Aam Aadmi Party: सुखपाल खैहरा की बढ़ी मुश्किलें, दलबीर गोल्डी ‘आप’ में शामिल

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Aam Aadmi Party: सुखपाल खैहरा की बढ़ी मुश्किलें, दलबीर गोल्डी ‘आप’ में शामिल

संगरूर में ‘आप’ की दावेदारी मजबूत, अनदेखी करने पर गोल्डी ने छोड़ी कांग्रेस

  • संगरूर में अकेले पड़ने लगे खैहरा, मौजूदा नेता भी खुलकर समर्थन नहीं कर रहे | Chandigarh News

चंडीगढ़ (सच कहूँ न्यूज)। Aam Aadmi Party: पंजाब के जिला संगरूर के कांग्रेस अध्यक्ष और पूर्व विधायक दलबीर सिंह गोल्डी ने बुधवार को आम आदमी पार्टी का दामन थाम लिया। मुख्यमंत्री भगवंत मान ने बुधवार को पूर्व विधायक दलबीर सिंह गोल्डी को आप में शामिल करवाया। कांग्रेस में सेंध लगाकर मुख्यमंत्री ने चुनाव में संगरूर से ‘आप’ की दावेदारी मजबूत की है। बताया जाता है कि मान ने तिहाड़ जेल में दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल से मुलाकात के दौरान इस दांव पेंच पर भी चर्चा की थी। मुलाकात के बाद खुद सीएम मान ने कहा था कि केजरीवाल ने संगरूर का हालचाल खास तौर पर पूछा है जिससे संकेत मिले थे कि संगरूर में कुछ सियासी उथल-पुथल हो सकती है। Chandigarh News

सीएम मान गोल्डी को लाए ‘आप’ में

आम आदमी पार्टी, संगरूर संसदीय सीट को हर हाल में जीतना चाहती है। इस सीट से पार्टी की ही नहीं बल्कि खुद मुख्यमंत्री भगवंत मान की भी प्रतिष्ठा जुड़ी है। कांग्रेस के प्रत्याशी सुखपाल सिंह खैहरा की ओर से मुख्यमंत्री भगवंत मान को लगातार चुनौती दी जा रही है और ऐसे में मुख्यमंत्री मान ने लोहे को लोहे से काटने की तर्ज पर कांग्रेस के जिला अध्यक्ष व पूर्व विधायक दलबीर सिंह गोल्डी को आप के पाले में ले आए हैं। वहीं, संगरूर क्षेत्र के प्रसिद्ध नेता विजय इंद्र सिंगला भी श्री आनंदपुर साहिब में व्यस्त हो गए हैं। संगरूर के अन्य नेता भी खुले मन के साथ उनका साथ नहीं दे रहे।

गोल्डी को धूरी से मान ने ही हराया | Chandigarh News

आम विधानसभा चुनाव में दलबीर गोल्डी को मुख्यमंत्री भगवंत मान, धूरी से हरा चुके हैं और अब उन्हीं के हाथ में झाड़ू थमाकर सभी को चौंका दिया है। राजनीतिक विशेषज्ञों ने इस घटनाक्रम को अहम मान रहे हैं। उनका मानना है कि दलबीर सिंह गोल्डी, किसी कमिटमेंट के तहत ‘आप’ में शामिल हुए हैं। कैबिनेट मंत्री गुरमीत सिंह मीत हेयर, बरनाला से विधायक हैं। यदि वो लोकसभा चुनाव जीतते हैं तो बरनाला विधानसभा सीट खाली होगी और वहां से गोल्डी को मैदान में उतारा जा सकता है। बहरहाल, मुख्यमंत्री भगवंत मान के नए दांव ने विरोधी दलों को सकते में डाल दिया है और ऐसे हालात में विरोधी दलों को नए सिरे से रणनीति बनानी होगी। Chandigarh News

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