करनाल (सच कहूँ/विजय शर्मा)। Save Birds: ऐसा कहा जाता है कि भूखे को खाना खिलाना और प्यासे को पानी पिलाना पुण्य का काम होता है। मगर भूखे-प्यासे पक्षियों को दाना और पानी देने से भी आप कहीं गुणा पुण्य कमा सकते हैं। और हाँ दाना और पानी पीने के बाद ये पक्षी न जाने आप को कोई सी दुआएं दे जाएं और आपके बिगड़े काम संवर जाएं। देखा जाए तो एक इंसान का सही अर्थों में ये ही सच्चा दान। ये वचन डेरा सच्चा सौदा के पूज्य गुरु संत डॉ. गुरमीत राम रहीम सिंह जी इन्सां फरमाते हैं। Welfare Work
कहा जाता है कि पक्षी प्रकृति में जान फूंकने का काम करते हैं। ये चहचहाते हैं तो जिंदगियां खिलखिला उठती है। प्रकृति के हर बदलाव का सूचक ये पक्षी ही हैं जो इंसान को जीना भी सिखाते हैं। लेकिन वर्तमान में प्रकृति के साथ हमारी ज्यादतियों की मार इन्हें झेलनी पड़ रही है। जिसके कारण पक्षियों की कई प्रजातियां विलुप्त हो चुकी हैं और कई इसकी कगार पर हैं। ऐसे में इन बेजुबान पक्षियों का दर्द महसूस करते हुए डॉ. एमएसजी ने पक्षी उद्धार मुहिम की शुरूआत की। पूज्य गुरु के आह्वान पर करोड़ों डेरा श्रद्धालु गर्मी सर्दी हर मौसम में पक्षियों के लिए घरों की छत पर दाना (चोगा) व पानी की व्यवस्था करते आ रहे हैं।
पूज्य गुरु जी इस मुहिम से अब पक्षी पानी की तलाश में जगह-जगह नहीं भटकते हैं बल्कि अब हर घर की छत पर पानी के परिंडे देख पूज्य गुरु जी को ये पक्षी कोटि-कोटि नमन् करते हैं। आपको बता दें कि गर्मी का मौसम शुरू हो चुका है। ऐसे में हर साल भीषण गर्मी के दौरान सैकड़ों पक्षी प्यास के कारण मर जाते हैं। ऐसे में डेरा सच्चा सौदा की पक्षी उद्धार मुहिम इन पक्षियों के लिए वरदान बनकर सामने आई है। इस मुहिम के तहत देश ही नहीं विदेशों में भी डेरा श्रद्धालु अपने दिन की शुरूआत इस नेक कार्य के साथ करते हैं।
डेरा सच्चा सौदा की इस मुहिम से जुड़े हर वर्ग | Welfare Work
इसी कड़ी में हरियाणा के जिला करनाल में ब्लॉक रामनगर व ब्लॉक कंबोपुरा में शाह सतनाम जी ग्रीन एस वेल्फेयर फोर्स विंग के सेवादारों ने इसी मुहिम को आगे बढ़ाते हुए पक्षियों के मिट्टी के सकोरे रखे और उनमें दाने पानी की व्यवस्था की।
ये सेवादार शहर में जगह जगह सार्वजनिक स्थानो, पार्कों व घरों की छतों पर पक्षियों की प्यास व भूख मिटाने के लिए जी जान से जुटे हुए हैं। सच कहूँ भी समाज के हर वर्ग से भी अपील करता है कि आप भी डेरा सच्चा सौदा की इस मुहिम का हिस्सा बनें और आज से ही पक्षियों के लिए दाने पानी की व्यवस्था करें।
पानी और दाना रखते वक्त इन बातों का रखें ध्यान
इसके साथ ही आपको हम कहना चाहेंगे कि आप पक्षियों के पानी के लिए जो बर्तन रखें वह ज्यादा गहरे न हों, साथ ही इनके किनारे भी ज्यादा तीखे या कठोर न हों, ताकि पक्षियों के कोमल पंख व अंग घायल होने से बच सके और हां इन बर्तनों को समय-समय पर साफ जरूर करते रहें, ताकि इनमें गंदगी जमा न हो। प्लास्टिक या धातु की बजाय पानी भरने के लिए मिट्टी के बर्तनों का ही प्रयोग करें। रोजाना नियमित रूप से पानी जरूर बदलें। वहीं बर्तन ऐसी जगह रखें, जहां पक्षी सुरक्षित रहे। इसके साथ ही आप अपने बच्चों को भी इन बर्तनों में पानी भरने के लिए प्रेरित करें ताकि उनमें पक्षियों के लिए दया व प्रेम भाव विकसित हो सकें। Welfare Work
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करनाल। पक्षियों के लिए दाना-पानी के सकोरे रखती हुई करनाल ब्लाक की साध-संगत।