विधायक लीला राम ने कहा कोई लिखित शिकायत नहीं दी | Kaithal News
कैथल (सच कहूं/कुलदीप नैन)। Cleaning Scam: जिला परिषद में हुए 10 करोड़ रुपये के सफाई घोटाला में एंटी करप्शन ब्यूरो की टीम जांच कर रही है। मंगलवार को इस मामले में 7 आरोपित गिरफ्तार किए गए थे। सभी आरोपितों को बुधवार अदालत में किया गया। जहां से पूछताछ के लिए दो दिन के रिमांड पर लिया है। आरोपियों को शुक्रवार दोबारा से अदालत में पेश किया जाएगा। एसीबी को उम्मीद है कि इस रिमांड अवधि के दौरान होर भी बड़े खुलासे आरोपियों से हो सकते है। हालांकि अभी भी इस घोटाले का मुख्य आरोपी जिला परिषद का डिप्टी सीईओ एसीबी टीम की पहुंच से दूर है और उसकी गिरफ्तारी अभी तक नही हो पाई है। Kaithal News
बता दें कि मंगलवार को इस मामले में एंटी करप्शन ब्यूरो की टीम ने कार्रवाई करते हुए पंचायत राज विभाग के कार्यकारी अभियंता नवीन कुमार, जेई जसवीर सिंह, लेखाकार कुलवंत सिंह सहित चार ठेकेदार अनिल कुमार, अभय, राजेश गर्ग व दिलबाग को गिरफ्तार किया था।
अब तक की जांच में सामने आया कि आरोपितों ने जिले के 151 गांवों में सफाई का कार्य फर्जी दिखाते हुए फर्म के नाम झूठे बिल बनवा कर सात करोड़ की राशि हड़पी थी। सबसे ज्यादा कार्य कलायत व राजौंद ब्लाक में दिखाए गए थे। एक ही समय में एक ही लेबर को कई गांव में सफाई करते हुए दिखा दिया, जिससे साफ जाहिर होता है कि यह कार्य फर्जी तरीके से किया गया है।
ये था मामला | Kaithal News
वर्ष 2021 में कोरोना काल के दौरान 16 करोड़ 31 लाख रुपये की राशि में से 10 करोड़ की राशि सफाई कार्य पर खर्च होनी थी, लेकिन आरोपितों ने मात्र 30 प्रतिशत कार्य ही सफाई का किया अन्य 70 प्रतिशत कार्य फर्जी तरीके से करते हुए बिल बना लिए और सात करोड़ रुपये की राशि को अपने निजी बैंक खातों में ट्रांसफर कर लिया था। आरोपितों ने गांव में सफाई का कार्य करने की बजाए फर्म के झूठे बिल बनाए थे। मामला को लेकर विधायक लीला राम, इनेलो प्रदेशाध्यक्ष रामपाल माजरा, जजपा नेता राजू ने उठाया था। इसके बाद विजिलेंस ने जांच शुरू की थी।
सभी आरोपियों का दो दिन का रिमांड
एंटी क्र्पशन ब्यूरो जिला कैथल के प्रभारी महेंद्र सिंह ने बताया कि जिला परिषद सफाई घोटाला में गिरफ्तार किए गए सभी सात आरोपितों को अदालत में पेश किया गया l आरोपियों ने पैसे के गबन की बात कबूली है। आरोपितों से रिकवरी व अन्य पूछताछ के लिए दो दिन के रिमांड पर लिया है। इस मामले में अन्य आठ आरोपी अभी फरार चल रहे हैं।
नही दी कोई लिखित शिकायत : लीला राम
वहीं इस मामले में कैथल के विधायक लीला राम ने मंगलवार को एक चौकाने वाला बयान दिया। विधायक लीलाराम ने कहा है कि उन्होंने इस घोटाले को लेकर कोई भी लिखित में शिकायत नहीं दी थी और ना ही उन्होंने किसी व्यक्ति विशेष पर आरोप लगाए थे। उन्होंने कहा कि मैंने कैथल में भी कोई इस तरह का घपला घोटाला न हो, इसलिए केवल प्रेस कॉन्फ्रेंस ही की थी। उसके आधार पर सरकार द्वारा एक्शन ले लिया और इस घोटाले की पूरी जांच को विजिलेंस को दे दिया था। Kaithal News
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