लखनऊ। Muzaffarnagar के सिविल लाइंस थाना क्षेत्र में रविवार की आधी रात को तम्बाकू को लेकर हुए विवाद पर मुख्य आरक्षी ने सहायक अध्यापक को गोली मारकर हत्या कर दी है। पुलिस ने आरोपित को हिरासत में लेते हुए मामले की जांच शुरू कर दी। इधर इस घटना के बाद शिक्षकों ने घटना की निष्पक्ष जांच और सुरक्षा व्यवस्था को लेकर लामबंद होना शुरू हो गये हैं। पुलिस अधीक्षक नगर सत्यनारायण प्रजापति ने बताया, मऊ जिला के रहने वाला मुख्य आरक्षी चंद्र प्रकाश बनारस में पुलिस लाइन में तैनात हैं। रविवार को वह एक दरोगा के साथ कंटेनर से यूपी बोर्ड की परीक्षा के पेपर लेकर एसडी इंटर कॉलेज आया था। उनके साथ चंदौली निवासी सहायक अध्यापक धर्मेंद्र कुमार भी मौजूद थे।
सोमवार की रात करीब 1:30 बजे कंटेनर कॉपियां कॉलेज पहुंची। कॉलेज का गेट बंद होने के कारण कंटेनर को बाहर खड़ाकर सभी आराम करने लगे। ड्राइवर के केबिन में दरोगा, एक अन्य अध्यापक थे। जबकि पीछे मुख्य आरक्षी चंद्रप्रकाश, सहायक अध्यापक धर्मेंद्र कुमार और दो चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी आराम कर रहे थे।
शिक्षकों का कहना है कि मुख्य आरक्षी नशे में था और वह बार-बार सहायक अध्यापक धर्मेंद्र कुमार से तम्बाकू की मांग कर रहा था। उसने जब तम्बाकू देने से मना कर दिया तो दोनों में विवाद हो गया। इसकी शिकायत सहायक अध्यापक ने मोबाइल पर आगे बैठे दरोगा से भी की। मामले की जानकारी पर जब तक दरोगा केबिन से उतरकर पीछे आते इसी बीच मुख्य आरक्षी चंद्र प्रकाश ने सहायक अध्यापक धर्मेंद्र कुमार पर कार्बाइन से ताबड़तोड़ गोलियां बरसा कर मौत के घाट उतार दिया।
सूचना पर पुलिस अधिकारी मौके पर पहुंचे और आरोपित मुख्य आरक्षी को हिरासत में लेकर कोतवाली आ गए। पुलिस ने शव पोस्टमार्टम के लिए भिजवाया। एसपी सिटी ने बताया कि तम्बाकू के विवाद में मुख्य आरक्षी ने सहायक शिक्षक की हत्या की है।मुजफ्फरनगर जिले में शिक्षक हत्याकांड को लेकर प्रदेश भर में माध्यमिक शिक्षा परिषद के तमाम शिक्षक आक्रोशित है। इसी के तहत लखनऊ के जुबली इंटर कॉलेज के शिक्षकों ने कॉलेज गेट में विरोध प्रदर्शन किया। मुजफ्फरनगर में भी शिक्षकों ने कामकाज ठपकर सड़पर पर धरने में बैठ गए हैं। हत्यारे सिपाही पर कड़ी कार्रवाई की मांग की है।