Modi Cabinet : नई दिल्ली (एजेंसी)। बीजेपी का अकेले दम पर सरकार बनाने का सपना अधूरा ही रह गया क्योंकि भाजपा बहुमत के आंकड़े से दूर रह गई। जिसके कारण, टीडीपी और जेडीयू को मोदी कैबिनेट में ज्यादा से ज्यादा मंत्री पद पाने की होड़ मचेगी। चंद्रबाबू नायडू और नीतीश कुमार, दोनों के पास गठबंधन के दौर का महत्वपूर्ण अनुभव है और उनके पास मजबूत बातचीत कौशल है और उन्हें रणनीतिक रूप से अपने समर्थन का लाभ उठाने के लिए महत्वपूर्ण मंत्रालय मिलने की उम्मीद है। अब देखना यह है कि किसे क्या मिलेगा और क्या नहीं। Modi Cabinet
नीतीश कर सकते हैं 5 मंत्री पदों और केंद्रीय निधि का मोलभाव
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार कम से कम 5 मंत्री पद, केंद्रीय निधि, समय से पहले विधानसभा चुनाव और बिहार के लिए विशेष दर्जा मांग सकते हैं। इस मामले के जानकारों ने बताया कि पहले जेडी (यू) को कम से कम 3 कैबिनेट पद और एक राज्य मंत्री (एमओएस) देने का वादा किया गया था, लेकिन अब वे बेहतर मोलभाव कर सकते हैं। ‘‘हमें कम से कम 4 कैबिनेट पद मिलने की उम्मीद है। जेडी (यू) के एक नेता ने कहा, ‘‘एक और एमओएस पद मांगा जा सकता है।’’
उन्होंने आगे बताया कि पार्टी रेलवे, ग्रामीण विकास और जल संसाधन जैसे विभागों के लिए उत्सुक है क्योंकि ‘‘ये विभाग जेडी(यू) को राज्य में विकास को गति देने में मदद करेंगे’’ आंध्र प्रदेश के लिए तरजीही दर्जे के लिए बातचीत करेंगे चंद्रबाबू नायडू हालांकि बातचीत के हिस्से पर टीडीपी चुप है, लेकिन एक मीडिया रिपोर्ट में टीडीपी सूत्रों का हवाला देते हुए सुझाव दिया गया है कि पार्टी केंद्र में महत्वपूर्ण मंत्रालय और आंध्र प्रदेश के लिए तरजीही दर्जा मांग सकती है।
दरअसल, नायडू ने 2016 में आंध्र प्रदेश के लिए विशेष दर्जे की मांग को लेकर भाजपा से नाता तोड़ लिया था। चिराग पासवान को कैबिनेट में एक पद का आश्वासन चिराग पासवान के नेतृत्व वाली लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) या एलजेपी-आरवी, जिसे केंद्रीय मंत्रिमंडल में एक पद का आश्वासन दिया गया था, को एक राज्य मंत्री पद मिलने की भी उम्मीद थी। ‘‘हमें एक पद का आश्वासन दिया गया है। नाम न बताने की शर्त पर लोजपा-आरवी के एक पदाधिकारी ने कहा, ‘‘राज्यमंत्री बनना बहुत बड़ा बोनस होगा।’’ Modi Cabinet