घग्गर का पानी पीने से सैकड़ों लोग कैंसर और काला पीलिया के शिकार
World Water Day: मानसा/सरदूलगढ़ (सच कहूँ/सुखजीत मान)। घग्गर नदी के साथ सटे सरदूलगढ़ क्षेत्र में भू-जल पूरी तरह से दृषित हो गया है, जिसके परिणाम स्वरूप काला पीलिया व कैंसर जैसी भयानक बीमारियों द्वारा लोगों को अपनी चपेट में ले रहा है। वहीं, सरदूलगढ़ के जीएम अरोड़ा परिवार ने बारिश का पानी स्टोर कर लोगों के लिए मिसाल कायम की है। जीएम अरोड़ा ने बताया कि उक्त बीमारियों से बचने के लिए उन्होंने बारिश के पानी को पीना शुरु किया, जिससे उन्हें भरपूर लाभ मिला। World Water Day
प्राकृतिक पानी पीने से घुटनों की बीमारी से मिली निजात | World Water Day
जीएम अरोड़ा दूषित पानी के चलते खुद घुटनों की बीमारी से पीड़ित थे लेकिन जब से उन्होंने प्राकृतिक पानी का इस्तेमाल शुरु किया तो उनके घुटनों का दर्द कम हो गया व अब उनका शरीर वजनदार होने के बावजूद भी वह सीढ़ियों सहित अन्य ऊंची जगहों पर आसानी से चढ़-उतर सकते हैं। उन्होंने लोगों से अपील की है कि शरीर को तंदरूस्त रखने के लिए बारिश के पानी को इस्तेमाल में लाएं व घरों में पानी की संभाल के लिए टैंक बनवाएं।
उन्होंने कहा कि ऐसा करने से जहां भूमिगत पानी को बचाया जा सकता है, साथ ही अपने परिवारों को भी बीमारियों से बचाया जा सकता है। उल्लेखनीय है कि घग्गर नदी के कारण इसके साथ लगते गांवों में काफी भयानक बीमारियों ने घर कर लिया है। मजबूरन जो किसान घग्गर में से पानी अपने खेतों में लगा रहे हैं, वे चमड़ी इत्यादि के रोग से ग्रस्त हो रहे हैं। क्षेत्रवासियों ने घग्गर नदी में गिरते फैक्ट्रियों के तेजाबी पानी इत्यादि को रोकने के लिए अनेकों बार धरने- प्रदर्शन किए लेकिन सरकारों द्वारा इसका कोई ठोस समाधान नहीं निकल सका।
सात साल से इस्तेमाल में ला रहे बारिश का पानी | World Water Day
जीएम अरोड़ा ने बताया कि वह साल 2017 से बारिश के पानी का इस्तेमाल कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि जब घर में रिश्तेदार या दोस्त आते हैं तो उनको भी यही पानी पीने के लिए देते हैं। उनके द्वारा प्राकृतिक पानी के किए जा रहे इस्तेमाल से प्रेरित होकर कुछ रिश्तेदार व दोस्तों ने भी बारिश के पानी को स्टोर करने के टैंक बनवाए हैं। बारिश के पानी को विशेषज्ञों से टैस्ट भी करवाया, जो पीने के लिए पूरी तरह सही पाया गया है। World Water Day
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