मधुमक्खी पालन: शहद से जिंदगी में घुली आनन्द की मिठास || Honey Bee Farming
भगत सिंह। किसान खेती के साथ अन्य सहायक कार्य करके अपनी आमदनी बढ़ा सकते हैं। ऐसा ही कार्य कर दिखाया है हरियाणा प्रदेश के गांव गिगोरानी के किसान सोमवीर ने। दरअसल सरसा जिले के गांव गिगोरानी निवासी किसान सोमवीर ने खेती के साथ मधुमक्खी पालन (Honey Bee Farming) करना शुरू किया है। उसने बताया कि पहले कभी सोचा नहीं था कि मधुमक्खी पालन से इतनी आमदनी बढ़ेगी। सोमवीर घर पर लोगों को शहद उपलब्ध करवा रहा है। इंटरनेट मीडिया पर शहद खरीदने वालों की डिमांड लगातार बढ़ रही है। वह शहद बेचकर प्रतिवर्ष करीबन दस लाख रुपये की आमदनी ले रहा है। शहद के कारोबार ने सोमवीर की किस्मत ही बदल दी है।
किसान सोमबीर ने बताया कि पहले 12 एकड़ भूमि पर फसल बिजाई करता था। कई बार फसलों में बीमारी की वजह से अच्छी आमदनी नहीं हो रही थी। इसके बाद वर्ष 2010 में रिश्तेदार के कहने पर मधुमक्खी पालन करने का कार्य शुरू किया। खेत में 30 बाक्स से मधुमक्खी पालन शुरू किया। मधुमक्खी पालन कर कंपनियां को शहद बेचने लगा। शहद से आमदनी होने पर मधुमक्खी के बाक्से बढ़ाकर 250 कर दिए, जिससे वर्तमान में बड़े स्तर पर शहद तैयार कर रहा है। सोमबीर ने चार साल पहले अपने स्तर पर शहद बेचने का प्लान तैयार किया। जिसे अब अपने बेटे ध्रुव के नाम पर ब्रांड के रूप में पेश कर दिया है।
इंटरनेट से आते हैं ऑर्डर
प्रगतिशील किसान सोमवीर ने बताया कि शहद बेचने के लिए इंटरनेट मीडिया का सहारा लिया। बारहवीं कक्षा तक पढ़े सोमवीर इंटरनेट मीडिया से जुड़े रहते हैं। इससे शहद खरीदने वालों के अब इंटरनेट से अलग-अलग स्थानों से आर्डर आते हैं। इसके लिए शहद को अच्छे तरीके से साफ करने व पैकिंग अपने स्तर पर ही करते हैं। किसान सोमवीर लोगों को घर पर ही 300 रुपये प्रतिकिलो के हिसाब से शहद उपलब्ध करवाते हैं।