खूंखार तेंदुए की तलाश में दिन रात जंगलों की खाक छान रही वन विभाग की टीमें
कैराना। गांव मंडावर में चार वर्षीय बालिका को अपना शिकार बना चुका आदमखोर तेंदुआ वन विभाग की टीमों के हत्थे नही चढ़ रहा है। खूंखार तेंदुए की तलाश में वन विभाग की टीमें दिन रात जंगलों की खाक छान रही है। वहीं, करीब आधा दर्जन गांवों के बाशिंदे आदमखोर के खौफ के चलते अपने घरों में कैद होकर रह गए है।
विगत रविवार को रात्रि करीब साढ़े नौ बजे गांव मंडावर में अपनी ननिहाल में आई चार वर्षीय मासूम बालिका अंशा को घर के दरवाजे से खूंखार तेंदुआ अपने जबड़े में उठाकर ले गया था। बाद में बालिका का शव गांव के बाहर स्थित जंगल में पड़ा मिला था। तेंदुए ने बालिका के दांए कान के पास के हिस्से को बुरी तरह से नोच रखा था। तेंदुए द्वारा बालिका को अपना शिकार बनाये जाने की घटना से क्षेत्र में दहशत व्याप्त हो गई थी। कोतवाली पुलिस व वन विभाग की टीम ने रात्रि में ही गांव में पहुंचकर तेंदुए की तलाश में सर्च अभियान चलाया था। लेकिन तेंदुए का कोई सुराग नही लगा था। सोमवार को भी वन विभाग की टीमों ने मंडावर के आसपास के जंगलों में पहुंचकर तेंदुए की तलाश की थी, लेकिन नतीजा वहीं ढाक के तीन पात रहा।
आदमखोर की तलाश में मंगलवार को भी चला सर्च अभियान
मंगलवार को भी वन विभाग की टीम ने तेंदुए की तलाश में क्षेत्रीय वन अधिकारी के नेतृत्व में ग्राम मंडावर, कलरी, इस्सापुर खुरगान, यूसुफपुर चौतरा के जंगलों एवं हरियाणा की सीमा से लगे यमुना के क्षेत्रों में गश्त की। इस दौरान ग्रामीणों से संवाद स्थापित किया गया। टीम में शामिल अधिकारियों ने लोगो को तेंदुए व कुत्ते के पदचिन्हों की पहचान के सम्बंध में अवगत कराया। ताकि किसी भी प्रकार की अफवाह से बचा जा सके। गश्त के दौरान यमुना क्षेत्र में मिले जानवर के पदचिन्ह की भी वन विभाग की टीम के द्वारा गहन जांच-पड़ताल की गई। वहीं, क्षेत्रीय वन अधिकारी ने लोगो से जागरूकता का परिचय देने की अपील की है। साथ ही, रात्रि के समय अंधेरा होने पर सतर्क रहने को कहा है। उन्होंने लोगो से बिना वजह की भीड़ इकट्ठा न करने तथा वन विभाग की टीमों का सहयोग करने का आह्वान किया है।
गांवों में पहरा देकर रात बिताने को मजबूर ग्रामीण
गांव मंडावर की घटना के पश्चात क्षेत्र के लोग डरे-सहमे हुए है। मंडावर के अलावा निकटवर्ती गांव इस्सापुर खुरगान, बसेड़ा, दभेड़ी खुर्द, अकबरपुर सुनहेटी, पठेड़, गंदराऊ, मलकपुर आदि गांवों में लोग आदमखोर का खौफ खाए हुए है। इन गांवों के ग्रामीण दिन के समय भी खेतों में जाने से भी डर रहे है। लोग रात के समय सुरक्षा के दृष्टिगत समूह बनाकर शिफ्टों में पहरा दे रहे है। ग्रामीणों ने प्रशासन से आदमखोर से छुटकारा दिलाए जाने की मांग की है।
पीड़ित परिवार के बीच पहुंचे सपा विधायक नाहिद हसन
सोमवार रात्रि समाजवादी पार्टी के स्थानीय विधायक चौधरी नाहिद हसन गांव मंडावर में पहुंचे। जहां पर उन्होंने आदमखोर जानवर का शिकार हुई चार वर्षीय बालिका अंशा के परिजनों से मुलाकात की। मृतक बालिका का नाना नाहिद हसन के सामने फफक-फफक कर रोने लगा, जिस पर विधायक ने उन्हें ढांढस बंधाते हुए हर प्रकार के सहयोग का आश्वासन दिया। विधायक ने वन विभाग के अधिकारियों से आदमखोर जानवर से ग्रामीणों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। साथ ही, पीड़ित परिवार को मिलने वाली आर्थिक सहायता के कार्य को भी शीघ्र पूरा करने को कहा।
‘तेंदुए की तलाश में वन विभाग की टीम द्वारा निरन्तर अभियान चलाया जा रहा है। टीम में विभाग के दारोगा व वन रक्षकों के अलावा प्राइवेट वाचर रखे गए है। मंगलवार को भी मंडावर के अलावा आसपास के जंगलों व यमुना खादर क्षेत्र में गश्त की गई है। फिलहाल तेंदुए का कोई सुराग नही लग सका है। लोगो को जानवर के हमले से बचने के लिए भी जागरूक किया गया है।-कृष्णकांत, क्षेत्रीय वन अधिकारी।’
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