पिहोवा (सच कहूँ/जसविंद्र)। Kurukshetra News: अनाज मंडी में लिफ्टिंग की व्यवस्था अभी भी दुरुस्त नहीं हुई। लाखों कट्टे गेहूं खुले आसमान के नीचे पड़ा हुआ है। जिसे लेकर व्यापारियों में रोष गहराता जा रहा है। मंडी प्रधान नंदलाल सिंगला और सचिव रमेश मित्तल ने बताया कि प्रशासन की ओर से आश्वासन दिया गया था कि अतिरिक्त मजदूरों की व्यवस्था करके जल्द स्थिति में सुधार किया जाएगा। लेकिन सप्ताह के चार दिन बीतने के बावजूद भी काम कछुआ चाल से चल रहा है। सचिव रमेश मित्तल ने बताया कि सोलू माजरा में गेहूं स्टोर करने के लिए साइलो शुरू हो गया है। Pehowa News
लेकिन यहां भेजने के लिए गाड़ियां ही उपलब्ध नहीं हैं। 50 से अधिक गाड़ियां गांव भौर सैयदां के गोदाम में माल उतारने के लिए कुरुक्षेत्र रोड पर लाइन में खड़ी हुई हैं। भौर सैयदां गोदाम में लगभग आठ सब प्वाइंट बने हुए हैं। एक प्वांइट पर लगभग 12 से 14 आदमियों की लेबर चाहिए। जबकि वहां सात से आठ आदमी काम कर रहे हैं। इसी वजह से गाड़ियां खाली नहीं हो पा रही हैं। उन्होंने बताया कि अनलोडिंग के लिए एक ही प्वांइट रखा गया है। Pehowa News
इस पर चार मंडियों से गेहूं आ रहा है। खरीद केंद्र में सिर्फ 10 से 15 गाड़ियां ही इस प्वांइट पर खाली हो पाती हैं। तीन-तीन दिन गाड़ियां डीएफएससी के गोदाम के बाहर लाइन में लगी रहती हैं। मंडी में लगभग 11 लाख खुले आसमान के नीचे पड़े हुए हैं। पैकिंग के बाद उठान ना होने से फसल का भुगतान रुक गया है। किसान बार बार अपने पैसे की मांग कर रहे हैं। लेकिन जब तक माल गोदाम में पहुंचकर वहां से रिपोर्ट नहीं मिलती। तब तक किसान को पेमेंट नहीं जाती। ऐसे में सरकार के 72 घंटे में भुगतान करने के दावे भी खोखले साबित हो रहे हैं। Pehowa News
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