हंगामा करने वालों के खिलाफ पुलिस थाने में शिकायत दर्ज
- बोले, कार्रवाई नहीं हुई तो आपातकाल विभाग को लगा देंगे ताला | Bathinda News
बठिंडा (सच कहूँ/सुखजीत मान)। Bathinda News: शुक्रवार देर रात सरकारी अस्पताल के इमरजेंसी विभाग में उस समय स्थिति तनावपूर्ण हो गई, जब एक मरीज के परिजनों और अस्पताल के कर्मचारियों के बीच बहस हो गई। मामला हाथापाई तक पहुंच गया, लगभग तीन घंटे तक हंगामा चलता रहा। इस बीच अस्पताल के सुरक्षा गार्ड और पुलिसकर्मी भी भिड़ गए। इस मौके पर डॉक्?टरों ने ऐलान किया है कि यदि हंगामा करने वाले लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई नहीं की गई, तो वह इमरजेंसी विभाग पर ताला लगा देंगे, क्योंकि इस तरह के माहौल में काम नहीं कर सकते।
शनिवार को जानकारी देते हुए सिविल अस्पताल के आपातकाल विंग के प्रभारी हर्षित गोयल का कहना है कि शुक्रवार देर रात अस्पताल में जो हुआ वह दुर्भाग्यपूर्ण है। उन्होंने बताया कि अस्पताल में रात 12 बजे तक करीब चार घंटें में 25 फाइलें बनी थी, जिनमें से 10-12 एमएलआर फाइलें थीं। एमएलआर की एक फाइल पर ज्यादा समय लगता है, जिस कारण मरीजों की काफी भीड़ हो गई। ड्यूटी पर डॉ. अंजू बंसल मौजूद थीं, जो बेहतर ढंग से ड्यूटी निभा रही थी। गोयल ने बताया कि एक मरीज के साथ कई लोग आए। Bathinda News
इसी बीच इमरजेंसी ओटी में आठ लोग घुस गए और वीडियोग्राफी करने लगे जो सरकारी नियमों का उल्लंघन है। सुरक्षाकर्मियों ने उन्हें रोकने की कोशिश की लेकिन वे नहीं माने। इस दौरान खींचतान हुई, जिसमें एक महिला सफाईकर्मी का हाथ पर भी चोट आई। इसकी सूचना सिविल अस्पताल पुलिस स्टेशन के कर्मचारियों को दी गई। वहां से केवल दो लोग आए। सूचना देने पर पीसीआर कर्मचारी भी मौके पर नहीं पहुंचें। उन्होंने बताया कि हंगामे के दौरान मरीजों का इलाज भी रुक गया। इसी बीच एक मरीज उठा और पुलिसकर्मियों व अस्पताल कर्मियों से मारपीट करने लगा।
नशा करने के आरोपों को नकारा | Bathinda News
अस्पताल के सुरक्षा कर्मियों ने बताया कि वार्ड में भीड़ ज्यादा होने के कारण उन्होंने मरीजों के साथ आए लोगों को बाहर जाने को कहा था, लेकिन कुछ युवकों ने मारपीट शुरू कर दी। यहां तक कि उनकी वर्दी भी फाड़ दी। इसमें अस्पताल में तैनात एक पुनिल कर्मचारी भी घायल हो गया। सुरक्षाकर्मियों ने इस बात से इनकार किया कि उन्होंने किसी भी तरह का नशा किया था।
सुरक्षाकर्मियों ने किया दुर्व्यवहार
वहीं मौके पर मौजूद जीवन लाल ने बताया कि रात करीब साढ़े दस बजे वह अपने भतीजे को लेकर सिविल अस्पताल आए, जहां इलाज के दौरान महिला डॉक्टर ने ड्रिप लगा दी। जीवन लाल के मुताबिक उन्होंने सुरक्षाकर्मियों से कहा था कि वह ड्रिप लगाकर निकल जाएंगे लेकिन वह नशे में था और गुस्से में आकर उसने मरीज की ड्रिप उतार दी और उसे घसीटा। Bathinda News
डॉक्टरों ने करवाई शिकायत दर्ज
सरकारी अस्पताल स्थित पुलिस चौकी प्रभारी अजय पाल सिंह का कहना है कि डॉक्टरों की ओर से शिकायत दर्ज करवाई गई है, जिस पर कार्रवाई शुरू कर दी। मामले की जांच कर हंगामा करने वाले लोगों के खिलाफ उचित कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
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