Marriage Season 2023: देहउठान के बाद भारत में शादियों का दौर शुरू हो चुका है। भारत के अलग-अलग शहरों से इकट्ठा किए गए आंकड़ों की मानें तो शादियों के इस सीजन 38 लाख से अधिक शादियां होने का अनुमान है और खर्च की बात करें तो इन शादियों पर 4.74 लाख करोड़ के करीब खर्च आने का अनुमान है।
एक राष्ट्रीय व्यापारिक संगठन द्वारा यह आंकड़ा जारी किया गया है। इन आंकड़ों की मानें तो इनमें 50 हजार ऐसी शादियां भी हैं जिनमें हर शादी का खर्च एक करोड़ से ज्यादा होगा। साथ ही 7 लाख शादियों पर तीन-तीन लाख से कम खर्च आने का अनुमान है। जबकि अन्य 50 हजार शादियों में 50-50 लाख रुपये खर्च का अनुमान लगाया जा रहा है। कोलकाता के एक बंगाली परिवार ने बताया कि शादियों के इस सीजन वह अपनी इकलौती लड़की की शादी में 20 लाख रुपये के करीब खर्च कर रहा है। वहीं कुछ ऐसे अभिभावक भी हैं जो अपनी लड़की की शादी में एक लाख रुपए से भी कम खर्च में उनकी शादी कर रहे हैं।
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व्यापारिक संगठन के अनुसार सिर्फ दिल्ली की ही बात करते तो अकेले दिल्ली में ही इस सीजन 4 लाख शादियां होंगी और उन शादियों पर सवा लाख करोड़ रुपये के करीब खर्च होंगे। संगठन ने दिल्ली, मुंबई और कोलकाता समेत देश के 30 शहरों के व्यापारियों से आंकड़े जुटाए हैं। साल 2022 के शादी के सीजन की बात करें तो देश में हुई 32 लाख शादियों पर पौने चार लाख करोड़ रुपये के करीब खर्च हुए थे।
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व्यवसायिक संगठन कन्फेडरेशन आॅफ आॅल इंडिया ट्रेडर्स के महासचिव प्रवीण खंडेलवाल की मानें तो अभी हाल ही में केंद्र सरकार और निजी क्षेत्र के कर्मचारियों को बोनस और इंसेंटिव मिला है। अब वो पैसा भी तो उनको कहीं लगाना है। ऐसे में वो अपने लड़के-लड़कियों की शादी में खर्च करने के लिए तैयार बैठे हैं। ये ही नहीं इस साल लोगों ने खुले दिल से दिवाली पर रिकॉर्ड पैसा खर्च किया है। उसी को देखते हुए ऐसा लग रहा है कि शादी के इस सीजन में होने वाली शादियों पर रिकॉर्ड पैसा खर्च होगा। भारत में काफी धूमधाम से होने वाली शादी समाराहों को ‘द बिग फैट इंडियन वेडिंग’ कहा जाता है। खंडेलवाल के अनुसार जो भारतीय शादी की खरीदारी में साड़ी और लहंगा खरीदने के लिए कुल खर्च का 10 फीसद पैसा खर्च करते हैं और आभूषणों पर 15 प्रतिशत और विद्युत उपकरणों पर पांच प्रतिशत खर्च करते हैं।
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एक वैडिंग प्लानर के अनुसार शादी के दिन होने वाले खर्च में से करीब 50 प्रतिशत आयोजन स्थल के किराए और कैटरिंग पर खर्च होता है। इसके अलावा साज-सज्जा पर 15 प्रतिशत, वीडियोग्राफी पर 10 प्रतिशत, नशों आदि पर 7 प्रतिशत, मनोरंजन पर 5 प्रतिशत और लड़की और परिजनों के मेकअप पर 3 प्रतिशत रकम खर्च होती है। इसके विपरित अन्य सेवाओं पर 10 प्रतिशत पैसा खर्च होता है।