– Pune Porsche Accident –
पुणे की एक अदालत ने सड़क दुर्घटना के आरोपी एक किशोर को इस शर्त पर जमानत दी है कि वह दुर्घटना के बारे में एक लेख लिखेगा, 15 दिनों के लिए यातायात पुलिस के साथ सहयोग करेगा और शराब की लत छोड़ने के लिए उपचार करवाएगा। किशोर ने नशे में दो व्यक्तियों की जान ली थी। आरोपी को नाबालिग होने के कारण जमानत तो मिल गई, लेकिन कोर्ट द्वारा लगाई गई शर्तें यह स्पष्ट करती हैं कि किशोरों को अच्छी परवरिश और संस्कार नहीं मिल रहे हैं।
ऐसे भटक रहे नाबालिग जहां शराब पीकर अपनी जान जोखिम में डाल रहे हैं वहीं दूसरों की जिंदगी के लिए खतरा बन रहे हैं। यह आवश्यक है कि शराब सहित अन्य नशों से बच्चों को बचाने के लिए उन्हें सामाजिक व परिवारिक बनाना होगा। यदि स्कूल स्तर पर शराब और सड़क दुर्घटनाओं के प्रति बच्चों को जागरूक किया जाए तो यह दूसरों के प्रति संवेदनशील भी होंगे और नशे से रहित रहेंगे। स्कूली पाठ्यक्रमों में सुधार की सख्त आवश्यकता है। बेहतर होगा, यदि सरकारेें नई पीढ़ी के बेहतर भविष्य और पारिवारिक ढांचे की मजबूती के लिए काम करें।