गुडग़ांव लोकसभा की 9 विधानसभाओं में 4 पर बीजेपी, 4 पर कांग्रेस का कब्जा
- गुरुग्राम जिला की एक विधानसभा में निर्दलीय उम्मीदवार बना विधायक | Gurugram News
गुरुग्राम (सच कहूं/संजय कुमार मेहरा)। Lok Sabha Chunav: पिछली योजना यानी 2019 के लोकसभा चुनावों में मतदाताओं ने भले ही बीजेपी के प्रत्याशी को अपना सिरमौर चुना हो, लेकिन विधानसभा चुनावों में मतदाताओं ने दोनों दलों (बीजेपी, कांग्रेस) को सीटें बांटकर दी। गुडग़ांव लोकसभा क्षेत्र की 9 सीटों में से 4 सीटें कांग्रेस को मिलीं और 4 भारतीय जनता पार्टी को। एक सीट पर निर्दलीय उम्मीदवार ने बाजी मारी। लोस, विस चुनाव-2019 के ये समीकरण अब 2024 में भी चर्चा का विषय बने हैं। Gurugram News
गुडग़ांव लोकसभा में तीन जिले रेवाड़ी, नूंह मेवात व गुरुग्राम शामिल हैं। तीनों जिलों में 9 विधानसभाएं हैं। इनमें रेवाड़ी जिला में 72-बावल विधानसभा से भाजपा प्रत्याशी डा. बनवारी लाल जीते थे। 74-रेवाड़ी से कांग्रेस प्रत्याशी एवं पूर्व मंत्री कैप्टन अजय सिंह यादव के बेटे चिरंजीव राव, 75-पटौदी सुरक्षित सीट से बीजेपी के सत्यप्रकाश जरावता, यादव बाहुल 76-बादशाहपुर विधानसभा से निर्दलीय प्रत्याशी राकेश दौलताबाद ने जीत दर्ज की। बादशाहपुर हरियाणा की सबसे बड़ी विधानसभा है। इसी तरह 77-गुडग़ांव विस से बीजेपी प्रत्याशी सुधीर सिंगला एडवोकेट, 78-सोहना से बीजेपी के संजय सिंह, 79-नूंह से कांगे्रस के आफताब अहमद, 80-फिरोजपुर झिरका से कांग्रेस के मामन खान, 81-पुन्हाना से कांग्रेस के मोहम्मद इलियास ने चुनाव जीता था। Gurugram News
चिरंजीव, सत्यप्रकाश, सुधीर सिंगला, संजय सिंह पहली बार में ही जीते
गुडग़ांव लोकसभा क्षेत्र की 9 विधानसभाओं में से 2019 के विधानसभा चुनाव में रेवाड़ी से चिरंजीव राव पहली बार चुनाव मैदान में उतरे और विधायक बन गए। पटौदी से सत्यप्रकाश जरावता, गुडग़ांव से सुधीर सिंगला, सोहना से संजय सिंह पहली बार चुनाव में उतरे और जीत गए। बादशाहपुर से निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में जीते राकेश दौलताबाद इससे पहले 2014 के चुनाव में इनेलो की टिकट व 2009 में निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर वे चुनाव लड़े थे। दोनों ही बार वे दूसरे नंबर पर रहे। 2019 में तीसरी बार में उन्हें जीत मिली।
मेवात की तीनों सीटों पर कांगे्रस का कब्जा | Gurugram News
मेवात जिला में तीन विधानसभा सीटें नूंह, फिरोजपुर झिरका व पुन्हाना आती हैं। यहां के मतदाताओं की सोच भी पूरी रणनीतिक नजर आती है। क्योंकि 2019 के लोकसभा के चुनाव में तो जनता ने भाजपा प्रत्याशी को विजयी बनाया, जबकि तीनों विधानसभाओं से कांग्रेस के प्रत्याशियों को ही जिताया। गुडग़ांव जिला की चार में से तीन सीटों पर बीजेपी ही जीती। रेवाड़ी की दो सीटों में से एक-एक सीट कांग्रेस को मिली थी।
2009 के बाद कांग्रेस घटी बीजेपी का ग्राफ बढ़ा
गुडग़ांव लोकसभा क्षेत्र में 2019 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को जहां 22.4 फीसदी वोट मिले थे, वहीं बीजेपी ने बढ़त बनाते हुए यहां से 37.3 फीसदी वोट हासिल किए थे। बीजेपी ने 2,11094 वोटों के साथ 14.9 प्रतिशत वोटों के साथ बढ़त बनाई। 2019 के विधानसभा चुनाव में बीजेपी को 48 फीसदी व कांग्रेस को 25.6 फीसदी वोट मिले थे। लोकसभा चुनाव में बीजेपी को 77 व कांग्रेस को 17.5 वोट मिले थे।
2014 के विधानसभा चुनाव में बीजेपी को 52.87 प्रतिशत व कांग्रेस को 8.92 प्रतिशत वोट मिले। इसी साल लोकसभा चुनाव में बीजेपी को 63.47 प्रतिशत व कांग्रेस को मात्र 7.2 प्रतिशत वोटों से ही संतोष करना पड़ा। इससे पहले 2009 के विधानसभा चुनाव में बीजेपी को 9.34 प्रतिशत वोट मिले थे, वहीं कांग्रेस को 33.22 प्रतिशत वोट हासिल हुए थे। 2009 में ही लोकसभा चुनाव में बीजेपी को 19.26 और कांग्रेस को 41.84 फीसदी वोट मिले थे।
2009 से 2019 तक के आंकड़ों से पता चलता है कि 2009 के बाद से गुडग़ांव लोकसभा के चुनावों में कांग्रेस का हर बार ग्राफ गिरता चला गया। बीजेपी हर बार मजबूत हुई। विधानसभा, लोकसभा के इन छह चुनावों में बीजेपी ने 4 बार बढ़त बनाई, जाबकि कांग्रेस एक बार बढ़त बना पाई। Gurugram News
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