एक पूज्य गुरु जी का सुंदर पावन स्वरूप भेंट कर साध-संगत ने बेटी का आशीर्वाद दिया।
सरसा के अशोक ने की ऐसी मिसाल पेश, जिसका हर कोई हुआ दीवाना!